घर के लिए नाम सुझाएं…
आजकल कुवैत मे पाँच दिनो की छुट्टी है, क्योंकि 25 और 26 फरवरी को कुवैत में राष्ट्रीय अवकाश है। अब हमारी शुक्र,शनि तो छुट्टी तो वैसे ही रहती है, रविवार को सरकार ने घोषित कर दी है, इसलिए शुक्रवार 22 फरवरी से 26 फरवरी तक की तो छुट्टी है ही। वैसे कई लोग तो बाहर निकल लिए है, इस छुट्टी मे। क्योंकि छुट्टी के बाद सिर्फ़ दो और दिनो का आफिस है, फ़िर वीकेंड। इसलिए लोग पूरा हफ़्ता कुल मिलाकर हॉलीडे मूड है। सभी लोग पिकनिक मनाने, एक दूसरे से मिलने, रुके हुए काम करने और बच्चों को घुमाने फिराने मे बिता रहे है। हम इन सभी चीजों को करने के साथ साथ अपनी आगामी भारत यात्रा (20 से 28 मार्च) की तैयारियों मे लगे हुए है। हम इस बार होली अपने देश मे मनाएंगे। साथ ही भोपाल स्थित नए मकान का उदघाटन भी करना है। इसलिए एक पंथ दो काज वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए, हम भारत यात्रा पर आ रहे है। हमारा यह नया घर, नए भोपाल मे गोबिन्दपुरा, भेल के पास मृणाल रेजीडेंसी मे है। भोपाल मे इसकी लोकेशन इस प्रकार है :
अब परेशानी यह है कि इस नए घर का नाम क्या रखें। घर पर रोजाना इस बारे मे बहस होती है लेकिन नतीजा कोई नही निकल पा रहा है। अब चूंकि हम खुशी/गम सभी कुछ अपने हिन्दी चिट्ठाकारों के परिवार के साथ मनाते है तो हमने सोचा क्यों ना इस माथा पच्ची मे उनको भी शामिल कर लिया जाए। तो भाई आप भी सुझाइए हमारे इस नए आशियाने का नाम।
- सुझाया गया नाम हिन्दी या अंग्रेजी किसी मे भी हो सकता है।
- नाम के साथ उसका मतलब भी बताएंगे तो काफी अच्छा रहेगा।
- सुझाव भेजने की अंतिम तिथि 15 मार्च है।
- अपने नाम का सुझाव टिप्पणी के जरिए बताएं, अथवा चुपके से बताने के लिए आपके पास हमारा इमेल पता तो है ही।
- पसन्द किए गए नाम के सुझावकर्ता को एक सरप्राइज गिफ़्ट दिया जाएगा। उसके बारे मे खुलासा यहाँ नही कर सकते नही तो इंकम टैक्स वाले अभी से आपके पीछे लग जाएंगे।
तो फिर देर किस बात की है, शुरु हो जाइए, हो सकता है आप ही वो भाग्यशाली विजेता हों।
अपडेट :
हमारे एक ब्लॉगर मित्र ने नाम सुझाने से पहले, हमारे परिवार के सदस्यों के नाम जानने चाहे थे, वो ये रहे:
जीतेन्द्र, रितू, दिव्या, रीत चौधरी (JITENDRA, RITU, DIVYA, REET)
आपने अपने भोपाल में घर लिया है? क्या बात है जीतुजी!
भोपाल तो मेरा घर है. बचपन वहीं बीता है. गोबिन्दपुरा से थोड़ी ही दूर पन्जाबी बाग हैं, वहीं 🙂
आपको अच्छा लगेगा वहां
“सूर्या हवेली” कैसा रहेगा? 😉 😀
इन नामों पर भी गौर फर्मा सकते हैं:
1) Château de Chaudhary
2) Die Adler-Nest
3) Villa von Chaudhary
4) Villa Nest von Adler
थोड़ा और ढ़ंग का चाहिए तो यह ध्यान में आया है:
5) Sommet de Coeur Chaud
हमार इनाम बाँध के रखना 😀
आपने भोपाल में मकान लिया, बधाई स्वीकार करें। इस नए घर का नाम मेरा पन्ना ही रख दीजिए।
’नारद’ कैसा रहेगा?? 🙂
हमको भी बुलाना गृहप्रवेश में…यहीं हूँ.
मेरे हिसाब से “साकेत” कैसा रहेगा ? मैथिलीशरण की प्रसिद्ध कविता संग्रह जो रामायण पर आधारित है. और उन्होनें जो कहा है
स्वर्ग वहीं, अपवर्ग वहीं, सुखसर्ग वहीं, निजवर्ग जहाँ..
इससे अच्छी घर कि क्या परिभाषा हो सकती है.
भोपाल…हुम्म… इन्दौर से पास ही है। ‘भारती’ कैसा रहेगा?
“MANAS” AP APNA GHAR KA NAME RAKHE. RAM CHARATA MANAS NAHI TO BHARAT NAHI
आज अचानक इस पोस्ट पर निगाह पड़ी जीतू भाई। पहले तो आपको बधाई कि एक सुंदर सा मकान आपने हमारे शहर मे बनवाया है। शिकायत ये कि आप जानते थे कि हम भोपाल में हैं, आपने हमसे सम्पर्क तक करना ठीक नहीं समझा ? शायद हमारी आभासी छाप आप पर ठीक नहीं पड़ पाई हो ! मगर आपकी जगह मैं होता तो यकीनन सम्पर्क करता और सुसमाचार को साझा करता। बहरहाल, देबूभाई के साथ जब शतरंज खेलने के दिन आएं तब याद कर लीजिएगा 🙂
ये सारे बेवकूफ है क्या जो कुछ भी लिखे जा रहे है सलाह देनी है तो अच्छी दो नहीं तो ना दो फालतू अपना टाइम क्यों ख़राब करते हो
mere bche ka nam ‘te’ akshar se nikla h kripya nam sujhaye
Ghar ka nam KALSH