Archive for 2017

भारतीय संस्कृति – कुछ ज्ञानवर्धक तथ्य

Tweet आम तौर पर धारणा है कि हिन्दू धर्म में 33 करोड़ देवी देवता होते है, कहते हैं कि अधूरा ज्ञान खतरनाक होता है। 33 करोड़ नहीं 33 कोटी देवी देवता हैँ हिंदू धर्म में ; कोटि = प्रकार । देवभाषा संस्कृत में कोटि के दो अर्थ होते हैं । कोटि का मतलब प्रकार होता है और […]

ऑनलाइन समाचारपत्र और विज्ञापन

Tweet   साथियों, मेरे विचार से आप सभी भी उन लोगों में शामिल है जो समाचारपत्र के पोर्टल से खबरें देखते हैं।  शुरू शुरू में तो वहां पर खबरें दिखती थी, थोड़े दिनों बाद विज्ञापन भी आने शुरू हो  गए, तब भी ठीक था, लेकिन फिर विज्ञापन और ख़बरों का अनुपात ऐसा बिगड़ा कि अब […]

सोशल मीडिया रोग – व्हाट्सएप्पेरिया

Tweet नमस्कार! आइये आज कुछ नयी तरह की बीमारी की बात करते हैं।  ये कुछ अजीब किस्म की बीमारी होती है, इसके लक्षण और उपचार भी अलग तरीके के हैं.   लक्षण क्या आपका भी दिन मोबाइल पर व्हाट्सएप्प के ग्रुप की गुड मॉर्निंग से ही शरू होता है ? क्या आप की तब तक […]

श्री रामचरित मानस

Tweet आइये आज कुछ बात करते है, ब्लॉगजगत के कुछ यादगार लम्हों की।  बात कुछ २००६ की है, जब हम हिंदी ब्लॉगजगत में स्थापित होने की कगार पर थे।  हर रोज कुछ ना कुछ नयी खुराफात करने की कोशिश करते थे,  इसी कोशिश का नतीजा था , श्री रामचरित मानस को इंटरनेट पर देखने का, वैसे […]

रैनसमवेयर

Tweet आजकल हर तरफ जिधर देखो उधर रैनसमवेयर  की ही चर्चा है, लेकिन ये है क्या? सभी लोग इस से भयभीत क्यों है? आइये कुछ जानकारी करते है।  मै  हूँ जीतेन्द्र चौधरी, हर तकनीकी विषय को आपकी भाषा और आपके लेवल पर समझाने  वाला, आपका दोस्त, हमदम और मददगार । रैनसमवेयर क्या होता है? पुराने समय में हम […]

समस्या और अंतरात्मा की आवाज

Tweet साथियों आइये आज कुछ अलग तरह की बात करते  है।  लेकिन  पहले आपको एक छोटी सी कहानी सुनाना चाहता हूँ, सुनेंगे ना ? एक बार की बात है, एक राजा ने सुंदर सा महल बनाया  और महल के मुख्य द्वार पर एक गणित का सूत्र लिखवाया और घोषणा की की इस सूत्र से यह द्वार […]

इधर उधर की

Tweet अभी पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ, बीजेपी ने सभी अनुमानों को गलत साबित  करते हुए उत्तर प्रदेश में जोरदार वापसी करी।  इस तरह से मुलायम यादव  के पुत्र अखिलेश यादव के शासन का पटाक्षेप हुआ, ये जीत कई मायनो में महत्वपूर्ण थी , क्योंकि सपा की कलह , जाटों  की अजित सिंह […]

मेरे प्यारे भाइयों

Tweet क्यों ये शीर्षक कुछ जाना पहचाना सा लगा ना? आज कई सालों के बाद ब्लॉग़ को देखने की सुध ली है, कुछ बाते भी साझा करनी थी, इसलिए सोचा क्यों ना कोई ऐसे शीर्षक से शुरुवात की जाए ताकि ज्यादा लोगों का ध्यान आकर्षित हो सके. सबसे पहले तो सभी पाठकों से माफ़ी चाहता […]