Archive for 2005
Tweet इस साल के इन्डीब्लॉगीज पुरस्कारों के लिये नामांकन शुरु हो चुका है, रणभेरी बज चुकी है अब आप लोग भी जाग जाइये और नामांकित कीजिये अपने मनपसन्द ब्लॉग को। इस विषय पर अनूप भाई और रवि भाई ने आपको सूचना दे ही दी है। आइये हम जरा विस्तार से नामांकन के तरीके पर नजर […]
दिसम्बर 21st, 2005 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet क्या होता यदि माइक्रोसाफ़्ट गूगल को खरीद लेता। आप खुद ही देख लीजिये ना।
दिसम्बर 21st, 2005 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet कभी कभी कोई गीत आप अचानक सुनते है तो बहुत पसन्द आता है, ऐसा ही कुछ मेरे साथ हुआ।अभी पिछले दिनो फ़िर से ये गाना सुना, बहुत अच्छा लगा। ये गाना फ़िल्म “चलते चलते” का है और इसका संगीत दिया है “आदेश श्रीवास्तव” ने। गाना पंजाबी मे है, लेकिन बोल से आप मतलब निकाल […]
दिसम्बर 20th, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet मै इस ब्लॉग को गूगल खबर ब्लॉग नही बनाना चाहता, लेकिन क्या करूं, गूगल भैया, हर एक दो दिन मे अपने आप खबर बन जाते है,इसलिये मै मजबूर हूँ। तो जनाब लीजिये गूगल खबरनामा: गूगल भैया ने म्यूजिक सर्च लान्च की है, उदाहरण ये रहा और घोषणा ये रही। क्रिसमस की छुट्टियों के पहले […]
दिसम्बर 16th, 2005 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet अनुगूँज १६: (अति)आदर्शवादी संस्कार सही या गलत? मिर्जा साहब, हमारे राजनीतिक सलाहकार है। कुवैत मे है, ये हमारे लिये वरदान और श्राप दोनो है, वरदान इसलिये कि इनसे अच्छा इन्सान दुनिया मे नही दिखता, दोस्ती निभाने मे दिन और रात नही देखते।श्राप ऐसा कि अपनी बात थोपने मे कोई कोर कसर नही छोड़ते। ना […]
दिसम्बर 15th, 2005 | Posted in Uncategorized | 4 Comments
Tweet अनुगूँज १६: (अति)आदर्शवादी संस्कार सही या गलत? (इस लेख मे कुछ कड़वे शब्द होंगे, कृप्या पढने मे सावधानी बरतें) सबसे पहले तो अपने ईस्वामी जी का धन्यवाद, इस बार की अनुगूँज के आयोजन का और इतने सुन्दर विषय के लिये। बचपन मे हमे कई बाते सिखाई जाती है जैसे झूठ बोलना पाप है , […]
दिसम्बर 13th, 2005 | Posted in Uncategorized | 4 Comments
Tweet लो जी, गूगल वैब क्लिप आ गया। अब आप जीमेल के अन्दर ही RSS/Atom Feed पढ सकते है। ज्यादा जानकारी के लिये यहाँ देखें। उम्मीद है कि गूगल कैलेन्डर भी इसी सप्ताह अवतरित होगा, अब जीमेल के साथ होगा या अलग से ये तो नही पता। आगे आगे देखिये होता है क्या… सजीव उदाहरण […]
दिसम्बर 12th, 2005 | Posted in Uncategorized | Comments Off on अब गूगल वैब क्लिप
Tweet अभी पिछले दिनो मैने देसी पन्डित (एक अच्छी साइट जो, देसी ब्लॉगरों की अच्छी पोस्ट का लिंक देती है) पर हिन्दी के साथ साथ दूसरी भारतीय भाषाओं जैसे तमिल, तेलगू,बंगाली वगैरहा को भी प्रोत्साहित करने के लिये कहा। हालांकि अनूप भाई ने मेरे को अकेले मे गरियाया भी। तुरत फ़ुरत स्वयंसेवक हाजिर हो गये, […]
दिसम्बर 11th, 2005 | Posted in Uncategorized | Comments Off on अब सुझाव एक मसला बन गया
Tweet आजकल वैब पर नये नये प्रयोग हो रहे है, लीजिये एजेक्स पर आधारित वैब पर सम्पादित्र(Editor) राइटली। आप अपने वर्ड डाक्यूमेन्ट बना सकते है, किसी ग्रुप द्वारा उस डाक्यूमेन्ट को एडिट करवा सकते है,उसे अपने ब्लाग पर भेज सकते है और तो और, उसका पीडीएफ़ भी बना सकते है(अभी फ़्री, लेकिन बाद मे पैसे […]
दिसम्बर 11th, 2005 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet सबसे पहले तो मै अपने पाठकों से माफ़ी चाहता हूँ, मै आजकल नियमित रुप से नही लिख पा रहा हूँ। कुछ कार्य सम्बंधित और निजी व्यस्तता के चलते ही ऐसा हो रहा है। लेकिन आप चिन्ता मत करें, जब लौटूंगा तो सारी कसर पूरी करूंगा। तो जनाब आज बात करते है योग की। भारत […]
दिसम्बर 8th, 2005 | Posted in Uncategorized | 4 Comments