नया मोबाइल : सैमसंग गैलेक्सी एस

वैसे तो मै नोकिया का बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूँ। लेकिन क्या करूं, जिधर भी देखो गूगल के एंड्राइड आपरेटिंग सिस्टम का ही बोलबाला है। इसी के मद्देनज़र मोबाइल बदलने का फैसला हुआ। अब मसला था कि फोन कौन सा लें, उसके पहले यह देखना था कि कौन सा मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम लिया जाए। तो हमारी खोज शुरु हुई

कहानी फोन ऑपरेटिंग सिस्टम की।

शुरु के समय मे मोबाइल फोन जावा वाले सिस्टम पर ही आधारित हुआ करते थे, फिर नोकिया ने अपना सिम्बियन ऑपरेटिंग सिस्टम निकाला, जिसको जनता ने हाथो हाथ लिया। इसी बीच दूसरी कम्पनियां इसको टक्कर देने के लिए अपना अपना ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने मे जुट गयी। नतीजा एंड्राइड आया, जिसको गूगल ने विकसित किया और ओपेन सोर्स ने इसको सही दशा दी। उधर एप्पल के अपना आईफोन निकाला जो उसके अपने ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित था। इसको भी काफी सफ़लता मिली। फिर एक और कम्पनी ने ब्लैकबैरी निकाला। जो काफी लोकप्रिय हुआ।  अपने बिल्लू भैया भी पीछे काहे रहते, वे भी विंडोज 7 पर आधारित मोबाइल आपरेटिंग सिस्टम ले आए, ये बात और है, पीसी पर विंडोज से हाथ जलाए हुए लोग, मोबाइल पर इसको नही देखना चाहते। इसके अलावा भी कुछ गिने चुने ऑपरेटिंग सिस्टम थे, लेकिन वो उतने उल्लेखनीय नही है। इन सभी के बीच जो ऑपरेटिंग सिस्टम उभर कर आए वो आईफोन और एंड्राइड ही है। आज भी दुनिया भर मे जितने भी मोबाइल एप्लीकेशन्स मिलेंगे, वो इन दोनो पर जरुर मिलेंगे। इस तरह अंतत: एंड्राइड को ही फाइनल किया गया।

Image Courtesy :louisvolant Caroline et Louis VOLANT (at Flickr)

समस्या थी, फोन कौन सा लें?
अब बारी थी फोन पसंद करने की। जिससे पूछो वो अपने अपने विचार बताता। सबके अपने अपने तर्क वितर्क थे। जो समस्या को समाधान की जगह और कनफ्यूजन कर देते। हमने अमितवे से पूछा तो वो एचटीसी की बात करता, कोई भारतीय कम्पनिययों के फोन लेने की वकालत करता, कोई आईफोन/ब्लैकबैरी की वकालत करता। हमने भी काफी सोच विचार किया और् आखिरी मे सैमसंग गैलेक्सी एस को फाइनल किया गया। कल ही ये फोन मेरे हाथ मे पहुँचा है, इसको इस्तेमाल करने के चक्कर में वीकेंड के बाकी काम करने से परहेज किया गया। फिर जनाब कल से लेकर आज तक, लगे पड़े है इस फोन को इस्तेमाल करने में। अभी तो फोन के सारे फीचर्स चैक किए जा रहे है। धीरे धीरे इसमे पारंगत भी हो जाएंगे।इस फोन के बारे मे विस्तृत समीक्षा अगली पोस्ट मे कर रहा हूँ।

जब तक आप लोग ये पोस्ट पढेंगे, तब तक मै इस फोन की समीक्षा लिख लेता हूँ। तो फिर तब तक आते रहिए और पढते रहिए आपका पसंदीदा ब्लॉग आप सभी का पन्ना।

12 Responses to “नया मोबाइल : सैमसंग गैलेक्सी एस”

  1. सोचा था इसे लूं लेकिन, एंड्राइड फोन में हिन्दी न चलने से अभी इसे लेना ठीक नहीं लगा।

  2. देखे कई मगर नीचे उतर कर नोकिया सी3 लिया. वजह हिन्दी 🙂

  3. प्रवीण पाण्डेय on दिसम्बर 3rd, 2010 at 5:23 pm

    4 इंच की स्क्रीन तो भहुत अच्छी है पर हिन्दी का सपोर्ट नहीं पाया। इसके विन्डो फोन 7 भाई सैमसंग फोकस की प्रतीक्षा में हैं, वह भी हिन्दी लोड होने के बाद।

  4. सोमेश सक्सेना on दिसम्बर 3rd, 2010 at 6:41 pm

    जानकारी के लिए धन्यवाद। आपके समीक्षा की प्रतीक्षा रहेगी। वैसे इस बारे में दीगर ब्लॉग्स और गूगल चिठ्ठाकार समूह में भी काफी कुछ पढ़ने को मिला है। अधिकांश लोग एंड्राइड और आइ-फोन इसलिए प्रिफर नहीं करते क्योंकि ये हिंदी सपोर्ट नहीं करते हैं।

    सोमेश
    शब्द साधना

  5. लेकिन यहाँ तो इस फ़ोन मे हाथ जलाये बैठे हैं । इस दीवाली पर लिया था , वर्जन १.५ था इसमे ब्लू टूथ काम नही कर रहा है । डिलर ने कहा कि अपडॆट होने पर यह ठीक हो जायेगा लेकिन इसका अपडॆट सैमसंग के पास है ही नही .. क्या करें .. शायद पुराना वर्जन टिका दिया ..

  6. बधाई !

    हिन्दी समर्थन के बाद ही एनड्राएड पर विचार होगा !

  7. Badhai ho, Maine iPhone loyal hai..

  8. अन्तर सोहिल on दिसम्बर 4th, 2010 at 8:33 am

    अगर इसमें हिन्दी भली भांति लिख और ब्लॉग पोस्ट पढ सकते हैं तो बढिया है, वर्ना हमारे लिये बेमतलब है।

    प्रणाम

  9. सुशील बाकलीवाल on दिसम्बर 4th, 2010 at 2:37 pm

    बहुत दिनों बाद आपकी ताजा पोस्ट देखी है । मुझे अपनी लेखन शैली का एक गुमनाम प्रशंसक ही समझिये । रविन्द्रप्रभातजी के ब्लाग-परिक्रमा के कारण आपके पिछले लेखों तक पहुँच पाया था । उपरोक्त वर्णित फोन का आपका विष्लेषण पूरा हो गया हो और इस पर हिन्दी चल सकती हो तो कृपया बताईयेगा । आपका पिछला एक लेख नये ब्लागर के लिये उपयोगी टिप्स हिन्दी में देखने को आया था जो मैं उस समय पढ नहीं पाया था । बाद में जब मैंने उसे ढूंढना चाहा तो वह अंग्रेजी में तो दिखा किन्तु हिन्दी में नहीं दिख पाया । यदि सम्भव हो तो उसे उपलब्ध करवाईयेगा । मेरे ब्लाग और लिंक यहाँ दे रहा हूँ ।
    http://najariya.blogspot.com/ -नजरिया
    http://jindagikerang.blogspot.com/ -जिन्दगी के रंग.

  10. मैंने भी सैमसंग का एक टुनटुना लिया था. सर दर्द हो गया. अब सैमसंग लेने की हिम्मत नहीं है. कोई नोकिया ही सुझाइए.बहुत महँगा न हो . ईमेल की सुविधा देता हो.

  11. Well, of course, I’m the wrong person to ask. I like to dial numbers with one hand, and maybe I’m the only one.

  12. वाकई अच्छा फोन चुनना एक मुश्किल काम है।