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बचपन के खुराफाती शौक : 1

Tweet हम सभी ने बचपन मे ढेर सारी शरारतें की होंगी, अब चिट्ठाकार है तो निसंदेह बचपन(अभी भी कौन से कम है) मे खुराफाती रहे ही होंगे। नयी नयी चीजें ट्राई करना और नए नए शौंक पालना किसे नही पसन्द? तो आइए जनाब आज बात करते है बचपन के कुछ खुराफाती शौंक की। इसी बहाने […]

रीठेल : मोहल्ले का प्रेम प्रसंग

अब जब रीठेल का मौसम चल ही रहा है तो हमने भी बहती गंगा मे हाथ धोना सही समझा। लीजिए पेश है, चार साल पूर्व (नवम्बर 2004) लिखा हुआ मेरे एक लेख का रीठेल। अब आप इसे मौके की नजाकत कहिए या समय की मांग, बढते ब्लॉगरों और घटते ब्लॉगिंग समय के कारण, अब रीठेल जरुरी हो गया है। तो जनाब आज हम आपको रुबरु कराने जा रहे है, हम अपने मोहल्ले के एक प्रेम प्रसंग से। ऐसे प्रेम प्रसंग हर मोहल्ले मे होते है, लेकिन हर मोहल्ले मे हमारे जैसे शैतान बच्चे नही हुआ करते थे। आप भी देखिए और पढिए हमारे बचपन की शैतानियों से भरे इस मोहल्ले के प्रेम प्रसंग को। वैसे तो इस प्रेम प्रसंग के सभी पात्र वास्तविक है, अलबत्ता हमने उनके नाम बदल दिए है, ताकि हमे जूते ना पड़े, फिर भी आप इसे मस्ती के लिए पढिए, इवेस्टीगेशन के लिए नही।

दशहरे की यादें – रामलीला मंचन

Tweet आजकल पूरे उत्तर भारत मे रामलीलाओं का दौर चल रहा है। हमे भी अपने बचपन की याद हो आयी। पिछली यादों मे हमने आपको मोहल्ले के रावण-दहन की बातें बतायी थी, आइए इस बार हम अपने मोहल्ले की रामलीलाओं की बात करते है। वैसे तो बचपन मे हमे सिर्फ़ मई जून की छुट्टियों वाले महीने […]

टाई पुराण

Tweet अब क्या हुआ कि सुबह सुबह ज्ञानबाबू ने अपने अतीत की टाई की यादों को छेड़ा तो हमे भी लगा कि चलो हम भी अपने अतीत मे थोड़ा तांक झांक कर लें। अब यहाँ ब्लॉगर लिखने के लिए विषय का रोना रोते है, उधर ज्ञानबाबू है कि आईडियों की झड़ी लगाए है। तो जनाब […]

किस्से पतंगबाजी के

Tweet बहुत दिनो से अतुल और शुकुल डन्डा किए थे, पुराने वादे पूरे करो, पुराने लेखों मे जहाँ जहाँ वादा किए हो वहाँ का लिख-लिखाकर अपने वादे पूरे करो। पिछले बार हम जब छत की बात कर रहे थे, तो पतंगबाजी के किस्से छोड़ दिए गए थे, तो जनाब पेश है किस्से पतंगबाजी के। पतंग […]

वो फ़ुर्सत मे छतियाना – 2

Tweet गतांक से आगे चिट्ठी तो हम दे दिए, लेकिन दिल धक धक कर रहा था, पता नही वो क्या सोचेगी? पता नही क्या होगा। रह रहकर हमे चाचाजी के गुस्से का ध्यान आ रहा था, रात भर नींद नही आयी, आयी भी तो सपना बड़ा भयंकर देखा, हमने देखा चाचाजी हमको पंखे के हुक […]

दीवाली की यादें

Tweet कल धनतेरस थी और आज छोटी दीवाली है, लेकिन हम दीवाली के दिन भी बैठे हुए है आफ़िस मे। अब विदेश मे कहाँ वो दीवाली और कहाँ वो होली, रक्षा बंधन और दशहरा तो इनके फ़रिशतों को भी नही पता होगा। तो जनाब बात हो रही थी, दीवाली की। अभी पिछले दिनो अपने ईस्वामी […]

स्नान महत्ता

Tweet आइये हम आपको नहाने की महत्ता बतायें, नहाने की बात पर याद आया, कि अभी पिछले दिनो अपने ठेलुआ जी, गूगल टाक पर चहक गये, इनके बारे मे मशहूर है कि ये बहुत आलसी इन्सान है, ये मै नही फुरसतिया जी कहते है, (ठेलुआ जी आपको जो भी गालिया लानते भेजनी हो वो फुरसतिया […]

अनूगूँज:मेरा चमत्कारी अनुभव

Tweet अक्षरग्राम अनूगूँजः छठा आयोजन मेरा चमत्कारी अनुभव वैसे तो मै पूरी तरह से नास्तिक की श्रेणी मे आता था. और पूजा पाठ वगैरहा से दूर ही रहता था. लेकिन जीवन मे एक ऐसी घटना घटी जिसके बाद से मै आस्तिक तो नही लेकिन ईश्वर मे कुछ कुछ आस्था रखने लगा था.मै आपको एक सच्चा […]

बउवा पुराण

Tweet उस दिन की घटना के बाद वर्माजी ने बउवा को अपने घर पर रख तो लिया लेकिन उस बार ढेर सारी पाबन्दियां लगा दी….. साथ ही ये भी ताकीद कर दी कि मोहल्ले के लड़कों से ना उलझे और किसी भी तरह से पहलवान के घर की तरफ ना जाये. अब यहाँ पर पहलवान […]