श्री रामचरित मानस

आइये आज कुछ बात करते है, ब्लॉगजगत के कुछ यादगार लम्हों की।  बात कुछ २००६ की है, जब हम हिंदी ब्लॉगजगत में स्थापित होने की कगार पर थे।  हर रोज कुछ ना कुछ नयी खुराफात करने की कोशिश करते थे,  इसी कोशिश का नतीजा था , श्री रामचरित मानस को इंटरनेट पर देखने का, वैसे तो कई संस्करण उपलब्ध थे, लेकिन यूनिकोड पर एक भी ना था, लिहाज़ा  हमने सुन्दर काण्ड लिख मारा।  अब पन्गा तो ले ही लिया था, अब बाकी का काम कैसे हो, तो पुराने साथियों शुकुल और रवि भाई को साधा गया।  दोनों को पूर्ण सहयोग से हमने जुलाई २००६ में श्रीरामचरित मानस को इंटरनेट पर स्थापित किया।

कोशिश यही थी कि  इसे हर जगह प्रदर्शित किया जाए, इसलिए हमें जो भी प्लेटफार्म (ब्लॉगर, वर्डप्रेस, या अन्य ) मिले वहां पर इसको स्थापित किया गया , ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसको देखकर , नित्यदिन पढ़े और लाभान्वित हो। काफी वर्ष ऐसा ही चलता है, सैकड़ों  टिप्पणियों और उस से भी ज्यादा पाठकों की धन्यवाद मेल देखकर दिल गदगद  हुआ।  समयाभाव के कारण या कहो हमारी सुस्ती के कारण इसको अपनी साइट पर नहीं ले जा सके और ना ही उसमे कुछ नया फ़ीचर डाल सके।  अभी पिछले दिनों कुछ समय मिला था तो इसको हमने अपने सर्वर पर स्थापित किया और उसने काफी सारे नए फ़ीचर जोड़े हैं। साइट का नया पता यहाँ पर है।

आइये कुछ बात करते है नए फ़ीचर की, हमने थोड़ा प्रयास किया है, आपका सहयोग रहेगा तो और भी काम आगे बढ़ेगा। नए फीचर में हमने जो जोड़ा है :

  1. रामायण जी की आरती  – यह नया पेज बनाया गया है, आप पसंद करेंगे।
  2. रामायण प्रश्नावली – हमने आपकी जानकारी परखने के लिए रामायण प्रश्नावली प्रस्तुत करी  है, इसके नित नए संस्करण लाते रहेंगे, आपको पसंद आएंगे।
  3. रोचक तथ्य – श्री रामचरित मानस से सम्बंधित कुछ रोचक तथ्यों को एक साथ दर्शाया गया है, उम्मीद है आपको पसंद आएंगे.
  4. हनुमान चालीसा – पाठकों की विशेष मांग पर हनुमान चालीसा को भी इस साइट पर जोड़ा गया है, आशा है आपको पसंद आएगा।
  5. मोबाइल एप्लिकेशनश्री रामचरित मानस का एंड्रॉइड पर एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध कराया गया है, आशा है आपको पसंद आएगा।

अभी बहुत कूछ है दिमाग में , जिसको कार्यान्वित किया जाएगा, आपसे निवेदन है  कि साइट का विजिट करें और हमें और सुझाएं ताकि हम इसमें और भी फ़ीचर जोड़ सके।

तो फिर आते रहिए पढ़ते , आपका पसंदीदा ब्लॉग।

 

2 Responses to “श्री रामचरित मानस”

  1. वाह! यह तो बढ़िया काम है. इंटरनेटी दुनिया मोबाइल और ऐप्प की ओर चल चुकी है. उन्हें आसानी रहेगी.

  2. bahut achi post hai sir