इधर उधर की

Tweet अभी पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ, बीजेपी ने सभी अनुमानों को गलत साबित  करते हुए उत्तर प्रदेश में जोरदार वापसी करी।  इस तरह से मुलायम यादव  के पुत्र अखिलेश यादव के शासन का पटाक्षेप हुआ, ये जीत कई मायनो में महत्वपूर्ण थी , क्योंकि सपा की कलह , जाटों  की अजित सिंह […]

बीत गया ये साल भी

Tweet लो जी, ये साल भी गुजर गया। ऐसा लगता है कि अभी अभी ही तो साल शुरु हुआ था, इत्ती जल्दी खत्म भी हो गया, लगता है इस साल को पर लग गए, तभी तो जल्दी जल्दी निकल गया। हम भी इस साल कुल जमा तीस लेख ही लिख पाए, बकौल मिर्जा लानत है […]

क्या वाकई जिन्ना धर्मनिरपेक्ष थे?

Tweet आज फिर बीजेपी मे बवाल मचा हुआ है। आडवानी के बाद, जसवंत सिंह ने भी कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की। बीजेपी जिसका वोटबैंक हिन्दू वोट है, तुरत फुरत मुद्दे की लीपा पोती करने मे लग गयी है। लेकिन क्या बात है, जो बीजेपी नेता घूम फिर कर जिन्ना की तारीफ़ करने […]

भला उसका समर्थनपत्र मेरे समर्थनपत्र के पहले कैसे?

Tweet कांग्रेस गठबंधन के चुनाव जीतने के बाद, अभी भी उसे बहुमत की मैजिक संख्या 272 के करीब पहुँचने के लिए लगभग 10 सांसदों की जरुरत होगी। लेकिन सभी मौकापरस्त पार्टियों मे होड़ लगी है कि कौन अपना समर्थन पत्र कांग्रेस आलाकमान को पहले भेजता है। सपा हो या बसपा, जनतादल(देवगौड़ा) हो या अजीत सिंह […]

जनादेश 2009 : समीक्षा

चुनावों मे भारतीय जनता ने अपना जनादेश दे दिया है। कुल 543 सीटों मे से कांग्रेस का यूपीए गठबंधन 260+ सीटें लेकर सबसे बड़े गठबंधन के रुप मे उभरा है। दूसरी तरफ़ भाजपा का एनडीए गठबंधन कुल 158 सीटें पाकर दूसरे नम्बर पर रहा। तो आखिरकार इस मुद्दाविहीन चुनाव में कांग्रेस की इस अप्रत्याशित सफलता का राज क्या था? आइए इस जनादेश के कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओ को समझें:

सत्ता समीकरण : पाला बदल खिलाड़ी

Tweet सभी लोगों ने चैन की सांस ली है कि चुनावों का शोर कुछ थम गया है। १३ मई को आखिरी मतदान होने के साथ ही, सबकुछ सामान्य सा दिखने लगा। हमे याद आ रहा है कि कानपुर मे एक प्रत्याशी हुआ करते थे (थे नही है भाई) भगवती प्रसाद दीक्षित। लोग इनको घोड़ेवाला दीक्षित […]

काफी दिनो बाद, रिलेक्स हूँ

Tweet सचमुच काफी दिनो बाद कुछ कुछ रिलेक्स महसूस कर रहा हूँ। आज अपनी मर्जी से दस बजे के बाद उठा, सब कुछ अच्छा अच्छा सा लग रहा है। इतने दिनो मे तो मै देर से उठना ही भूल गया था। इन सभी बदलावों का कारण ये है कि मुझे अपनी वार्षिक छुट्टियों के बचे […]

बुश को आखिरी तोहफा

Tweet एल्लो जी! इराक वाले पत्रकार ने तो बुश को जाते जाते जूते ईनाम मे दे दिए। अब बुश मियां बिन बुलाए जाओगे तो ऐसे ही होगा। हुआ यूं कि बुश साहब अचानक इराक पहुँचे और वहाँ पहुँच कर एक पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित किया। वैसे भी अरब जगत मे बुश साहब की कोई खास […]

नींद ना आने की बीमारी

Tweet एल्लो! अब करुणानिधि को भी नींद ना आने की बीमारी शुरु हो गयी। करुणानिधि जी बोलते है, जब मै श्रीलंका के तमिलो के बारे मे सोचता हूँ तो मुझे रातो को नींद नही आती। श्रींलंका के तमिल? कोई कन्फ़्यूजन तो नही हो गया। अरे नही भई, पक्का यही बोले। ना मानो तो आप खुद […]

और पकड़ो मछली! अब झेलो

Tweet सबसे पहले तो अपने पाठकों से माफी चाहता हूँ कि काफी दिनो से लिख नही सका। अब हुआ यूं कि दफ़्तर मे काम का बोझ कुछ ज्यादा था, इसलिए ज्यादा पढ नही सका, अब पढूंगा नही तो लिखूंगा कैसे? इसलिए लेखन मे कुछ दिनो का अंतराल आ गया। अब कोशिश करूंगा कि कम से […]