Archive for अप्रैल, 2007

अतीत के झरोखे से – ४

Tweet गतांक से आगे… साथियों से माफी चाहता हूँ, क्योंकि पिछले कुछ दिनो से मै काफी व्यस्त था। लेख लिखकर रखा हुआ था लेकिन कुछ फाइन ट्यून करने के चक्कर में मसला अटका हुआ था। इधर कुछ दिनो से हिन्दी चिट्ठाकार जगत मे कुछ मुद्दों ने भी मूड अपसेट कर रखा था, नए लोगों को […]

अतीत के झरोखे से – ३

Tweet गतांक से आगे… अफलातून जी ने पूछा है कि चिट्ठाकार मेलिंग लिस्ट और परिचर्चा फोरम आने में वक्त था क्या? चिट्ठाकार मेलिंग लिस्ट भई चिट्ठाकार मेलिंग लिस्ट तो शुरु से ही मौजूद थी, सबसे पहला संचार माध्यम तो वही था। सारा संवाद तो चिट्ठाकार पर ही हुआ करता था आज भी सबसे ज्यादा संवाद […]

अतीत के झरोखे से – २

Tweet गतांक से आगे……. जिस हिसाब से चिट्ठों की संख्या बढ रही थी, उस हिसाब से धीरे धीरे लग रहा था कि स्थिति काबू से बाहर होती जाएगी। इधर मिर्ची सेठ (पंकज नरुला) अपनी टैस्टिंग कर रहे थे, देबू दा ने एक जावास्क्रिप्ट बनायी जिससे हम अपने ही ब्लॉग पर नए ब्लॉग्स का नए ब्लॉग्स […]

अतीत के झरोखों से : नारद का विचार

Tweet साथियों, काफी दिनो बाद लिख रहा हूँ, आज कुछ तांक झांक करते है, नारद के अतीत मे, यानि अतीत के झरोखों से , नारद के जन्म की कहानी सुनने की कई लोगों ने फरमाइश की थी, वैसे तो नारद का अपना ब्लॉग है लेकिन आजकल वो अपडेट नही हो रहा, उसे नारद की साइट […]