धूम्रपान कैसे छोड़ें?

आइए आजकुछ बात करते है धूम्रपान (Smoking) छोड़ने की। वैसे तो धूम्रपान की आदत को छोड़ना आसान नही होता, लेकिन यदि आप मेरे लिखे कुछ प्वाइंट्स के आजमाएंगे तो यकीनन आप धूम्रपान की आदत से छुटकारा पा जाएंगे। इसके पहले मै आपको कुछ बताना चाहूंगा। स्कूल/कालेज टाइम मे मैने भी स्मोकिंग के ढेरो रिकार्ड तोड़े थे, हर सिगरेट, बीड़ी और सिगार को ट्राई किया था। ट्राई क्या जी, एक सिगरेट बुझती नही थी और दूसरी जलाने के लिए मन मचलने लगता था। ऐसा कोई ब्रांड नही था जो हमने ट्राई नही किया था। जाहिर है संगत भी वैसी थी। लेकिन आज अगर कोई बगल मे खड़ा होकर सिगरेट पीता है तो धुंए से दिक्कत होती है। तो आइए हम अपने अनुभव से कुछ प्वाइंट बताते है जिससे आप अपनी (अथवा अपने साथियों की) स्मोकिंग छुड़वा सकते है। हो सकता है आप हमारे कुछ अनुभवों से सीख ले सकें, अन्यथा आप इन अनुभवों को दूसरे धूम्रपान करने वालों को बता सकते है।

1. अपने परिवार की फोटो अपने पास रखें
आप अपने परिवार की एक ग्रुप फोटो अपने पास जरुर रखें। जब भी आप सिगरेट पीजिए, तो धुंए के आरपार उस फोटो को देखिए। वैसे भी असली जिंदगी मे यही होता है, सिगरेट आप पीते है, और आपका पूरा परिवार पैसिव स्मोकिंग झेलता है। धुंए के पार फोटो देखने से आपको लगेगा कि आप सिगरेट पी रहे है, लेकिन धुंआ आपका परिवार झेल रहा है। यकीन मानिए धीरे धीरे आपको अपनी सिगरेट पीने की आदत से चिढ होने लगेगी। बस इसी पल का इंतजार करिए। अगला प्वाइंट पढिए।

2. दॄढ निश्चय
सबसे पहले तो आप यह निश्चय करें कि आप सिगरेट छोड़ना चाहते है। कारण चाहे कोई भी हो, लेकिन बिना आपकी मर्जी के, कोई भी आपसे सिगरेट नही छुड़वा सकता। ये बात आपके अंदर से ही आनी चाहिए, तभी कुछ आगे बात बनेगी। हो सके तो सिगरेट छोड़ने के कारणो को आप एक डायरी मे लिखें और हर रोज सोने से पहले उस डायरी के पन्ने को पढें।

3. कसम मत खाएं
कभी भी जल्दबाजी या आवेश मे आकर सिगरेट छोड़ने की गलती नही करें। यदि आप तैश मे आकर सिगरेट छोड़ने की कसम खाते है तो यकीनन आपका दिमाग अगले ही पल कसम तोड़ने के बहाने तलाशने लगेगा। इसलिए सिगरेट छोड़ने का फैसला पूरे होशो हवाश, बिना आवेग मे आकर करें।

4. आत्मसंयम
दॄढ निश्चय के बाद दूसरी सबसे जरुरी चीज जो आपको चाहिए होगी, वो है आत्मसंयम। यदि आप अपने ऊपर कंट्रोल नही रख पाएंगे तो सारा किया धरा धुंए मे उड़ जाएगा। इसलिए आत्मसंयम और आत्मनियंत्रण बहुत जरुरी है। हो सकता है शुरु शुरु मे दिक्कत आएं, लेकिन आप कर सकते है।

5. सिगरेट का स्टॉक हटाएं
जिस दिन आपने सिगरेट छोड़ने का मन बनाया, अपना सिगरेट का पुराना स्टॉक, पनवाड़ी को वापस करे दें यदि वो ना ले तो चौकीदार तो होगा। वैसे मुझे उम्मीद है, आप अपने आसपास सिगरेट/बीड़ी पीने वालों का पूरा रिकार्ड रखते होंगे। इसलिए आपके लिए सिगरेट का स्टॉक खपाना कोई बड़ी बात नही होगी। जब भी आपको सिगरेट की तलब लगे, तो आप जाकर एक जी हाँ सिर्फ़ एक सिगरेट लेकर आएं।

