Archive for 2010
Tweet जैसा कि मैने अपनी पिछली पोस्ट मे आपको बताया कि दो दिन पहले ही मैने सैमसंग गैलेक्सी एस (GT 19000M) खरीदा है। यह फोन गूगल के एंड्राइड 2.1 आपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। वादे के मुताबिक पेश है मोबाइल की विस्तृत समीक्षा। स्क्रीन फोन की सबसे बड़ी खासियत है इसकी स्क्रीन। इसकी 4″ […]
दिसम्बर 5th, 2010 | Posted in विविध | 7 Comments
Tweet वैसे तो मै नोकिया का बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूँ। लेकिन क्या करूं, जिधर भी देखो गूगल के एंड्राइड आपरेटिंग सिस्टम का ही बोलबाला है। इसी के मद्देनज़र मोबाइल बदलने का फैसला हुआ। अब मसला था कि फोन कौन सा लें, उसके पहले यह देखना था कि कौन सा मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम लिया जाए। […]
दिसम्बर 3rd, 2010 | Posted in आपबीती, वर्डप्रेस | 12 Comments
Tweet जैसा कि आप सभी जानते है कि मै भी शेयर मार्केट मे काफी निवेश करता हूँ। शेयर मार्केट के बारे मे काफी जानकारी इकट्ठा करता हूँ। शेयर मार्केट से सम्बंधित मेरे लेख आपने पढे ही होंगे। शेयर मार्केट पर नज़र रखने इसके लिए अपने आपको रोज़ाना अपडेट करना पड़ता है इसके लिए ढेर सारा […]
दिसम्बर 1st, 2010 | Posted in विविध | 6 Comments
Tweet अभी पिछले दिनो राहुल गाँधी की एक सभा मे चप्पल पहनने वालो को बाहर रोका गया था, काहे? अरे पता नही क्या? इन दिनो राजनेताओं पर जूते चप्पलों से हमला हो रहा है। सबसे पहले जार्जबुश, फिर जरदारी, ब्लेयर, उमर अब्दुल्ला, चिदम्बरम और ना जाने कौन कौन। आजकल तो अगर अपनी सभा को सुर्खियों […]
सितम्बर 9th, 2010 | Posted in आपबीती | 13 Comments
Tweet इसी सप्ताह मेरा पन्ना को शुरु हुए ६ साल हो गए। इसका मतलब ये साल मेरा पन्ना अपनी छठवीं वर्षगाँठ मना रहा है। अगर दूसरे शब्दों मे कहा जाए तो छठी। मै अपने सभी पाठकों, साथी चिट्ठाकारों, परिवार के सदस्यों एवम अन्य मित्रो का धन्यवाद करना चाहता हूँ जिनकी प्रेरणा से आज मेरा पन्ना […]
सितम्बर 8th, 2010 | Posted in आपबीती | 15 Comments
Tweet अभी कुछ दिन पहले एक पुराने मित्र का फोन आया, मुझसे हालचाल पूछा, मैने बोला यार बहुत व्यस्त हूँ, मित्र ने उस समय तो कुछ ज्यादा नही कहा, लेकिन थोड़ी देर मे ही उसने एक इमेल फारवर्ड की, जिसको मै आपके साथ शेयर कर रहा हूँ, इस इमेल को पढकर मुझे जीवन को समझने […]
सितम्बर 7th, 2010 | Posted in आपबीती | 12 Comments
Tweet आज रवीश का लेख “मै प्रवासी हूँ” पढकर फिर से एक प्रवासी होने के दर्द को महसूस किया। रवीश ने अच्छा लेख लिखा है जरुर देखिएगा। कई साल पहले मैने भी इस बारे मे कुछ लिखा था। प्रवासी एक सामाजिक प्रक्रिया है, इसे रोका नही जा सकता। देखा जाए तो दिल्ली भी प्रवासियों ने […]
अगस्त 3rd, 2010 | Posted in आपबीती | 3 Comments
Tweet कभी कभी कुछ गीत दिल को छू जाते है, ऐसा ही एक फिल्मी गीत है, आने वाली फिल्म लम्हा से। इस गीत के बोल इतने अच्छे है कि बार बार सुनने को जी करता है। इसे गाया भी उतनी खूबसूरती से गया है। इस गीत को गाया है चिन्मय और क्षितिज ने और संगीतबद्द […]
जुलाई 5th, 2010 | Posted in विविध | 4 Comments
Tweet आप सभी लोगो से काफी दिनो बहुत बाद मुखातिब हो रहा हूँ, क्या करुं मसरुफियत इस कदर बढ गयी है कि ब्लॉगिंग से लगभग दूर सा हो गया हूँ। फिर भी जैसे ही मौका मिलता है ब्लॉगिंग करने की कोशिश करता हूँ। अभी कल ही भारत यात्रा से लौटा हूँ, इस बार भी भारत […]
जुलाई 4th, 2010 | Posted in आपबीती | 2 Comments
Tweet आज सुबह सुबह एक मैना से मुलाकात हो गयी। पेड़ की ऊँची डाल पर बैठी मैना काफी दु:खी दिख रही थी।हमसे रहा ना गया, हम भी मैना की तरफ़ लपक लिए। हमने पूछा भई क्या हुआ, क्यों मुंह लटकाये हो, कोई भैंस खोल ले गया क्या तुम्हारी? बस फिर क्या था, इत्ते दिनो से […]
अप्रैल 18th, 2010 | Posted in विविध | 4 Comments