एल्लो! अब मोटे लोगों की संगति भी बुरी

ये भी कोई खबर हुई भला? एक नए शोध के अनुसार, मोटे लोगों की संगति करने से आप भी मोटापे के शिकार हो सकते है। शोधकर्ताओं के अनुसार जाने अंजाने आपके आस पास रहने वाले मोटे लोगों का असर आपकी सेहत पर भी पड़ सकता है। उम्मीद है कि आपका वजन भी बढ जाए। यार बात कुछ हजम नही हुई।

अगर इस शोध मे मोटे लोगों के विचारों की वजह से उनके आसपास के लोगों का वजन बढता है तो फिर तो ये बहुत खतरनाक हुआ। क्योंकि वजनी ब्लॉगरों के कारण ढेर सारे लोग मोटापे के शिकार हो सकते है। यदि ऐसा हुआ तो एक सार्वजनिक चेतावनी जारी करनी पड़ेगी कि सभी पाठक अमित गुप्ता और समीर लाल जैसे वजनी ब्लॉगरों से लोग सावधान हो जाएं, अन्यथा अपने मोटापे के लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।

समीर लाल के नाम पर याद आया कि आगामी 29 जुलाई को समीर भाई पूरे पूरे xx वर्ष के हो जाएंगे (आप क्या समझे थे, हम उनकी सही उमर बता देंगे यहाँ पर, उसके बाद मुझे क्या क्या जिल्लत झेलनी पड़ती इसका अंदाजा है आपको?)। समीर भाई को जन्मदिन को ढेर सारी बधाईयां। सभी चिट्ठाकारों से निवेदन है कि समीर भाई को जन्मदिन बधाई अवश्य दें, और केक के पैसे भी अवश्य मांगे।

जहाँ तक मेरा मानना है कि मोटापा बढने के कुछ कारण हो सकते है, जैसे खान-पान मे नियंत्रण ना रखना, मेहनत वाले काम ना करना, ज्यादा टीवी देखना, या फिर कोई बीमारी। मोटापा घटाने के लिए अधिक से अधिक पानी पीजिए, व्यायाम करिए, खान-पान पर नियंत्रण रखिए और टीवी कम देखिए। रही बात संगति से मोटापा बढने के शोध की, मेरा मानना है कि किसी की संगति से मोटापा बढने के चांसेस बहुत कम है। आपका क्या सोचना है इस बारे में?

12 Responses to “एल्लो! अब मोटे लोगों की संगति भी बुरी”

  1. क्यों इन शोधकर्ताओं को मालूम न था कि ..
    ख़रबूजे को देख कर खरबूज़ा रंग पकड़ता है ?

    और, ख़बरदार..जो समीर भाई को मोटा कहा तो ?
    अच्छा खाते हैं, जो भी खाते हैं शरीर में लगता है..
    क्या स्वस्थ होना भी कोई अपराध है..या मनुष्य
    के अपने हाथ में हैं ?
    सारी मत बोलिये..इस बार मैं स्वयं ही माफ़ कर दे रहा हॆँ ।

  2. बिल्कुल सही शोध है यार! मेरा सास जब से अमरीका आई है आलू के परांठे खिला-खिला कर प्रेम प्रदर्शित कर रही हैं. खुद तो माशा-अल्लाह ‘तंदरुस्त’ हैं ही .. मुझे भी अपने जैसा बनाने की फ़िराक में हैं. तुमने भी कहां दुखती रग पे हाथ धर दिया!

  3. बच गये – जीतेन्द्र चौधरी से हमारी नजदीकी कम है, या उन्हे हमारे वजन का अन्दाज नहीं है। नही तो हम भी हाइपर लिंक पर टांग दिये जाते अमित और उड़न तश्तरी की मफिक!

    बाकी कई मोटों की पत्नियां तक पतली हैं। 🙂

  4. ये अच्छा बबाल बता दिये। अब वजन देखकर मिलने की जुगत बनानी पड़ेगी क्या। लेकिन ज्ञानदत्त जी की इस बात में दम है -कई स्वस्थ ब्लागर्स की जीवनसंगिनियां तन्वंगी हैं। 🙂

  5. मोटू -,पतलू की दोस्ती बचपन में पढ़ी ,अब भी कभी कभार पढ़ती हूँ ,ये मित्रता मे खलल पैदा करने की कोशिसहै आप की हा हा हा…-

  6. हम सावधान हैं 🙂

  7. अब मोटे लोगों की पत्नियाँ जो छरहरी है, शक की निगाह से देखा जाएगा…कहीं दोद्नो में अनबन तो नहीं!!!

    तंदूरस्त ब्लॉगरों की टिप्पणीयों का असर भी शोध लायक है.

  8. इस तरह के अखबारी सर्वो पे यकीन ना करे …..आजकल दवाई वाले भी अपने मन माफिक सर्वे करा देते है….

  9. मोटापे पर आपकी मान्‍यता ही सही है। शोधकर्ताओं की बात हजम नहीं हो रही।
    यदि संगति से मोटा होना रहता, तो भारत में बाल विकास परियोजना के तहत चलनेवाले आंगनबाड़ी केन्‍द्रों में पोषाहार भेजने के बदले मोटी आंगनबाड़ी सेविकाओं, सहायिकाओं की नियुक्ति से ही काम निकाल लिया जाता। यही नहीं, हमारे तोंदियल नेताओं का साहचर्य पाकर आम जनता भी बिना कुछ खाये-पिये मोटी हो जाती।:)

  10. हुम्म, अब समझ आया कि जब से मैं जीतू भाई की संगत में आया हूँ और “मेरा पन्ना” को पढ़ने लगा हूँ तब से मेरा वज़न काहे बढ़ गया है!! क्या संगत छोड़ देने से वज़न कम होने के चांस हैं? यदि हाँ तो आपकी हमारी कुट्टी – हम आपको नहीं जानते! 😉 😀

    और रही समीर जी की बात तो हम बताए देते हैं कि वो आगामी 29 जुलाई को पूरे 17 बरस के हो जाएँगे। 🙂 वैसे माशाल्लाह वे अभी भी 17 बरस के ही हैं लेकिन दोबारा होने पर कोई टैक्स थोड़े ही लगता है, बन्दे को सदाबहार रहना चाहिए! 🙂

    बाकी स्वामी जी से मुझे हमदर्दी है। 🙂

  11. हा हा हा.. बडे भईया… ऐसा ना कहो… फिर मोसे कोई इलाज नही करायेगा 😛 सब मोटे हो जायेंगे ना… वैसे मोटे होने का एक कारण होता है अनुवांशिकता.. इस तरह के मोटापे का कोई इलाज नही है… बाकी अगर आप खान-पान के कारण मोटे हैं तो फिर उसका असर पड सकता है क्योंकि, उस बन्दे को देख देखकर आप भी खाने के आदी बन सकते हैं, फिर तो.. 😀

    पर आजतक ऐसा देखने मे नही आया है मेरे.. अगर ऐसा होता तो बहूत गडबड हो जाती…:D

  12. अच्छा लिखा