6. अपनी क्लास अलग बनाएं
सबसे पहले तो आप अपने आपको भीड़ से अलग माने। अपना अलग ब्रांड की सिगरेट ही पीजिए। यदि लोग गोल्डफ़्लेक पीते है तो आप मार्लबोरो पीजिए, कोशिश करिए ऐसी सिगरेट की आदत बनाए जो दूसरे लोगो के हाथों मे ना दिखे। कोशिश करिएगा कि वो सिगरेट आपके पड़ोस के पनवाड़ी की दुकान पर ना मिलती हो। दूर जाकर लाना पड़े।

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7. सिगरेट को समय से जोड़े
अक्सर लोग जब खुश होते है तो सिगरेट पीते है, दु:खी होते है तो सिगरेट पीते है, टेंशन मे है तो पीते है और आनन्द अनुभूति मे भी सिगरेट पीते है। सबसे पहले तो आपको सिगरेट की फ्रिक्वेंसी पर लगाम लगानी पड़ेगी। आठ घंटे या दस घंटे मे एक सिगरेट। यदि आप चेनस्मोकर है तो आठ घंटे की फ्रिक्वेंसी सैट करिए और यदि आप दिन मे कभी कभार पीने वाले है तो 48 घंटे की फ्रिक्वेंसी सही रहेगी। वैसे यह व्यक्ति दर व्यक्ति अलग हो सकती है, सबसे बेहतर आप स्वयं ही जान सकते है कि कौन सी फ्रिक्वेंसी आपके लिए वाजिब रहेगी।

8. सिगरेट के दुश्परिणामो पर पढें
आपके पास कम से कम एक किताब तो ऐसी जरुर होनी चाहिए जिसमे सिगरेट पीने के बुरे परिणामो के बारे मे लिखा हो। कोशिश करिएगा कि उस किताब मे कुछ चित्र भी हो। जब भी आपके पास खाली समय हो, उस किताब के पन्ने जरुर पलटिएगा। वैसे भी इंटरनैट खंगालने पर आपको ऐसी ढेर सारी वैबसाइट मिल जाएंगी।

9. अपनी ऐशट्रे को साफ मत करिए
ध्यान रखिएगा, आप जितनी चाहे सिगरेट पीजिएगा, लेकिन अपनी ऐशट्रे को साफ मत करिएगा, ये आपको याद दिलाती रहेगी कि आपने कितनी सिगरेट पी है। हफ़्ते के हफ़्ते (अथवा हर पंद्रह दिनो में) आप अपनी ऐशट्रे मे बुझी सिगरेटों की गणना करिएगा, और निश्चय करिएगा कि अगली गणना मे यह संख्या और कम हो। यदि आप अलग अलग जगहों पर सिगरेट पीते है, ध्यान रखिएगा आप बुझी सिगरेट की बट अपने साथ घर ले आएं और घर मे एक गिलास मे सारे बट डालकर रखें, ताकि आपको यह पी हुई सिगरेट की याद दिलाता रहे।
10. सिगरेट गुल्लक
आप एक गुल्लक बना सकते है प्रत्येक सिगरेट पीने पर उसमे दस रुपए डालने का प्रण लें। जब उसमे कुछ अच्छे खासे पैसे हो जाएं तो बच्चों के लिए कुछ काम की चीज लाएं, जैसे अलार्मक्लॉक वगैरहा जो आपको लगातार दिखती रहे। यदि आप अपने ऊपर इस तरह का शुल्क ना लगाना चाहे तो सिगरेट ना पीने से होने वाली बचत को भी इस गुल्लक मे रख सकते है। ध्यान रखिएगा, इस बचत से होने वाले फायदे और सिगरेट पीने से होने वाले नुकसानों की तरफ़ आपका ध्यान दिन मे एक से अधिक बार जाएं।

उम्मीद है उपरोक्त सभी प्वाइंट आपने गाँठ बांध लिए होंगे। आप इनको आजमाने की कोशिश करिएगा, यकीन मानिए, मैने अपनी सिगरेट की आदत ऐसे ही छोड़ी थी, यदि मै छोड़ सकता हूँ तो आप क्यों नही?

