निकालो मुझे यहाँ से

कितनी बार आप किसी बोरिंग मीटिंग मे फंसे है? कितनी बार आप कुछ ऐसे डिसकशन मे उलझे है जहाँ से भाग निकलना ही बेहतर होता है? लेकिन अक्सर ऐसा सम्भव नही हो पाता। कई बार आप कुछ ऐसी जगहों पर फांस लिए जाते है, जहाँ से निकलने मे ही अपनी भलाई समझते है, जैसे नेताजी की मीटिंग, स्वामी जी का प्रवचन, बीबी जी की शॉपिंग, बच्चों के स्कूल का बोरिंग कैथलिक ड्रामा, वगैरहा वगैरहा। लेकिन सवाल यह उठता है कि इन सबसे कैसे निबटा जाए। चिंता मत कीजिए, आपका मोबाइल फोन ही आपको वहाँ से सुरक्षित निकाल सकता है। जी हाँ आपका मोबाइल फोन। कैसे? बसGetmooh (Get me out of here) की साइट पर जाइए। अपनी नम्बर और समय बताइए, कम्प्यूटर आपको स्वयं फोन करेगा। बस आपको सिर्फ़ फोन सुनने के बाद, ऐसे दिखाना है कि आपके बॉस/पत्नी का फोन है ( ध्यान रहे, बॉस के सामने बॉस के फोन या बीबी के सामने बीबी के फोन का नाटक मत करना, नही तो बेटा गए बारह के भाव), या फिर अर्जेन्ट कोई जरुरी काम आ पड़ा है। यह तरीका आपको बॉस से अर्जेन्ट छुट्टी दिलाने मे भी काम आ सकता है। यकीन ना आए तो स्वयं ट्राई करिए।

यह सेवा किस तरह से काम करती है?

इस सेवा को प्रयोग करना बहुत आसान है।

  • अपना फोन नम्बर (अंतर्राष्ट्रीय फोन फॉरमेट: अपने दे श के कोड के साथ) साइट पर जाकर बताएं।
  • आपको फोन करने का समय बताएं।
  • अपनी पसन्द की आवाज/संगीत  चुने।
  • अपना इमेल डालें।
  • और अपना पासवर्ड प्राप्त करें।

नया पासवर्ड कैसे प्राप्त करें?

  • इस लिंक पर जाएं
  • अपना मोबाइल नम्बर दें।
  • SMS द्वारा अपने मोबाइल पर नया पासवर्ड प्राप्त करें।
  • पासवर्ड द्वारा साइट पर लॉगिन करें।

आप अपनी सभी कॉल्स के बारे मे भी जान सकते है, इसके लिए आपको साइट पर लॉगिन करना होगा।

यदि आप चाहते है कि आप अपनी मनपसन्द रिकार्डिंग सुने तो उसके लिए अपनी आवाज रिकार्ड करिए और इनको भेज दीजिए। अधिक जानकारी के लिए यहाँ देखें।

विशेष : यह साइट इंटरनैट एक्सप्लोरर पर ही सही ढंग से चलती है। फायरफाक्स और अन्य ब्राउजर्स पर इसमे कुछ दिक्कत है।

इंटरनैट पर यह एक अकेली ऐसी सेवा नही है। एक और ऐसी ही सेवा है SorryGottaGo इसको भी जरुर देखिएगा।

( Via Lifehacker )

8 Responses to “निकालो मुझे यहाँ से”

  1. वाह गुरू….क्‍या चीज लाये हो इस बार

    बहुत काम आयेगा ये

  2. हुं जीतू भाई घर जाकर प्रयोग करना तब पता चलेगा , कैसा काम करती है ये सर्विस , ना ना नही जी हमने कुछ नही किया बस फ़ोन कर भाभी को ये पोस्ट पढवाई थी 🙂

  3. जय हो जुगाड़गुरु, कहां कहां से क्या क्या ढूंढ लाते हो।
    शुक्रिया

  4. पर हमारी मीटिंग में तो मोबाइल का स्विचवा बड़ी बेदर्दी से, बेमुरब्बती से, जबरन ऑफ करवा देते हैं…

    कोई ऐसी सेवा बतइयो जो ऐसी सिचुएशन में काम आवे 🙂

  5. पोस्ट खुश कर देने वाली थी, मगर रविजी का दर्द सुन उत्साह कुछ कम हुआ. 🙂

  6. वाह कीतना मजेदार चीज दीया है आपने। बहुत काम का है।

  7. Jitendra ji,

    I am not satisfied with this post. Try to post some new, innovative that has practical substantial base. Thankyou.

    By Shashi Bhushan Ray
    bhushan@youthforum.org.np

    Thank you.

  8. क्या क्या सिखा रहे हैं आप ! मगर जरूरत सबको है ! धन्यवाद !