मेरी असक्रियता का राज

आजकल मेरे सभी चिट्ठाकार मित्रों और करीबियों को मुझसे एक ही शिकायत रहती है कि मै अपने चैट विंडो पर बिजी का ही लोगो लगाए रखता हूँ, ना तो मै समय से उनके इमेल को रिप्लाई कर रहा हूँ और ना ही अक्सर चैट मैसेज का जवाब दे रहा हूँ, ऊपर से नारद पर भी ध्यान कम दे रहा हूँ, आखिर क्या है इस असक्रियता का राज? आखिर क्यों यकायक हिन्दी चिट्ठाकारी से ज्यादा जरुरी काम आड़े आ गया। सचमुच मै आजकल काफी बिजी हो चला हूँ, इतना कि दिन कब निकल जाता है पता ही नही चलता। इस व्यस्तता की कई वजहें है, पहली तो आफिस मे दो दो प्रोजेक्ट एक साथ शुरु हो गए, इसलिए आफिस से वक्त चुराना मुश्किल हो रहा है। फिर ऊपर से शाम का वक्त बच्चों को ट्यूशन छोड़ने और लाने मे निकल जाता है, थोड़ा सा वक्त बचता है वो भी वाह मनी वाले कमल शर्मा जी की संगत मे शेयर मार्केट के द्वारे ही गुजर रहा है। बाकी कुछ हो ना हो, कमल भाई के साथ साथ रहकर, शेयर मार्केट की काफी बारीकियां सीखी है, शेयर मार्केट के उतार-चढाव वाले घटनाचक्र मे भी पैसे कैसे कमाए जा सकते है, ये कमल भाई से बेहतर और कोई नही सिखा सकता। इसलिए अगर आपको भी मेरी तरह पैसों से पैसे बनाने है तो कमल भाई के पीछे लग लीजिए, बहुत जल्द ही ये अपना आर्थिक विषयों पर आधारित पोर्टेल भी लाने वाले है। इसलिए चूकिए मत…इनके पीछे लग लीजिए।

इस बीच शेयर मार्केट ने ऊंची छलांग लगाते हुए 19000 के आंकड़े को भी पार कर लिया है। ये आंकड़ा भी सिर्फ़ चार दिनो मे पाया गया है, जो कि एक रिकार्ड है। शेयर मार्केट की ऊंचाई अब कई निवेशकों को डराने भी लगी है लेकिन वंही दूसरी तरफ़ साहसी लोगों के लिए कमाई का नए द्वार भी खुले हैं। नए निवेशकों को मेरी सलाह होगी कि अभी बाजार मे करैक्शन (सेंसेक्स के गिरने ) का इंतजार करें, तब तक आप अपनी पसन्द के शेयरों को शार्टलिस्ट कर लें, ताकि भाव गिरने पर आप उनकी खरीद कर सकें।

मै जल्द ही ब्लॉगिंग और नारद सम्बंधित गतिविधियों पर वापस लौटता हूँ, थोड़ा टाइम मैनेजमेंट कर लूं, इसके लिए मिर्ची सेठ और देबू दा को पकड़ना पड़ेगा, जब तक मै इनकी खोज करूं और टाइम मैनेजमेंट की क्लास अटैंड करूं, तब तक के लिए आज्ञा दीजिए। आप पढते रहिए, आपका अपना प्यारा ब्लॉग “मेरा पन्ना“, अब ये मेरा अकेले का कहाँ रहा आप सभी का पन्ना।

10 Responses to “मेरी असक्रियता का राज”

  1. चलो ठीक है, कमा धमा कर लौटो. इन्तजार कर लेते हैं. शुभकामनायें.

  2. ठीक है जी, करो कमाइयाँ। हम पढ़ते रहेंगे हमारा पन्ना। 🙂

  3. चलिये जी आप कमाई करें कोई टिप्स हों तो हमे भी बतायें.

  4. कमाई का १०% हिस्सा इधर भी भिजवा दें , नहीं तो …… 🙂 🙂

  5. अगर आप लिखेंगे तो जरूर पढ़ेगें. 🙂

  6. बोधिसत्व on अक्तुबर 17th, 2007 at 4:58 pm

    हम भी आप का इंतजार करते रहते हैं…
    आपसे एक निवेदन है…..
    अचानक मेरा चिट्ठा नारद से हटा दिया गया है ………अगर हो सके तो मुझे वहाँ फिर से लगने लगाने की कोशिश करें
    आपका
    बोधिसत्व

  7. आज के इस क्रेश के बाद रिकवरी के बारे में आप की क्या राय है जीतू भाई। क्या यह सही समय हैं निवेश करने का। कुछ टिप्स हुमे भी दिया किजिये।

    पढ़ के अच्छा लगा।

    अमन

  8. चलो कुछ तो करो सही। बोधिसत्वजी की बात सुनो, जबाब दो वर्ना कमल शर्माजी मुंबई में ही हैं इनके साथ। कहीं गलत सलाह मिलवा दी तो सेन्सेक्स सन्नाता हुआ नीचे आ जायेगा।

  9. वाह जीतू जी,
    ‘अमीर कैसे बनें ‘ का ट्युशन लिया जा रहा है.
    लहरों को गिन कर धन कमाने की कला ! भई वाह, तबियत खुस होए गई .
    लेकिन हमको तो यहीं तक सीमित रहने दीजिये . महा के कूपमंडूक हैं अपुण ,
    ‘संतन को कहां सीकरी सों काम, आवत जात पन्हिया टूटी बिसर गयो हरिनाम ‘.
    आप दिखते रहिये अपने पन्ने पर , बाकी आप क्या करते हैं, कौन पूछने जाता है ?
    शेयर बाज़ार के लटके में न लटकाईये . बख़्स मेरी ख़ाला, मैं लंडूरा भला !

    और हां, पांडेय जी तो शायद रिसियाये गये मुला बोधित्सव महाराज की अपीलवा पर ध्यान दिये रहियेगा .
    नमस्कार , लगे रहो जीतू भाई !

  10. चेक करते है