हो सकता है आपके पास भी अपने कुछ अनुभव हो, तो लिख डालिए यहाँ टिप्पणी मे अथवा अपने ब्लॉग पर, हमे उसका लिंक देना मत भूलिएगा। तो फिर आते रहिए पढते रहिए आपका पसंदीदा ब्लॉग।

17 Responses to “धूम्रपान कैसे छोड़ें?”

  1. जितेन्द्र जी , आपकी सलाह सर्वथा उचित है।
    किसी भी समय सिग्रेट छोड़ने से हार्टअटैक की सम्भावना में निश्चित कमी आती है।
    लेकिन आपने यह नहीं बताया की आपने कैसे छोड़ी।
    वैसे किसी ने कहा है –इट इज वेरी इजी टू स्टॉप स्मोकिंग, एंड आइ हेव डन इट सो मेनी टाइम्स।

  2. बड़े धांसू उपाय हैं। सिगरेट छोड़ने के ही तरीके पान-मसाले छोड़ने पर भी लागू हो सकते हैं।
    .-= अनूप शुक्ल´s last blog ..बसन्त राजा फ़ूलइ तोरी फ़ुलवारी! =-.

  3. बढ़िया आइडिया लेकिन ध्यान ये दें कि अपने घर का स्टाक चौकीदार या किसी अन्य परिचित को ना दें.
    वेलेन्टाइन डे पर सिगरेट छोड़ने का आइडिया बताने का आइ़डिया कैसे आया?

  4. सिगरेट छोड़ेने के लिए इतने कष्‍ट उठाने पड़ते हैं? तब तो भैया अच्छा है कि हमने यह लत कभी पाली ही नहीं।
    वैसे कुछ ज्यादा मुश्किल लगे आपके उपाय। मैं एक जमाने में बहुत चाय पीता था ( जिस दिन छोड़ी उसके अगले दिन का आंकड़ा 29 कप का था) पर जिस दिन सोची की आज से नहीं पीनी है, बस हाथ में पकड़े कप की चाय को भी फेंक दिया। अगल मनोबल मजबूत रखा जाये तो सिगरेट भी छूट सकती है।
    मैने भी अपनी एक आदत के बारे में एक जमाने में यहाँ लिखा था। मनोबल मजबूत हो तो कुछ भी मुश्किल नहीं

  5. और हां आपके पाँचवे उपाय से सहमत नहीं, स्टॉक को किसी वाचमेन या पनवाड़ी को देने की बजाय काठी छाती (छाती मजबूत कर- हिम्मत कर) अपने हाथों से सिगरेटों को तोड़ कर फेंक दे।
    .-= सागर नाहर´s last blog ..हेट्‍स ऑफ यू, अभिनया =-.

  6. अपन तो दूसरों के अनुभव से कह सकते हैं कि जब भी तलब लगे उस समय ठंडा पानी पिएँ, तलब मर जाती है। और साथ ही निकोटीन वाली च्यूंग गम आती है उसको रखें, दिन में एकाध बार तलब लगने पर उसको चबा सकते हैं, विड्रॉअल सिम्पटम्स में सहायक रहती है। बाकी सब तो व्यक्ति की इच्छा पर होता ही है, न छोड़ने के हज़ार बहाने होते हैं।

    रही नंबर छह वाली सलाह की तो बेहतर यही होगा कि ब्रांड महँगा भी हो ताकि जेब को भी महसूस हो। डेविडॉफ़, क्रेवन ए, रोथमैन्स, बेनसन एण्ड हेजिस आदि ब्रांड कदाचित्‌ सुविधा से न मिलेंगे (भारत में रहने वालों के लिए) और लेने पर जेब को भी फर्क महसूस होगा। 🙂
    .-= amit´s last blog ..नक्काशीदार छत….. =-.

