बधाईयों का धन्यवाद

फ़ुरसतिया जी के लेख को पढकर तो मै गदगद हो गया, भावातिरेक मे तारीफ़ के लिये शब्द ही नही मिल रहे. निश्चित ही जन्मदिन का इससे अच्छा तोहफ़ा तो हो ही नही सकता.

Jitu Bday Cake

सबसे पहले तो मै धन्यवाद करना चाहूँगा अपने मित्र,साथी ब्लागर और बुजुर्गवार अनूप शुक्ला ‘फ़ुरसतिया’ जी का, जिन्होने मेरी गुन्डई ही सही, पर मेरा परिचय लिखना स्वीकारा. फ़ुरसतिया जी, बाते बनाने मे मेरे भी गुरु है, इसलिये इनके लेखन मे तड़का कुछ ज्यादा ही तीखा होता है. आपसे निवेदन है कि मेरे बारे मे जो फ़ुरसतिया जी ने लिखा है, उसको सीरीयसली ना लें. वैसे भी यदि आपने पूरा लेख पढा हो तो आप समझ ही गये होंगे, कि जबरिया लिखवाने का नुकसान क्या होता है, इन्होने परिचय पर प्रकाश कम और खिचांई पर ज्यादा जोर दिया है. लेकिन बुजुर्गो की बातों का बुरा नही मानना चाहिये, इसलिये उनकी कही एक एक बार मेरे को स्वीकार्य है. एक बार फ़िर मै फ़ुरसतिया जी का धन्यवाद करता हूँ, मेरे लिये ये जन्मदिन का सबसे बड़ा तोहफ़ा है.

आपके इस लेख ला शीर्षक “जन्मदिन के बहाने जितेन्द्र की याद” की जगह “जन्मदिन के बहाने जितेन्द्र की खिचाई होना चाहिये।जितेन्द्र जी को जन्मदिन की ढेरों बधाई!!!
सारिका

आप सही कह रही है, सारिका जी मै आपसे पूरी तरह से सहमत हूँ.बधाईयों के लिये धन्यवाद

जीतेन्द्र जी , ठीक एक हफ्ते बाद , यानी १६ सितम्बर को अनूप का जन्मदिन है। छोड़ियेगा मत !
बहरहाल , अभी तो आप को , आप का जन्मदिन मगलमय हो।
-राजेश (सुमात्रा)

सही कह रहे हो राजेश भाई, तैयारियां की जानी चाहिये, लेकिन फ़ुरसतिया जी बुजुर्गवार है, क्या खींचे, बेचारे की घर पर ही इतनी खिंचाई होती है, हम लोगो के लिये तो कुछ बचता ही नही.

इसको कहते हैं बर्थडे बम्म्स, वाह क्या रोस्टिंग की है. सीज़न्ड (और अब रोस्टेड) ब्लागर जीतू को जन्मदिन की हार्दिक बधाई. और रिकार्ड के लिए – जीतू बस मेल ही नही लिखते बाकायदा मदद भी करते हैं! मुझे हिंदिनी के प्रारँभिक सेट-अप का समय याद है, इन्होने घँटो चैट कर के मुझे वर्ड-प्रेस के फँडे सिखाए थे!
इस्वामी

अरे स्वामी जी, ये तो पहली बार हुआ है, कि किसी ब्लागर को रोस्ट किया गया हो, वैसे फ़ुरसतिया ने मसाले भी अच्छे लगाये है. रही बात मदद की, तो भईया, हमारा दरवाजा तो सभी के लिये खुला है, और फ़िर आपसे तो विशेष स्नेह है, वैसे कहते है कि विद्या बाँटने से बढती है…(नोट: विद्या के पति बुरा ना माने, यहाँ उनकी पत्नी की बात नही हो रही)

जितेंद्र जी जन्मदिन मुबारक हो. भगवान करे कि आप की “विचार-गुण्डई” अनूप के तानों की परवाह न करते हुए दिन दुनी रात चौगुनी बढ़े. हाँ मैं अनूप की एक बात से अवश्य सहमत हूँ कि “…ये सारे फंडे छोड़ के मन लगा के लिख बालक.लोग पढ़ेंगे आज नहीं तो कल.” और फिर पढ़ने वाले अच्छे होने चाहिये, चाहे वे कम ही क्यों न हों.
सुनील

सुनील भाई, अनूप भाई ने ताने नही दिये है, ये तो कनपुरिया तारीफ़ है, दरअसल फ़र्क करना मुशकिल हो जाता है, ये तारीफ़ है कि खिंचाई. आपकी बात से मै सहमत हूँ, लेकिन टिप्प्णियाँ मिलती रहे तो ब्लागर का उत्साह बना रहता है.

साथ ही मै धन्यवाद करना चाहूँगा, सारिका, फ़ुरसतिया,मानोशी,देबू दादा,प्रतीक भाई,रवि भाईसाहब, राजेश भाई,अतुल गुरु,रमण दादा,स्वामी जी, आशीष भाई, तरुण, शशि सिंह,ठलुआ नरेश, सुनील जी और आशीष , जिन्होने फ़ुरसतिया के ब्लाग पर मुझे जन्मदिन पर बधाई दी. साथ ही उन साथियों का भी धन्यवाद जिन्होने इमेल लिखकर बधाई दी.

प्रतीक भाई का विशेष धन्यवाद जिन्होने मेरे फ़ोटो को बधाई सन्देश का रुप दिया,
Wishes

ईश्वर करे हम सभी चिट्ठाकारो का जन्मदिन इसी खुशी और प्यार और खिंचाई के साथ मनाये.

2 Responses to “बधाईयों का धन्यवाद”

  1. भाई मेरी ओर से भी जन्मदिन की हार्दिक बधाइयां (बिलेटेड) !!

  2. अभी अधिक देर नहीं हुई है , हमारी तरफ से भी जन्मदिन की मंगल्कामनाएं |
    अनुनाद