बम धमाके और बहानो का अंबार

Tweet अभी पिछले दिनो दिल्ली में बम धमाके हुए थे, (आशा है आप चौंके नहीं होंगे, अब हमे आदत जो हो गयी है।) फिर जैसा की हमेशा होता है, हमारे गृहमंत्री चिदम्बरम साहेब टीवी पर पधारे। टीवी चैनल वालों ने सवालों की झड़ी लगा दी, हमने महसूस किया कि उनके पास जवाबो की कमी थी, […]

क्या वाकई जिन्ना धर्मनिरपेक्ष थे?

Tweet आज फिर बीजेपी मे बवाल मचा हुआ है। आडवानी के बाद, जसवंत सिंह ने भी कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की। बीजेपी जिसका वोटबैंक हिन्दू वोट है, तुरत फुरत मुद्दे की लीपा पोती करने मे लग गयी है। लेकिन क्या बात है, जो बीजेपी नेता घूम फिर कर जिन्ना की तारीफ़ करने […]

भला उसका समर्थनपत्र मेरे समर्थनपत्र के पहले कैसे?

Tweet कांग्रेस गठबंधन के चुनाव जीतने के बाद, अभी भी उसे बहुमत की मैजिक संख्या 272 के करीब पहुँचने के लिए लगभग 10 सांसदों की जरुरत होगी। लेकिन सभी मौकापरस्त पार्टियों मे होड़ लगी है कि कौन अपना समर्थन पत्र कांग्रेस आलाकमान को पहले भेजता है। सपा हो या बसपा, जनतादल(देवगौड़ा) हो या अजीत सिंह […]

जनादेश 2009 : समीक्षा

चुनावों मे भारतीय जनता ने अपना जनादेश दे दिया है। कुल 543 सीटों मे से कांग्रेस का यूपीए गठबंधन 260+ सीटें लेकर सबसे बड़े गठबंधन के रुप मे उभरा है। दूसरी तरफ़ भाजपा का एनडीए गठबंधन कुल 158 सीटें पाकर दूसरे नम्बर पर रहा। तो आखिरकार इस मुद्दाविहीन चुनाव में कांग्रेस की इस अप्रत्याशित सफलता का राज क्या था? आइए इस जनादेश के कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओ को समझें:

सत्ता समीकरण : पाला बदल खिलाड़ी

Tweet सभी लोगों ने चैन की सांस ली है कि चुनावों का शोर कुछ थम गया है। १३ मई को आखिरी मतदान होने के साथ ही, सबकुछ सामान्य सा दिखने लगा। हमे याद आ रहा है कि कानपुर मे एक प्रत्याशी हुआ करते थे (थे नही है भाई) भगवती प्रसाद दीक्षित। लोग इनको घोड़ेवाला दीक्षित […]

जरा देखना तो, 272 हुए क्या?

Tweet आज यूपीए और विपक्षी पार्टियों की हालत कुछ इस कदर हो गयी है, उठते बैठते लोग एक दूसरे से यही सवाल पूछते है जरा देखना तो, 272 सांसद हुए क्या? अब क्या करें भई, ये 272 का आंकड़ा है ही इत्ता मुश्किल। चार को साधो तो दो और उखड़ जाते है, तीन को पकड़कर […]

राजनीति के हमाम मे सब नंगे

Tweet केंद्र की कांग्रेस सरकार ने अमरीका के साथ परमाणु करार की तरफ कदम क्या बढाए, वामपंथी भड़क उठे और धमकियां देने के बाद आखिरकार समर्थन वापस ले ही लिया। इस तरह से वामपंथी बैसाखियों के सहारे टिकी सरकार अल्पमत मे आ गयी। लेकिन बात सिर्फ़ यहाँ तक समाप्त नही होती। कांग्रेस ने जवाबी फायरिंग […]