मेरा पन्ना अब नए रूप में

हम बहुत दिनो से सोच रहे थे, कि मेरा पन्ना को वर्डप्रेस के नए वर्जन से अपग्रेड करें, लेकिन पिछली थीम मे इतना कस्टमाइजेशन किया था कि हिम्मत ही नही पड़ रही थी। लेकिन फिर देखा कि नए वर्जन मे काफ़ी कुछ बढ गया सो मन को किसी तरह समझाया।इस तरह से पहले चरण मे मेरा पन्ना वर्डप्रेस के लेटेस्ट वर्जन पर आ गया। इसके लिये मिर्ची सेठ को देर रात परेशान किया गया।आशा है मिर्ची सेठ,भाभी की डाँट खाने के बावजूद भी, शिष्य से पूर्ववत स्नेह बनाए रखेंगे।

अब समस्या थी, थीम यानि परिकल्पना की। बहुत सारी थीम देखी, हमे पसन्द नही आयी। अन्त मे मिर्ची सेठ ने जो थीम बताई वो लगा दी है, आंखो को भली लग रही है, लेकिन दिल अभी भी कुछ और ही चाहता है, इसलिए थीम की ढुंढायी चालू आहे। आप लोगों को कोई अच्छी थीम मिले तो जरुर बताइएगा। एक और बात, पिछली साइट मे कुछ चीजे थी, वो शायद इस साइट मे अभी ना मिलें,धीरे धीरे सब कुछ वापस लाया जाएगा, पहले थीम फाइनल कर ली जाए, फिर कस्टमाइजेशन करेंगे।

तो मै थीम के सुझावों का इन्तजार करूं ना?

10 Responses to “मेरा पन्ना अब नए रूप में”

  1. roman me comment ke liye maaphi. lekin sundar ko jaise bhi kaho wo sundar hi lagega.

  2. आवरण लग तो cool रहा हैं.
    सुन्दर बदलाव.

  3. It’s cool! आँखों को आराम मिलता है, और पेज पर नेविगेशन में भी सुविधा मिलती है.
    दूसरे चरण के परिवर्तन के लिए दो सुझाव. दोनों बैनर के बारे में हैं.- ‘मेरा पन्ना’ को और बड़े आकार के फ़ोंट में लिख सकते हैं, और खाली पड़े दाहिने हिस्से में एकाध तस्वीर या ड्राइंग डाल सकते हैं.

  4. अच्छी सूरत को संवरने की ज़रूरत क्या
    सादगी भी क़यामत की अदा होती है.

    नए कलेवर पर नई-नई बधाई स्वीकार करें.

  5. यूं तो थीम सुंदर है,मगर आप लिखते इतना अच्छा हैं कि थीम का इतना मह्त्व ही नहीं रहता।

  6. बढियां थीम तो है, काहे परेशान हो रहे हैं.बधाई, नया प्रयास सराहनीय है.

  7. किसी किसी टिप्पणीकर्ता का नाम आतिशी शीशे में देखने से ही दिखेगा। यह थीम का पँगा लग रहा है।

  8. माफ़ी चाहता हुँ पर कहीं पढ़ा था कि “निन्दक नियरे राखिये” सो इस तर्ज पर कहना चाहुंगा कि मुझे यह थीम पहले वाली की तुलना में इतनी अच्छी नहीं लगी।
    पहले हल्के हरे रंग में जो थी वह अच्छी थी, यह रंग थोड़ा भड़कीला है
    फ़िर भी प्रयास के और नये रंग में रंगने के लिये बधाई स्वीकार करें

  9. मन्ने तो कोनी फरक ना लागे रे।
    शायद इसलिये कि मै जो लिखा है वो ज्यादा पढता हूं, थीम वीम का क्या है यार, आनी जानी चीज है नी।

  10. बधाई हो, अच्छी थीम है।