  7. हमने तो आदत ही नहीं पाली जी. पल जाएगी तो आजमाएंगे. 🙂

  8. एक आयडिया यह भी
    एक दिन सुबह से ही खाना-पीना त्याग कर बेशुमार सिगरेट पीजिये। लगातार एक के बाद एक, धुंआ बाहर निकालने की कोशिश ना करें, चाहे खांसी आये या उल्टी। गारंटिड एक दिन में अपने-आप छूट जायेगी 😉

    प्रणाम स्वीकार करें

  9. जीतू ,जी,
    धूम्रपान छोडने के आपने जो उपाय बताए हैं वे बहुत ही अच्छे हैं और निश्चय ही उनका परिणाम सकारात्मक अएगा . एक मेरा भी सुनिए..शायद बहुत लोगों ने सुना भी हो एक ..सिगरेट आती है ..शायद बहुत कम स्थानों पर मिलती है ..नाम है निर्दोष ..मगर मैं कम से कम चार लोगों को जानता हूं जिन्होंने उस सिगरेट का सेवन शुरू करने के बाद धूम्रपान की लत से निजात पा ली । जी हां ये सच है कि उसमें जो पदार्थ होता है वो धीरे धीरे पीने वाले के मन में सिगरेट के प्रति अरुचि भर देता है। ज्यादा जानकारी मिली तो बांटूंगा फ़िर ..

  10. जीतेन्द्र जी ,
    अगली पोस्ट पांच सौवीं होगी …सो अभी ही इन एडवांस बधाई दिए देते हैं प्रभु जी ।
    .-= अजय कुमार झा´s last blog ..दिल्ली ब्लोग बैठक (सिलसिलेवार रपट -आखिरी ,कुछ रोचक बातें ) =-.

  11. @dr t s dara
    डाक्टर साहब, हमने ऊपर लिखे तरीको ही आजमाकर छोड़ी, अपने अनुभव ही शेयर कर रहा हूँ प्रभु।
    @अनूप शुक्ल
    दादा, यही उपाय पान मसाले और दारु पर भी लागू हो सकते है, बस थोड़ा सा बदलाव करना पड़ेगा। आप ट्राई करो, हम सभी आपके पीछे पीछे है।
    @नीरज दीवान
    दीवान साहेब, जब आप सिगरेट छोड़ने की सोचते हो, तब भी आपको बची हुई सिगरेट से प्यार होता है, इसलिए फेंकने का तो जी नही करेगा, इसलिए चौकीदार वाला आईडिया दिया था, बाकी मर्जी आपकी जिसको चाहो दो। रही बात वैलेंटाइन डे कि, तो भई उस पर बहुत कुछ लिख चुके है, थोड़ा अलग लिखने का सोचा था, ठेल दिया।
    @सागर नाहर
    सागर भैया, आपने सही कहा, इच्छाशक्ति और मनोबल ही किसी आदत को छोड़ने मे कारगर होता है।
    @Amit
    सही कहा बरखुरदार, सिगरेट जितने महंगी हो, उतनी जेब पर भारी पड़ेगी। अच्छा आईडिया।
    @pankaj bengani
    भई लिख दिया है, गाँठ बांध लो, ताकि सनद रहे और वक्त जरुरत काम आए।
    @अजय कुमार झा
    अजय भाई, आपके सुझाव प्रशंसनीय है, अधिक जानकारी प्राप्त करके बताइएगा। रही बात पोस्ट की तो भैया, नम्बर पर मत जाओ, वो गलत दिखाता है। हम 1000 पोस्ट का आंकड़ा कब का पार कर चुके है, हम नम्बर गेम मे विश्वास नही रखते।

  12. इत्ते झंझट हैं छोड़ने में, अच्छा हुआ जो हमने शुरु ही नहीं की।

    वैसे हम चाय सफलतापूर्वक छोड़ चुके हैं, उसे छोड़ना भी कम मुश्किल नहीं होता हाँ।
    .-= ePandit´s last blog ..ई-पण्डित की अज्ञातवास से वापसी =-.

