वाह! ये हुई ना बात

भई, ख़बर पढकर तबियत खुश हो गयी, मजा आ गया।

पश्चि्म बंगाल के २४ परगना जिले के बंगीय पुरोहित सभा ने फ़ैसला किया है कि जो युवक या युवती शादी के पहले थैलेसीमिया और एचआईवी का पता लगाने के लिए अपने खून की जाँच नहीं कराएँगे, पुरोहित उनकी शादी में मंत्र नहीं पढ़ेंगे। सच है, यदि ऐसा ही फ़ैसला सारे देश की पुरोहित सभायें ले लें तो हम एड्स जैसी खतरनाक बीमारी से सही तरीके से लड़ सकेंगे और ना जाने कितने घर बरबाद होने से बच जायेंगे। पूरी ख़बर यहाँ पढिये।

देर से ही सही, इन्डिया जाग रहा है….

2 Responses to “वाह! ये हुई ना बात”

  1. बिल्कुल सही। जब अनजाने लोगों में शादी हो तो यही चीज़ें मिलाई जानी चाहिएँ — डाक्टरी जाँच, ब्लड-ग्रुप, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, आदि। वरना हम जन्म पत्रियाँ मिलाने में लग जाते हैं जिन का न डाटा सही होता है, न एनालिसिस।

  2. can you help me?