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Tweet जब भी कोई हिन्दुस्तान से आता है और पूछता है कि तुम्हारे लिये क्या लाऊँ…..कोई बोलता है ये ले आओ वो ले आओ….हमारे मिर्जा साहब को तो काजू कतली बहुत अच्छी लगती है, ऐसा नही है कि कुवैत मे नही मिलती लेकिन हिन्दुस्तान की तो बात ही कुछ और है. लेकिन मेरे साथ मामला […]
जनवरी 24th, 2005 | Posted in आपबीती | 6 Comments
Tweet आप सभी को लोहड़ी, मकर संक्रान्ति और पोंगल की बहुत बहुत शुभकामनायें. सुबह सुबह श्रीमतीजी ने लकड़िया अरैन्ज करने का आदेश दिया, अब सारा दिन तो निकल गया आफिस मे लकड़िया का खाक अरैन्ज करते. शाम होते होते पारा चढते देख, हम भी होंश मे आये, अगल बगल पूछा, लोग बाग हैरान हो रहे […]
जनवरी 17th, 2005 | Posted in आपबीती | 2 Comments
Tweet अरे भाई ये कोई गाना नही है, हकीकत है…अपने बाबू लाल गौर है ना? कौन? नही जानते? अरे मध्य प्रदेश के मुख्यमन्त्री, जिन्हे उमा दीदी ने कठपुतली मुख्य मन्त्री बनाया था, और ये डील हुई थी कि जब चाहो वापस मुख्यमन्त्री पद ले लो. अब जब उमा दीदी के खराब दिन शुरु हुए तो […]
जनवरी 9th, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet लो भाई, अपने लालू प्रसाद यादव, बमक गये है, बहुत लाल पीले हो रहे है…..इस बार कांग्रेस पर. क्यों? अरे भाई कांग्रेस और झामुमो ने झारखन्ड की सारी सीटे आपस मे बाँट ली है, बाकी बची तेरह सीटे ही छोड़ी है लालू की राजद और वामपंथियों के लिये. अब लालू और वामपन्थी लामबन्द हो […]
जनवरी 8th, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet हम भारतीयो के दिमाग मे विश्व मे सबसे तेज है या नही, यह विवाद का विषय हो सकता है, लेकिन हम लेटेस्ट टैक्नोलाजी का इस्तेमाल करना बखूबी जानते है…इस बारे मे कोई विवाद नही हो सकता.. नही मानते? तो सुनिये… उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी कल ही पूरे प्रदेश के इन्टरनेट कैफे और केन्द्रो […]
दिसम्बर 25th, 2004 | Posted in Uncategorized | 5 Comments
Tweet पिछले लोकसभा चुनाव के पहले लालजी टंडन फंसे थे..साड़ियां बाँटने मे, इस बार लालू जी फंस गये अब ये भी कोई बात हुई…….. एक टेलीविजिन चैनेल ने दिखाया है कि लालू प्रसाद सौ सौ के नोट बाँट रहे थे, गरीब जनता मे…कि जाओ मिठाई खाना और चुनावी रैला मे जरूर आना….अब लालू प्रतिद्वंदियो को […]
दिसम्बर 23rd, 2004 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet मामला कहाँ से शुरू हुआ था, और कहाँ जाकर पहुँचा है….. कहते है ‘होनहार बिरवान के होत चिकने पात!’ …. यानि कि होनहार बच्चे का पता पालने मे ही चल जाता है….. आज दिल्ली के एक होनहार बच्चे का नाम अमरीका वाले भी ले रहे है…..क्यो? मामला शुरू हुआ था दिल्ली के एक पब्लिक […]
दिसम्बर 23rd, 2004 | Posted in Uncategorized | 4 Comments
Tweet बात उन दिनो की है, जब मुम्बई को बम्बई के नाम से ही जाना जाता था. काफी साल पुरानी बात है, कि हमारे एक रिश्तेदार बम्बई से कानपुर किसी शादी मे पधारे… तब मोहल्ले मे किसी के घर भी आया मेहमान, सबका मेहमान होता था, काफी आवभगत होती थी. लोग हालचाल पूछने आते थे, […]
दिसम्बर 15th, 2004 | Posted in Uncategorized | 4 Comments
Tweet अब जब मित्रो ने इतना इसरार किया है तो हमने सोचा कि चलो वर्मा जी की फैमिली की दास्तान लिख दी जाय. अब यहाँ पर ऐसे कई अनकहे किस्से बयां होंगे और ऐसे कई खुलासे होंगे जिससे वर्मा जी नाराज हो सकते है, अब वर्माजी नाराज होते है तो होते रहें, लेकिन हम अपने […]
नवम्बर 30th, 2004 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet क्या आपको काम की ज्यादा टेन्शन है? क्या आपको आपका बास बहुत परेशान करता है ? क्या आप किसी और घरेलू समस्या से परेशान है? ऐसे कई सवाल हो सकते है, लेकिन इनका नया और निराला जवाब है डैमेज थैरेपी यानि तोड़फोड़ कीजिये और अपने तनाव से मुक्ति पाइये. मै कोई मजाक नही कर […]
नवम्बर 24th, 2004 | Posted in Uncategorized | 1 Comment