Tweet क्यों ये शीर्षक कुछ जाना पहचाना सा लगा ना? आज कई सालों के बाद ब्लॉग़ को देखने की सुध ली है, कुछ बाते भी साझा करनी थी, इसलिए सोचा क्यों ना कोई ऐसे शीर्षक से शुरुवात की जाए ताकि ज्यादा लोगों का ध्यान आकर्षित हो सके. सबसे पहले तो सभी पाठकों से माफ़ी चाहता […]
अप्रैल 21st, 2017 | Posted in आपबीती | Comments Off on मेरे प्यारे भाइयों
Tweet क्या हम भारतीय गंदगी पसंद लोग है? जब हम विदेशों में जाते हैं, तो बड़े सभ्य बन जाते हैं, लेकिन भारत लौटने पर फिर वही करने लगते हैं, जैसा बाकी कर रहे होते हैं। आखिर क्या वजह है कि हम गंदगी से पीछा नही छुड़ा पाते? अपने विचार टिप्पणी में व्यक्त करिएगा । आते […]
मई 23rd, 2015 | Posted in विविध | 1 Comment
Tweet आज बहुत दिनो बाद ब्लॉग लिखने बैठा हूँ, समझ मे नही आता कि क्या लिखू, हमेशा की तरह अपने व्यस्त होने का बहाना बनाऊ या फिर फेसबुक/ट्विट्टर पर अतिव्यस्त होने का रोना रोऊँ. ब्लॉग लेखन एक अलग तरह का लेखन है, जिसमे आपको टाइम देना पड़ता है. फेसबुक और ट्विट्टर फास्ट फ़ूड कि तरह […]
सितम्बर 27th, 2013 | Posted in आपबीती | 3 Comments
Tweet आज भारत के मोबाइल क्रांति मे एक और अध्याय जुड़ गया है, अब आप अपना नम्बर बदले बिना अपना सर्विस प्रोवाइडर बदल सकते है। तकनीकी भाषा मे इसको मोबाइल नम्बर पोर्टेबिल्टी कहते है (अब हिन्दी मे इसका क्या अनुवाद होगा, इसके पचड़े मे पड़े बिना आगे पढिए)। From MeraPannaPhoto Photo Courtesy : Blogdefined.com तो […]
जनवरी 20th, 2011 | Posted in विविध | 6 Comments
Tweet जैसा कि मैने अपनी पिछली पोस्ट मे आपको बताया कि दो दिन पहले ही मैने सैमसंग गैलेक्सी एस (GT 19000M) खरीदा है। यह फोन गूगल के एंड्राइड 2.1 आपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। वादे के मुताबिक पेश है मोबाइल की विस्तृत समीक्षा। स्क्रीन फोन की सबसे बड़ी खासियत है इसकी स्क्रीन। इसकी 4″ […]
दिसम्बर 5th, 2010 | Posted in विविध | 7 Comments
Tweet वैसे तो मै नोकिया का बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूँ। लेकिन क्या करूं, जिधर भी देखो गूगल के एंड्राइड आपरेटिंग सिस्टम का ही बोलबाला है। इसी के मद्देनज़र मोबाइल बदलने का फैसला हुआ। अब मसला था कि फोन कौन सा लें, उसके पहले यह देखना था कि कौन सा मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम लिया जाए। […]
दिसम्बर 3rd, 2010 | Posted in आपबीती, वर्डप्रेस | 12 Comments
Tweet अभी पिछले दिनो राहुल गाँधी की एक सभा मे चप्पल पहनने वालो को बाहर रोका गया था, काहे? अरे पता नही क्या? इन दिनो राजनेताओं पर जूते चप्पलों से हमला हो रहा है। सबसे पहले जार्जबुश, फिर जरदारी, ब्लेयर, उमर अब्दुल्ला, चिदम्बरम और ना जाने कौन कौन। आजकल तो अगर अपनी सभा को सुर्खियों […]
सितम्बर 9th, 2010 | Posted in आपबीती | 13 Comments
Tweet अभी कुछ दिन पहले एक पुराने मित्र का फोन आया, मुझसे हालचाल पूछा, मैने बोला यार बहुत व्यस्त हूँ, मित्र ने उस समय तो कुछ ज्यादा नही कहा, लेकिन थोड़ी देर मे ही उसने एक इमेल फारवर्ड की, जिसको मै आपके साथ शेयर कर रहा हूँ, इस इमेल को पढकर मुझे जीवन को समझने […]
सितम्बर 7th, 2010 | Posted in आपबीती | 12 Comments
Tweet आजकल इस भागदौड़ भरी जिंदगी मे थकना मना है, नही नही भाई मै कोई प्रोडक्ट बेचने की कोशिश नही कर रहा हूँ, बस इस भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर कुछ पल आराम से गुजारने की सलाह दे रहा हूँ। आजकल हम लोग दिन भर ऑफिस/दुकान पर काम करते है, और शाम होते ही इस […]
जनवरी 9th, 2010 | Posted in विविध | 2 Comments
Tweet मुझ पर अक्सर अंगुलियाँ उठायी जाती है कि चौधरी साहब अक्सर अतीत की यादों मे खोए रहते है, अक्सर नॉस्टलजियाते रहते है। हमेशा मोहल्ला पुराण झिलाए रहते है। अरे भई, इस उमर मे पहुँचने के बाद हम रोमांटिक बाते तो करेंगे नही,बच्चों को ज्ञान देते है तो हाय तौबा मच जाती है। फिर हम […]
दिसम्बर 3rd, 2006 | Posted in आपबीती | 3 Comments