नंगो की उड़ान

एल्लो जी। लोग कला/पर्यावरण और कुछ अनूठा करने के नाम पर अक्सर कपड़े उतारने को आतुर दिखाई देतेहै ।  अभी कुछ दिन पहले सुना था कि एक फोटोग्राफ़र ने हजारों लोगों के कपड़े उतरवा दिए थे। लोग तो इतने आतुर थे कि फोटोग्राफ़र के जाने के बाद भी कपड़े उतारे उतारे घूमते रहे, ये तो पुलिस ने पकड़ कर, जबरदस्ती कपड़े पहनवाए, नही तो ऐसे ही टहलते, नागा बाबा की तरह। नोट किया जाए हमने ये पोस्ट पूरे कपड़े पहनकर लिखी गयी है। लेकिन  कई लोगों को कपड़ों से चिढ होती है,  सही बात भी है, कपड़े उतारकर इन्सान एक जैसा ही दिखता है, ना जात-पात और ना ही ऊंच नीच, देखो बैठे बिठाए हमने भेद-भाव/जाति-पाति  की राजनीति का समाधान दे दिया। पासवान जी, आप सुन रहे है ना? खैर….यहाँ बात नंगो की हो रही तो, उसी परम्परा को आगे बढाते हुए, जर्मनी मे एक ट्रैवल एजेन्सी ने नग्नता के दीवानों के लिए एक उड़ान का आयोजन किया है। दुनिया की यह एक अकेली हवाई यात्रा होगी, जिसमे यात्री, एयरहोस्टेज (WOW!) और बाकी कर्मचारी भी कपड़े नही पहनेंगे, अलबत्ता पाइलट कपड़े पहनेंगे ( अगर नही पहनेंगे तो शायद टेक-आफ़  ही ना हो पाए)।  लेकिन आप टेन्शन मत लीजिए, जुलाई मे होने वाली इस यात्रा के लिए अभी से टिकट बुक करवा दीजिए, ऐसा ना हो कि सारे नंगे तो विमान मे चढ जाए और आप तौलिए मे बाहर ही खड़े रह जाएं। एक और बात इस पोस्ट को पढकर यदि आप नंगो के विमान मे जाने की सोच रहे है, तो अपने रिस्क पर ही जाए, मेरा पन्ना की कोई जिम्मेदारी नही होगी।

इधर नंगो की उड़ान की घोषणा हुई, उधर आस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम के पूरी तरह से कपड़े उतार दिए, क्या कहा? पोंटिग और पार्टी ने फिर कोई तमाशा किया क्या? नही भाई उन्होने 20-20 क्रिकेट के विश्व चैम्पियन भारत को इत्ती बुरी तरह हराया है कि क्या बताएं, हम तो पूरा मैच ना देख सके। भारतीय टीम पूरे बीस ओवर भी ना खेल सकी, हमको तो ये 20 ओवर की जगह 10 ओवर का मैच दिख रहा था। भारतीय खिलाडियों की बॉडी लैंगुएज बता रही थी ये लोग आस्ट्रेलिया मे घूमने फिरने आए है। अगर ऐसा ही नया खून है भगवान मालिक है भारतीय टीम का। खैर इस हार से ये खिलाड़ी सबक ले और जीतने की भाषा जल्द से जल्द सीखें नही तो समझ लेना, बहुत अंधकारमय भविष्य हो जाएगा।

अब भाषा सीखने की बात पर याद आया अपने राज ठाकरे, अरे वही शिवसेना से अलग हुए, राज ठाकरे, अब मुम्बई मे रह रहे  बिहारियों और यूपी के भईयों को मराठी सिखाने पर आमादा है। अब राज ठाकरे, इनको महाराष्ट्र से निकालने की बात तो नही करते, अलबत्ता यह जरुर कहते है कि गैर मराठियों को मराठी सीख लेनी चाहिए। अभी मुम्बई मे छठ पूजा पर भी काफी बवाल हुआ था, अब राज ठाकरे का यह बयान उनकी शिवसेना मानसिकता को ही दर्शाता है। भैया राज ठाकरे जी, अगर इस तरह से क्षेत्रवादिता की राजनीति करेंगे तो भारत फिर छोटे छोटे राज्यों मे बँटकर रह जाएगा, पूरा देश सबका है, मुम्बई जितनी मराठियों की है उतनी बाहर से आए लोगों की भी, इसलिए आप अपनी राजनैतिक रोटियां इस मुद्दे से हटकर सेंकिए।

रोटी पर याद आया कि बहुत दिनो बाद शेयर बाजार के निवेशकों, ब्रोकरों और ट्रेडरों ने चैन की सांस ली होगी और ढंग से रोटी खायी होगी। ना मानो तो देख लो, आज रात को मुम्बई के सारे रेस्टोरेंट मे चहलपहल ज्यादा ना हो कहना। खबर ही कुछ ऐसी है,  आज बहुत दिनो बाद शेयर बाजार के सूचकांक कुछ बढत के साथ बन्द हुए।आज सेंसेक्स 585 और निफ्टी 180 अंक ऊपर बंद हुआ। लेकिन दूसरी ओर मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांकों में कोई सुधार नहीं दिखा। आज का दिन आईटी शेयरों का था, वही आईटी के शेयर, जिन्हे सभी विश्लेषको ने भुला दिया था और लोगों को इन शेयरों से दूर रहने को कहा था।  सच है, शेयर मार्केट की कोई थाह नही ले पाता। अगर इन्ही विश्लेषण कर्ताओं को पता होता ये आईटी कम्पनियों के इत्ते गिरे हुए शेयर खरीद कर अमीर ना बन जाते।

