Tweet आजकल हर तरफ जिधर देखो उधर रैनसमवेयर की ही चर्चा है, लेकिन ये है क्या? सभी लोग इस से भयभीत क्यों है? आइये कुछ जानकारी करते है। मै हूँ जीतेन्द्र चौधरी, हर तकनीकी विषय को आपकी भाषा और आपके लेवल पर समझाने वाला, आपका दोस्त, हमदम और मददगार । रैनसमवेयर क्या होता है? पुराने समय में हम […]
मई 16th, 2017 | Posted in विविध | Comments Off on रैनसमवेयर
Tweet क्यों ये शीर्षक कुछ जाना पहचाना सा लगा ना? आज कई सालों के बाद ब्लॉग़ को देखने की सुध ली है, कुछ बाते भी साझा करनी थी, इसलिए सोचा क्यों ना कोई ऐसे शीर्षक से शुरुवात की जाए ताकि ज्यादा लोगों का ध्यान आकर्षित हो सके. सबसे पहले तो सभी पाठकों से माफ़ी चाहता […]
अप्रैल 21st, 2017 | Posted in आपबीती | Comments Off on मेरे प्यारे भाइयों
Tweet आप सभी के पास स्मार्टफोन तो जरूर होगा. जिनके पास नहीं होगा तो वे अवश्य ही खरीदने की सोच रहे होंगे. अक्सर देखा जाता है कि हम लोग कोई बड़ी चीज़ खरीदने से पहले कोई विशेष रिसर्च नहीं करते, या तो हम किसी पडोसी की सलाह पर लेते है, या फिर अपने ऑफिस के […]
दिसम्बर 29th, 2012 | Posted in आपबीती | 3 Comments
Tweet सभी पाठको से बहुत दिनो बाद मुखातिब हुआ हूँ। आज बाराहा का नया संस्करण (बाराहा यूनिकोड 2.0) डाउनलोड किया। जैसे कि आप सभी को पता ही है, मै हिन्दी मे लिखने के लिए बाराहा का ही प्रयोग करता हूँ। पिछले संस्करण मे थोड़ी मेमोरी की समस्या होती थी, अक्सर कुछ वाक्य लिखने के बाद,अगले […]
अप्रैल 3rd, 2009 | Posted in विविध | 22 Comments
Tweet हमारे मिर्जा साहिब अक्सर हमे इंटरनैट पर बिजी रहने के लिए गरिआते रहते है। इनका कहना है कि ये चौधरी साहिब पता नही इंटरनैट पर किन किन छोकरिआओं के साथ गपिआता है, इसी चक्कर मे शतरंज खेलने भी नही आता। अभी पिछले दिनो ही छुट्टन मियां के एक डीवीडी मित्र (मिर्जा, छुट्टन,और उसके डीवीडी […]
अक्तुबर 17th, 2008 | Posted in विविध | 13 Comments
Tweet आज का दिन एक अच्छी खबर लाया। आज गूगल की तरफ़ से एडसेंस की पहली कमाई ( 100 डालर) का चैक आ गया। मेरा पन्ना पर एडसेंस लगभग 20 फरवरी के आसपास लगाए गए थे। गूगल द्वारा भेजी गयी यह कमाई फरवरी से अप्रैल तक मेरा पन्ना पर दिखाए गए विज्ञापनों की आय है। […]
मई 31st, 2008 | Posted in विविध | 25 Comments
Tweet यदि आपने अपने कम्पयूटर पर माइक्रोसाफ़्ट ऑफिस 2007 को स्थापित किया होगा तो आपका पाला ग्रूव्स मॉनिटर (GrooveMonitor.exe) नामक बेकार के प्रोग्राम से जरुर पड़ा होगा। इस प्रोग्राम से माइक्रोसाफ़्ट की अक्षमता का एक और नमूना दिखाई देता है। कम्पयूटर के शुरु होते ही, ये प्रोग्राम मेमोरी मे लोड हो जाता है और जब भी […]
मई 15th, 2008 | Posted in विविध | 3 Comments
Tweet सभी साथियों का शुक्रिया जिन्होने मेरे पिछले लेख को पसन्द किया। हमारे कई नए चिट्ठाकार साथियों ने RSS और फीड के बारे मे पूछा है। इस बारे मे मैने अपने एक पुराने लेख ये RSS क्या बला है? मे काफी कुछ बताया है। नए चिट्ठाकारों से निवेदन है कि इस उपरोक्त लेख को पढने […]
मई 2nd, 2008 | Posted in विविध | 6 Comments
Tweet अभी कुछ दिन पहले किसी मित्र ने वर्डप्रेस के नए संस्करण मे टिप्पणियों के संपादन की समस्या के बारे मे पूछा था। क्योंकि टिप्पणियों के संपादन के लिए अलग से कोई बटन नही दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि नया वर्डप्रेस का एडमिन स्थल ज्यादा साफ़सुथरा दिखे। दरअसल वर्डप्रेस मे टिप्पणियों […]
अप्रैल 20th, 2008 | Posted in वर्डप्रेस | 6 Comments
Tweet वैसे तो वर्डप्रेस 2.5 के संस्करण के बारे मे, मैने आपको अपनी पिछली पोस्ट मे बताया। इसको अपग्रेड करने का तरीका नीचे सिलसिलेवार बताया गया है। लेकिन यदि आप इसको स्वयं ना करना चाहे तो अब एक बेहतर जुगाड़ आ गया है। अब एक ऐसा प्लग-इन उपलब्ध है जो आपके वर्डप्रेस के वर्जन (1.5 […]
अप्रैल 15th, 2008 | Posted in विविध | 5 Comments