अनुगूँज 21: चुटकुलों की गूँज

अनुगूँज Akshargram Anugunj

रवि भाई, आप घबड़ाना नही, अब हम आ गया हूँ, बस कुछ दिन की मोहलत दी जाए, ताकि हम नए पुराने कुछ चुटकुलों को एक जगह परोस सकें। शुरुवात के लिये पेश है कुछ सुने सुनाए चुटकुले।


१.

पंजाब के एक रेलवे स्टेशन पर एक सरदारजी दौड़ते हुए स्टेशन मास्टर के पास आए, और बोले ” साहब! वहाँ प्लेटफ़ार्म नम्बर १ की पटरी पर लगभग १०० सरदार ट्रेन के नीचे आ गए है।चलिए” स्टेशन मास्टर का माथा ठनक गया।तो दौड़े दौड़े प्लेटफ़ार्म पर पहुँचे तो देखा लगभग १०० सरदार ट्रेन से कटकर मर चुके थे।स्टेशन मास्टर ने दौडकर आने वाले सरदार से मामला पूछा:
स्टेशन मास्टर :क्या हुआ था?
सरदार : साहब! एक मिनिस्टर आने थे, ट्रेन से। सारे सरदार उस मिनिस्टर के स्वागत के लिये प्लेटफ़ार्म पर खड़े थे।अचानक एनाउन्समेन्ट हुई, कि ट्रेन प्लेटफ़ार्म नम्बर एक पर आ रही है। बस फिर क्या था,सारे सरदार पटरी पर उतर पड़े, अपने नेता के स्वागत के लिये और कट कर मर गए।
स्टेशन मास्टर : अच्छा तो ये बात है, लेकिन तुम कैसे बच गए तुम भी तो सरदार हो।
सरदार : साहब मै तो स्टेशन पर आत्महत्या करने आया था, इत्ते सारो के ऊपर कैसे कूदता?


2

एक छोटा सा जोक है:
एक सरदार कान पर मोबाइल लगाए, बात करते हुए जा रहे थे, अचानक उनके मोबाइल की घन्टी बज उठी।


3

एक जनाब अक्सर अपनी बीबी को छेड़ा करते थे। जब भी वे काम पर जाते तो बोलते:
“गुड बाय! चार बच्चों की अम्मा। ”
बीबी बहुत परेशान, एक दिन उसने भी जवाबी हमला बोल दिया। जैसे ही पति बोला,
“गुड बाय! चार बच्चों की अम्मा।
बीबी बोलो : “बाय बाय, दो बच्चो के बापू।”


4

मानो या ना मानो, सन्ता सिंह और बन्ता सिंह एक दिन शतरन्ज खेलते हुए पाए गए।


5

एक शेर मुलाहिजा फरमाए :
जिसके दिल मे दर्द है वो दिलदार है
जिसके दिल मे दर्द है वो दिलदार है
जिसके दिल मे दर्द है वो दिलदार है
जिसके सर मे दर्द है वो सरदार है।

अब कुछ निरन्तर के पुराने अंक से :


6

समाचार वाचक सुक्खी ने समाचार चैनल पर एक ब्रेकिंग न्यूज़ कुछ यों दी

एक दो सीटर जहाज आज पंजाब के एक कब्रिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। स्थानीय सरदारों को पाँच सौ लाशें मिली है और वे अभी बाकी यात्रियों को खोद खोद कर ढूँढ रहे हैं।


7

सुक्खी एक बीमार चीनी दोस्त कि मिजाजपुरसी करने देखने अस्पताल गये। जब वे बस जा ही रहे थे कि उसी पल उनका दोस्त उनके सामने ही तीन शब्द “चिन यू यान” कह कर खुदा को प्यारा हो गया। सुक्खी बड़े परेशान हुये। पुस्तकालय जाकर तुरंत एक चीनी शब्दकोश देखा उस वाक्य का मतलब पता करने के लिये। मतलब पता चला, “नामुराद! तू मेरी आक्सीजन ट्यूब पर पाँव रक्खे खड़ा है।”


8

अध्यापक: सुक्खी, तुम्हारा कुत्ते पर लिखा निबंध तुम्हारे भाई के निबंध जैसा क्यो हैं? क्या तुमने नकल की?
सुक्खी:ओ नइ जी नइ, बात यह है कि हम दोनों ने एक ही कुत्ते पर निबंध लिखे हैं।


9

टीचर : राजू अपने पिताजी का नाम अंग्रेजी मे लिखो
राजू : ब्यूटीफुल रेड मेल अन्डरवियर
टीचर : ये क्या बदतमीजी है
राजू मासूमियत से बोला : “मास्साब मेरे पिताजी का नाम सुन्दर लाल चड्ढा है।”


