Archive for अगस्त, 2005
Tweet बचपन मे गर्मियों की छुट्टियाँ खत्म होते ही स्कूल जाने के नाम से हम सबको यानि वानर सेना को बुखार आ जाता था. लेकिन मन को समझाना पड़ता था और दिल को दिलासा दिया जाता कि चिन्ता मत करो, जल्द ही अगस्त आने वाला है. अगस्त का महीना, तीज त्योहारों का महीना होता है, […]
अगस्त 23rd, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet पुराने जमाने मे जिन लोगों के पास रेडियो हुआ करता था, वो अपने घर के बाहर एक जाली वाला तार टाँगा करते थे, अब ये बैटर रिसेप्शन के लिये था या फिर दिखावा, मेरे को नही पता. लेकिन जिनके घर की बालकनी या आंगन मे जाली वाला तार टंगा रहता था, उनको लोग बड़ा […]
अगस्त 21st, 2005 | Posted in Uncategorized | 8 Comments
Tweet हाँ जी, कुछ ऐसा ही सोच रहा था, भारत के अखबारों मे आजकल होड़ लगी हुई है कौन किस से बढकर, गरमागरम तस्वीरो का प्रदर्शन करता है. कोई भी अखबार उठाकर देख लीजिये, आप हर तरफ यही सब पायेंगे. चाहे हिन्दी का अखबार हो या अंग्रेजी का. अगर पहले पन्ने पर नही होगा तो […]
अगस्त 18th, 2005 | Posted in Uncategorized | 4 Comments
Tweet अभी कुछ दिन पहले देबू भाई ने टैगक्लाउड के बारे मे बताया था. काफी अच्छी चीज है. यदि इसको चिट्ठा विश्व में या नारद मे इम्पलीमेन्ट किया गया, तो हमे पता चल सकता है कि हिन्दी ब्लागर किन शब्दों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग कर रहे है. मतलब साफ है हवा का रुख जानने […]
अगस्त 18th, 2005 | Posted in Uncategorized | Comments Off on टैगक्लाउड का देशी जुगाड़
Tweet आइये अब जरा देश मे घुमक्कड़ी की बात कर ली जाये मेरा तो ये लेखा जोखा है, आप कहाँ कहाँ गये है? इसमे गुजरात,केरल और कर्नाटका मे बाकायदा काफी समय तक लंगर डाला हुआ था. गृहराज्य उत्तर प्रदेश है. Brought to you by pratibha75, quizling and teemus. Which states in India have you been […]
अगस्त 15th, 2005 | Posted in विविध | 1 Comment
Tweet सारे जहाँ से अच्छा…… सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दुस्तां हमारा हम बुलबले है उसकी वो गुलसितां हमारा परबत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमां का वो सन्तरी हमारा, वो पासबां हमारा गोदी मे खेलती है, उसकी हजारो नदियाँ गुलशन है उसके दम से, रश्क ए जिनां हमारा मजहब नही सिखाता, आपस मे बैर रखना हिन्दी […]
अगस्त 14th, 2005 | Posted in Uncategorized | Comments Off on स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
Tweet हमारे एक संवेदनशील पाठक है, हमारे नामाराशी है, “जितेन्द्र प्रताप सिंह राही”, उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ से है. पेशे से वैब डिजाइनर है. अभी अभी आसपास ही इन्होने इश्क मे धोखा खाया है. कहते है इश्क मे नाकामयाबी इन्सान को कामयाब शायर बना देती है. इन्होने मुझे कुछ गज़ले भेजीं थी, और उन्हे मेरा […]
अगस्त 14th, 2005 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet कल ही ब्लैक फ्राइडे, देखने का मौका मिला. यह फिल्म 1993 मे बम्बई ब्लास्ट पर बनी है, सबसे सच्ची फिल्म दिखती है. ब्लास्ट के पहले और बाद की सही तस्वीर को दिखाती है. निःसन्देह ही इसका बहुत कुछ श्रेय जाता है, निर्देशन अनुराग कश्यप को. यह फिल्म हुसैन जैदी की किताब पर आधारित है. […]
अगस्त 12th, 2005 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet सबसे पहले तो मै धन्यवाद करना चाहूँगा अनुनाद भाई का, जिन्होने सुभाषित सहस्त्र को अनुगूँज का विषय बनाया. मैने और तरूण ने इस विषय पर काफी काम किया है, इस प्रोजेक्ट का नाम था, अनमोल वचन. दरअसल तरूण ने बहुत अच्छा तकनीकी योगदान दिया था, इस प्रोजेक्ट पर, हमारा विचार है कि सारे सुभाषितों […]
अगस्त 11th, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet अब जब अतुल भाई ने कुत्तों का जिक्र छेड़ा है तो हम भी अपनी सिन्ड्रेला से आपको मिलवा दें. हमारी सिन्ड्रेला बहुत सुन्दर है और हमारे घर की सदस्य की तरह है. सिन्ड्रेला आजकल आई आई टी रूड़की मे है, नही भई कोई शोध वगैरहा नही कर रही…बल्कि हमारी साली साहिबा के घर पर […]
अगस्त 10th, 2005 | Posted in विविध | 2 Comments