अब खरीद केवल ये ही लोग करें कोई जरुरी तो नही। अपने बिल्लू की कम्पनी माइक्रोसाफ़्ट, जो गूगल को खरीदने की असफ़ल कोशिश कर चुकी है, अब फिर से मैदान मे है इस बार याहू को खरीदने की कोशिश की जा रही है। माइक्रोसाफ़्ट ने याहू को 4,460 करोड़ अमेरिकी डॉलर ( अब रुपए मे आप खुद जोड़ लेना) ऑफ़र किए है। अब ये काहे किया गया, क्योंकि गूगल के बढते कदमों से माइक्रोसाफ़्ट बहुत चिंतित है, येन केन प्रकारेण उसको गूगल से टक्कर लेने के लिए कुछ ना कुछ करना ही पड़ेगा। उधर याहू की स्थिति भी इतनी अच्छी नही है। इन्टरनैट सर्च इंजिन मे गूगल आगे है तो इमेल, पोर्टल के बिजीनेस मे भी गूगल ने उसकी कमर तोड़ दी है। वैसे देखा जाए तो माइक्रोसाफ़्ट और याहू दोनो के लिए यह मैरिज आफ़ कन्वेनियन्स साबित होना चाहिए।  लेकिन उम्मीद कम है कि याहू इस ऑफ़र को स्वीकार करेगा। खैर अब देखते है कि ऊँट किस करवट बैठता है।

खैर, आप भी अपनी राय लिखिए, कुछ बोलिए, लिखिए, समझिए, समझाइए, चुप मत रहिए, टिप्पणी का रास्ता है ना, लिख डालिए। अगर टिप्पणी बड़ी हो जाए तो पोस्ट लिख मारिए। तो आते रहिए, पढते रहिए, आप सभी पा पसंदीदा ब्लॉग।

4 Responses to “नंगो की उड़ान”

  1. दुनिया की यह एक अकेली हवाई यात्रा होगी, जिसमे यात्री, एयरहोस्टेज (WOW!) और बाकी कर्मचारी भी कपड़े नही पहनेंगे, अलबत्ता पाइलट कपड़े पहनेंग

    अरे एयरहोस्टेस कपड़े न पहनेंगी तो हल्ला हो जाएगा, कत्ल-ए-आम हो जाएगा और फ्लाईट में कोई सही सलामत न रह पाएगा, एयर होस्टेसों की तो छोड़ ही दो कि वे सही सलामत बचेंगी कि नहीं!! 😉 खबर को दादा पुनः पढ़ डालो, वहाँ लिखा है कि विमान परिचारिकाएँ और अन्य स्टॉफ़ कपड़े पहने रहेगा!! 😉

  2. जीतू जी,
    वैसे किस लिहाज से नंगा होना है इस उड़ान के लिए? ऑस्ट्रेलिया ने तो सचमुच नंगा कर डाला हमारे युवा प्रतिभावान खिलाडियों को. वैसे अच्छा हुआ कि सीनीयर नंगे नहीं हुए. देखने में और ख़राब लगता……:-)

    माइक्रोसॉफ्ट याहू के साथ मिल भी जाए तो गूगल का बहुत कुछ उखाड़ लेगा, ऐसा लगता तो नहीं है. सुना है टाइम वार्नर भी इसमें जुड़ कर तिकड़ी बनाना चाहता है. देखते हैं, गूगल को रोकने में कितने कारगर साबित होते हैं ये तीन तिलंगे.

  3. शेयर बाजार ने हजारों लोगों को नंगा कर दिया है। दलाल स्‍ट्रीट में नागा और दिगंबरियों का जमावड़ा लगा है। इन्‍हें भी घूमा दो इस हवाई उड़ान में जीतूभाई। कई पैदाइश नंगे तो जन्‍मजात नंगे ही रहते हैं।

  4. वैसे जब मैं ये कमेन्ट लिख रहा हूँ , तब तक ये तो साफ़ हो गया कि याहू और माइक्रोसाफ्ट की शादी नहीं हो सकी. गूगल की नजर लग गई होगी.

    मेरे को इस शादी से एक ही दिक्कत थी. इनकी शादी के बाद गूगल के पास इतनी आजादी नहीं रह जायेगी कि वो अपने रिसर्च पर खूब पैसे खर्च करे. वो भी अपने खर्चों में कटौती शुरू करेगा.. हाँ भाई, कम्पटीशन तगड़ा जो हो जायेगा.. और वो लोग बॉटम लाइन के चक्कर में पड़ जायेंगे.

    नुक्सान हमारा होगा.. अभी मैं गूगल के सॉफ्टवेर का उपयोग कर रहा हूँ, सब फ्री है… हाँ जी सच में!! कल इसका दाम लगेगा.. तो बस हो गया न मेरा हैप्पी बर्थडे….

    भगवान् सबका भला करे….