10

एक बार एक सरदार जी, हिन्दू,मुस्लिम और अंग्रेज हनुमान के मन्दिर के बाहर बैठे थे।सभी हनुमान को अपने अपने धर्म का बता रहे थे।
हिन्दू बोला: “हनुमान जी हमारे ईष्ट देव है। रामायण मे इसका उल्लेख है।
मुसलमान : “हनुमान शब्द, सुलेमान से बना है, इसलिए हनुमान मुसलमान हुए”
अंग्रेज बोला: “हनुमान, हैनीमैन, सुपरमैन शब्द से बना है, इसलिए हनुमान अंग्रेज हुए।”
सरदार बहुत देर तक बकझक सुनता रहा, आखिर मे बोला : “हनुमान सरदार थे”
सभी : “कैसे?”
सरदार : देखो, बीबी किसकी गयी थी? राम की। लेकर कौन गया था? रावण। लंका मे जाकर कौन पिला था? हनुमान। सिर्फ़ एक सरदार ही बिलावजह कंही भी पिल सकता है। इसलिए हनुमान सरदार थे।

अगली खेप भी यहीं पर टिकायी जाएगी थोड़ा इन्तजार करें।

9 Responses to “अनुगूँज 21: चुटकुलों की गूँज”

  1. वाह जीतू भाई,

    धन्यवाद. आते ही आपने हँसने हँसाने की दुकान खोल दी.

    नहीं तो बाजार से हँसी ही गायब हो चली थी.

    अगले संग्रह का बेसब्री से इंतजार है.

  2. पहले चुटकुले में जवाब है:-

    तुम कैसे बच गये?
    चूंकि मैं आत्महत्या करने आया था । पटरी पर लेटा था।लिहाजा जब पता चला कि गाड़ी प्लेटफार्म नम्बर एक पर आयेगी तो मैं पटरी से उछलकर प्लेटफार्म पर आ गया। वहाँ गाड़ी आई ही नहीं
    सो मैं बच गया।

  3. पहले चुटकुले में जवाब है:-
    तुम कैसे बच गये?
    चूंकि मैं आत्महत्या करने आया था । पटरी पर लेटा था।लिहाजा जब पता चला कि गाड़ी प्लेटफार्म नम्बर एक पर आयेगी तो मैं पटरी से उछलकर प्लेटफार्म पर आ गया। वहाँ गाड़ी आई ही नहीं
    सो मैं बच गया।

  4. राज कुमार on जुलाई 22nd, 2006 at 3:00 am

    एक हमारी ओर से प्रस्तुत है

    एक सरदार जी हवाई जहाज से यात्रा कर रहे थे. उनके बाजू मे विश्वनाथन आनंद जी बैठे थे. बाते करते करते आनंद बोर हो गए, तो सरदार से बोले “शतरंज की बाजी हो जाए”. सरदार बोले “सरदार हूँ पर समझदार हूँ. आप तो विश्व विजेता हो. मुझे चुटकियों मे हरा देंगे”. आनंद जी कहे “घबराइए मत. मै बाएं हाथ से खेलूंगा. चलेगा?”

    सरदार जी मान गओ. खेल शुरू होने के एक मिनट मे सरदार जी मात हो गए.

    घर पहुँच कर सरदार जी अपने भाई को सारा विवरण बताते है. प्रा जी भडक उठते हैं. वे कहते है “कितनी बार कहा के जनरल नालिज पढा करो, पर बात तो मानने से रहे आप, और नाक कटा कर आ गए. अगर थोडा सा भी जनरल नालिज होता तो आपको यह मालूम होता के आनंद लेफ्ट हैंडर है.”

  5. एक वृद्ध महिला अपनी सहेली से बोली – मैंने अपने पति की दांतों से
    नाखून काटने की आदत छुड़ा दी है।
    सहेली ने पूछा- कैसे?
    वृद्धा ने जवाब दिया-मैंने उनके दांत छुपाकर रख दिए है।

  6. रेखा (मीना से)- मैंने सुना है कि तुम्हारे पति को नींद में चलने की
    बीमारी है।
    मीना (रेखा से)- हां…… है तो, मगर घबराने की बात नहीं है।
    रेखा (मीना से)- क्यों?
    मीना (रेखा से)- क्योंकि वे इतने आलसी है कि दो-चार कदम चलकर फिर
    लेट जाते है।

  7. आपके चुटकुले नये तथा मज़ेदार हैँ |
    REALLY THESE WERE INTERESTING FOR ME TO HAVE FUN.

  8. ek dam bakwas jokes

  9. 🙂