ब्लॉगस्पाट के भी दिन बहुरे

कहते है सब्र का फल मीठा होता है। अपने गूगल बाबा को ही लें, ब्लॉगस्पाट के अधिग्रहण के बाद इत्ते दिनो तक कुछ नया नही दिए ब्लॉगर भाई चिल्लम चिल्ली करते रहे, उसके कान पर जूं तक ना रेंगी। ऊपर से रही सही कसर भारत सरकार ने भी नजरे इनायत करके कर दी तो साथी ब्लॉगर, ब्लॉगस्पाट को तिलान्जिली देकर वर्डप्रेस डाट काम पर आ गये। लेकिन अब शायद गूगल बाबा को कुछ नया करने की सूझी है इसलिए ब्लॉगस्पाट पर काफ़ी नए फीचर्स दिए गए है।

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आइए कुछ सरसरी निगाह दौड़ाएं, नये फीचर्स पर:

  • अब आप अपने गूगल वाले एकाउन्ट से भी लागिन कर सकते है।
  • सबसे पहले तो रिपब्लिशिंग वाला काम खत्म हुआ, इधर पोस्ट लिखिए, उधर पब्लिश।
  • यदि आप चाहे तो प्राइवेट ब्लॉगिंग शुरु कर सकते है, अपने यार दोस्तों या प्रेयसी के लिये विशेष।
  • अपने RSS फीड मे विज्ञापन भी जोड़ सकते है। (ये गूगल वाले एक एक कोना बेच खाएंगे।)
  • कैटेगरी से बड़ी चीज, लेबल आ गये है, एक पोस्ट कई कई लेबल मे डाली जा सकती है, ठीक जीमेल की तरह।
  • अपने साइड बार को और अच्छी तरह से मैनेज कीजिए, बिना किसी कोडिंग के।

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बाकी की जानकारी ब्लॉगस्पाट बनाने वालों के ब्लॉग पर देखें। यहाँ पर भी काफ़ी जानकारी है। ज्यादा जानकारी के लिए इस वीडियो को देखा जाए :

और जाते जाते, हमने एक टेस्टिंग ब्लॉग बनाया है उसे देखना मत भूलिएगा।

8 Responses to “ब्लॉगस्पाट के भी दिन बहुरे”

  1. ब्लॉगर का घर छोडते ही आज नये नये फियुचर्स आगए 🙁 कोई गल नही अपना अकाऊँट आज भी वहां हैं – देखना है कि अब वर्डप्रस वाले किया करते हैं।

    ज़बर्दसत जानकारी देने के लिए आपका धन्यवाद 🙂

  2. जानकारी के लिये धन्यवाद

  3. प्रतिस्पर्धा का कमाल.
    अपनी तो चाँदी हैं.

  4. तभी अपन ने तय कर लिया था कि चाहे जो लाठी भांज ले अपन हिलेंगे नही. सो धरना दे दिया है. तब से आज तक यहीं गुज़र बसर करते हैं. गूगल बाबा नंबर एक है और ब्लॉगस्पॉट को भी बनाए रखेगा.

    दैर नहीं हरम नहीं, दर नहीं आस्तां नहीं
    बैठे हैं रहगुज़र पे हम, कोई हमें हटाए क्यूं
    दिल ही तो है ना संगो खिश्त
    दर्द से भर ना आए क्यूं
    रोएंगे हम हज़ार बार
    कोई हमें मनाए क्यूं

  5. ठीक कहा नीरज जी,
    लगता है कि ये आपके और मेरे ही सब्र का फ़ल है जो अब फ़ूल रहा है.

    हमने भी सोच रखा था – हाथी का पैर ना हटे!!

    🙂

  6. जीतू भाई,

    आप बाजी मार ले गए.

    मैंने भी अपने ब्लॉग पर कल गूगल को थोड़ा गरियाया था, आज पता चला कि वह तो बदल गया है.

    कुछ मैंने भी लिखा है – नए ब्लॉगर बीटा पर – http://raviratlami.blogspot.com/2006/08/blog-post_15.html

  7. अच्छी जानकारी के लिये धन्यवाद और बधाई.हम तो ब्लागर्स पर ही टिके हैं.

  8. कैटेगरी से बड़ी चीज, लेबल आ गये है, एक पोस्ट कई कई लेबल मे डाली जा सकती है, ठीक जीमेल की तरह।

    Category से बड़ी वड़ी चीज़ नहीं है, बल्कि सिर्फ़ नाम बदल कर उसे Label रख दिया है। एक पोस्ट पर Category भी एक से अधिक लगाई जा सकती हैं(वर्डप्रैस का तो पता है, बाकियों का नहीं)।