Archive for फरवरी, 2007
Tweet अमां यार! ये भी कोई बात है। अभी भोला के ब्लॉग पर टिप्पणी करने गया, वहाँ बोला गया कि गूगल वाले एकाउन्ट से लागिन करो, हमने कर दिया, वो हमारी टिप्पणी तो खा गया, उल्टा हमको ब्लॉगर का डैशबोर्ड दिखाने लगा (उसी टिप्पणी वाले छोटे बक्से में) अमा अगर हमको अपने ब्लॉग पर लिखना […]
फरवरी 11th, 2007 | Posted in आपबीती | 6 Comments
Tweet अब आप ही समझाइए इन्हे। अपने गुप्ता हलवाई हो बेचारे गश खाकर गिर पड़े है। सुना है दिल्ली मे सुप्रीम कोर्ट का एक आदेश आया है जिसके अनुसार दिल्ली की फुटपाथ पर बिकने वाले खुले सामानों की बिक्री पर प्रतिबन्ध लग जायेगा। इसका मतलब ये हुआ कि यदि इसको सख्ती से लागू किया गया […]
फरवरी 7th, 2007 | Posted in Uncategorized | 8 Comments
Tweet कहते है ससुराल हमेशा दूसरे शहर मे होना चाहिए। लेकिन हर व्यक्ति इतना भाग्यशाली नही होता। कई कई लोगों के ससुराल एक ही शहर मे होते है। यहाँ तक तो ठीक है, लेकिन यदि ससुराल एक ही मोहल्ले मे हो तो? तो क्या, आपके घर मे क्या पक रहा है और क्या नही, ससुराल […]
फरवरी 7th, 2007 | Posted in Uncategorized | 5 Comments
Tweet अभी कुछ दिन पहले याहू ने अपना हिन्दी पोर्टल चालू किया है, काफी अच्छी साइट बनायी है। मुझे सबसे अच्छा लगी इसकी साज-सज्जा, अभी इस पर विज्ञापनों का भन्डार नही है, शायद अभी याहू उतने विज्ञापनों का जुगाड़ ही नही कर सका हो। कुछ भी हो साइट बहुत अच्छी दिख रही है। याहू ने […]
फरवरी 7th, 2007 | Posted in Uncategorized | 20 Comments
Tweet नोट: यह सिर्फ़ एक टेस्टिंग है, इसको याहू के हिन्दी पन्ने के लिए ट्राई किया गया था। नारद 2 Final Beta Single Source for all hindi blogs सभी हिन्दी ब्लॉग्स के लिए एकमात्र स्थान। (tags: hindi) परिचर्चा खुल कर बोलो, बेबाक बिन्दास चर्चा, हिन्दी में। (tags: hindi) लोकप्रिय आइडिया – ज्ञान का खज़ाना ज्ञान […]
फरवरी 7th, 2007 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet आज ही रवि रतलामी जी के सौजन्य से हिन्दी याहू के दर्शन हुए, याहू अब हिन्दी ही नही, अन्य कई भाषाओं मे भी उपलब्ध है। प्रथमावलोकन मे तो यह हिन्दी एमएसएन से बेहतर ही दिखता है। बाकी तो सामग्री पर बहुत कुछ निर्भर करता है। लड़ाई तो अभी शुरु हुई है। एक बात तो […]
फरवरी 2nd, 2007 | Posted in Uncategorized | 5 Comments
Tweet अभी पिछले दिनो मैने बुकशैल्फ़ के बारे मे बात की थी, कि आप अपनी बुकशैल्फ़ कैसे दूसरों को दिखा सकते है, तब ऐसी ही बात उठी थी कि क्यों ना ऐसी ही कोई साइट फिल्मों के बारे मे भी हो, सोचो और चीज हाजिर, लो जी पेश है फ़्लिक्सटर। फ़्लिक्सटर मे आप अपनी पसन्द […]
फरवरी 1st, 2007 | Posted in विविध | 4 Comments
Tweet आइए आपको एक बहुत मजेदार चीज दिखाएं। गूगल इमेज पर जाएं। अपनी पसंद की कोई भी इमेल सर्च करें (उदाहरण : flowers या Bush ) सर्च बटन को चटका लगा दें। ऊपर आपको एड्रेस बार मे कुछ लिखा दिखेगा, उसे मिटाकार ये वाला कोड लगा दें। javascript:R=0; x1=.1; y1=.05; x2=.25; y2=.24; x3=1.6; y3=.24; x4=300; […]
फरवरी 1st, 2007 | Posted in विविध | 13 Comments