Archive for जनवरी, 2007

बीच बजरिया, लुट गयी गगरिया

Tweet हाय! हाय! जे कैसा कलजुग! भरी दोपहरिया, बीच बजरिया, लुट गयी गगरिया। दिन दहाड़े डकैती। वो भी हिन्दी चिट्ठाकारों पर। आजकल बहुत लूटपाट होने लगी है, लोग दूसरे के लेख उठा उठा कर चैंप देते है, पत्रिका के रुप मे छाप देते है। अब इन हिन्दी कैफ़े वाले साहबान को ही लें, सारे हिन्दी […]

गणतन्त्र दिवस : हमने भारत को क्या दिया

Tweet आप सभी को गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आज का दिन यह सोचने का नही है कि भारत ने हमे क्या दिया, आज हमे इस पर विचार करना है कि भारत के लिए हमने क्या किया, हमारा क्या योगदान है। किसी भी देश की पहचान उसके देशवासियों से होती है, उनके विचारों से होती […]

देखिए मेरी बुक-शैल्फ

Tweet मेरे को पढने का बहुत शौंक है, अक्सर खाली समय, टीवी ना देखकर, मै किताबें पढने मे ही काटता हूँ। जब तक इन्डिया मे था, तब तक किताबें खरीदने का बहुत शौंक था, पढने का उतना नही था । पढने के लिए समय ही नही मिल पाता था। अब कुवैत मे आकर पढने का […]

किस्से पतंगबाजी के

Tweet बहुत दिनो से अतुल और शुकुल डन्डा किए थे, पुराने वादे पूरे करो, पुराने लेखों मे जहाँ जहाँ वादा किए हो वहाँ का लिख-लिखाकर अपने वादे पूरे करो। पिछले बार हम जब छत की बात कर रहे थे, तो पतंगबाजी के किस्से छोड़ दिए गए थे, तो जनाब पेश है किस्से पतंगबाजी के। पतंग […]

आइए अपना ज्ञान बाँटे

Tweet हम सभी ज्ञानी है। जीवन के इस पड़ाव तक पहुँचते पहुँचते हम इतना अनुभव अर्जित कर चुके होते है। कि वो अनुभव किसी के भी काम आ सकता है। अनुभव किसी भी प्रकार का हो सकता है, जीवन के किसी भी क्षेत्र का, तकनीकी, व्यवहारिक, साहित्यिक, खान-पान, रहन-सहन, बच्चों से सम्बंधित, यात्रा टिप्स, आपके […]

असम कांड की मूल समस्या

Tweet पिछले लेख से आगे… असम मै गैर असमियों को निशाना बनाया जा रहा है, सरकार का कहना है कि यह उल्फ़ा आतंकवादियों का काम है। कल को कोई और एजेन्सी कल आकर कहेगी कि इसमे पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी का हाथ है। सीमा पार से आतंकवादी आ रहे है और आकर ये काम कर रहे […]

ऐसा देश है मेरा

Tweet मुझे याद है बचपन मे मेरे दादाजी और पिताजी, मुझे पाकिस्तान से विस्थापित होने की कहानी सुनाते थे, कैसे वे लोग वहाँ पर जमींदारी करते हुए अचानक एक दिन अपने ही देश मे शरणार्थी बन गए। उन्हे उन्ही लोगों ने अपनी जमीन से जुदा कर दिया जो हम-प्याला हम-निवाला थे। जिन्होने अपने और पड़ोसी […]

बिकाऊ है, अगर खरीद सको तो।

Tweet वरी बाबा साँई, तुम्हारा बिकवानी प्रोपर्टी डीलर के पास वो क्या कहते है स्वागत है नी। छा तो चवें (क्या कहा?), प्रोपर्टी लेना है? तो लो नी वरी, हमने कब मना किया है। किदर लेंगा प्रोपर्टी। दो दो प्रापर्टी है नी, टाप क्लास, वरी देखो नी। दुनिया मे हर चीज बिकती है, बस तुम्हारे […]

उभरती पॉप सिंगर : सोना

Tweet अभी तक हम उभरते हुए हिन्दी चिट्ठाकार प्रतियोगिता मे बिजी थे, अब जब उससे निबटे तो भई थोड़ा मनोरंजन तो होना ही चाहिए ना। तो आइए बात करते है, उभरती पॉप गायिका की। अभी कुछ दिनो पहले एक पॉप एलबम सुनने को मिला। एक नयी गायिका है सोना महापात्र। वैसे तो मुझे नए गायक […]

कुछ बातें साफ हुई

Tweet तो साथियों मै अपनी लम्बी छुट्टियां मनाकर वापस लौट आया हूँ। अक्सर सोचना पड़ता है कि क्या लिखें, क्या ना लिखें। ये लिखे या वो लिखें। यदि ऐसा लिखा तो लोग वैसा सोचेंगे, वैसा लिखा तो ऐसा सोचेंगे। अक्सर ये विचार दिमाग मे घुमड़ते रहते है। लेकिन हमारे मिर्जा साहब ने ज्ञान देते हुए […]