  13. भंवर सिर्वान का तो मानना की बीडी सिगरेट हुक्का चिलम ये कुछ नहीं छुट सकता है क्यों की रोज रात को लुगाई मूड बना लेती है मेर गाँव सालवा कल्लन की बात है की मेरा एक दोस्त है जो की मजदूरी का काम करता है रोज १५० की मजदूरी मिलती है शाम को जब घर आता है तो एक देशी पव्वा जरुर टिका कर आता है मेने पूछा की यार ये रोज क्यों पीता है तो उसने बोला की तेरी भाभी कहती है की तुम बहुत जल्दी थक जाते हो इसलिए मुझे पव्वा पिने के बाद एक सिगरेट पि लेता हु तो सही रहता है और फिर तेरी भाभी खुश रहती है
    अब मेरा पन्ना जी तुम ही बताओ की जब बिविया पीने की सलाह देती है तो हम केसे रुके और आपकी कसम पिने के बाद जो मजा आता है वो ऐसे मे नहीं आता है
    हां ये बात जरुर है की मे नहीं पीता हु
    थेंक्स
    — आपका भंवर सिर्वान सालवा कल्ला

  14. महेंद्र जाखड़ सालवा कल्ला से कहते है की सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है लेकिन इनकी आदत पद जाने के बाद इसको छोड़ पाना बहुत ही मुश्किल काम है उसके लिए मान को बहुत ही कण्ट्रोल करना पड़ता है और किसी अछे डॉक्टर की सलाह लेनी ही पड़ती है सालवा कल्ला गाँव मे बीडी सिगरेट के काफी आदतन लोग है जो की हमेश पिटे है और या तो वे टीबी से पीड़ित हो चुके है होने की कगार पर है मेने तो उनको बहुत समजाया पर वो लोग मानते ही नहीं और कहते है तुम लोग क्या जानते हो की काश लेने का मजा ही निराला है अरे भाई वो लोग समजते क्यों नहीं है की ये उनकी जिंदगी के लिए कितना खतरनाक है लेकिन वो लोग जब तक समजेंगे तब तक देर हो चुकी होगी
    सालवा कल्ला से आपका महेंद्र जाखड़

  15. bhai sab mein jo brand pita hu woh to sab jagah milta hai to mein kya kron

  16. BL jat रेल्वे वर्कशाँप और माल जी मँडी वाले ये दोनो शाम को खाना खाने के बाद 1सिगरेट फुक डालते
    सुबह मौसम बनता नही तो मिराज खाकर सिगरेट फुकनी पङती
    मै माला जाट सब्जी मँडी जाता हू
    मेरे सामने की थङी पर 1 लेडीज साग बेचती
    जीतु जी वो तो 3 घँटे मे 3 पौकेट फूँक डालती
    पुछा एँसा क्यो
    मालण बोली मिस्टर माला अपना ख्याल रख मेरी मत पूछ
    मेरा नाम B.L.JAT है जीतु जी मै आपसे पेहले भी पूछ चूका कि ये लत कैसे छोङु पर आपने कुछ बताया नही
    आपका भँवर जाट
    आपका माला जाट
    आपका MS जाट
    सालवा कल्ला0

  17. अब आपको अपने लिए एक अच्छी सी नौकरी तलाशने के लिए एक अतिरिक्त और अद्यतन जरिया मिल गया है। जी हाँ, वह है इंटरनेट का। चाहे आपको नया रोजगार ढूंढना है या अपने वर्तमान रोजगार में परिवर्तन करना है, तो अब रोजगार कार्यालयों के चक्कर लगाने या अखबारों के पीले पन्ने चाटने के अलावा भी एक अन्य विकल्प आपके सामने आ गया है। आज इंटरनेट पर ढेर सारी साइटें खुल गई हैं, जो आपको आपका मनमाफिक रोजगार उपलब्ध करवाने में सहायता करती है। वैसे तो किसी भी प्रमुख वेब साइट में रोजगार बाबत सूचनाएं आवश्यक रूप से रखे जाने की कोशिशें की जा रही हैं, मगर कुछ साइटें ऐसी हैं, जहां आपको मुख्य रूप से रोजगार से संबंधित जानकारी ही दी जाती है। आइए आज ऐसी ही कुछ साइटों के बारे में जानें।
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