Archive for अक्तुबर, 2004
Tweet लाग ओन कहो ना वाइरस है २००२ ए बग स्टोरी हैंग तो होना ही था जावा वाले जौब ले जायेंगे. मेरी डिस्क तुम्हारे पास है आओ चैट करें. दो प्रोसेसर बारह टर्मिनल अब तक छप्पन (क्रैश) प्रोग्रामर नः१ नौकर पी सी का मि.नेटवर्क लाल प्रोग्राम,इन्सट्रक्शन और मैथड लौगिन करो सजना पासवर्ड दे के देखो […]
अक्तुबर 31st, 2004 | Posted in Uncategorized | 8 Comments
Tweet हिन्दी मे लिखना बहुत आसान है,इसके कई तरीके हैः १) तख्ती साफ्टवेयर के द्वारा : यह एक निशुल्क साफ्टवेयर है, यहाँ से डाउनलोड करें, इस साफ्टवेयर द्वारा आप रोमन लिपि मे लिखे, और आपके स्क्रीन पर हिन्दी मे दिखेगा. अपना लेख लिखने के बाद,इसे कट और पेस्ट द्वारा, आप किसी भी साफ्टवेयर मे जा […]
अक्तुबर 30th, 2004 | Posted in विविध | 284 Comments
Tweet अब तीसरे दिन का खेल खत्म होने को आया, और जैसा कि लग ही रहा है, यह टेस्ट मैच अब भारत की पकड़ से बाहर है. जीतना तो बहुत दूर की बात है, ड्रा हो जाये तो गनीमत है. अब भारत की हालत देखी जाये तो बहुत ही पतली है, सारे बेट्समैन तो जैसे […]
अक्तुबर 28th, 2004 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet देश मे दशहरे के समापन के साथ साथ रामलीलाओ का दौर भी समाप्त हो गया, लेकिन कल ही हमे टीवी पर रामलीला की एक झलक देखने को मिली, पुरानी यादे फिर ताजा हो गयी…. कि कैसे हम लोग रामलीला के शुरू होने का इन्तजार करते थे.. रामलीला वाले सात बजे पहुँचते थे, लेकिन हम […]
अक्तुबर 24th, 2004 | Posted in Uncategorized | 6 Comments
Tweet अब जब मै पप्पू भइया की कहानी बयां कर रहा था जो भौजी(मिसेज पप्पू) ने भी पढी, और मेरे को खासतौर पर बुलाकर कान उमेठते हुए समझाया कि कुछ ऐसा वैसा ना लिखें, नही तो उनसे बुरा कोई नही होगा. मै उनके रौद्र रूप से वाकिफ था अब भला मेरी हिम्मत कि मै भौजी […]
अक्तुबर 21st, 2004 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet हम अप्रवासी भारतीयो की भी अपनी अनोखी समस्यायें रहती है, जब भी भारत जाने का प्रोग्राम बनता है, हमेशा सोचना पड़ता है, क्या ले जायें, अब क्या करें देश मे लोगो की एक्सपेक्टेशन इतनी रहती है, कि अगर सबकी माने तो साथ मे पानी वाला जहाज बुक करना पड़े और शायद वो भी कम […]
अक्तुबर 18th, 2004 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet आखिरकार मिर्जा का इन्तजार खत्म हुआ, महाराष्ट्र चुनाव की आखिरी सीट के परिणाम आने तक मिर्जा ना तो खाना खा रहे थे और ना ही टीवी के आगे से हट रहे थे… छुट्टन मिंया जो अभी अभी नयी फिल्मो की डीवीडी ले आये थे.. बड़े परेशान थे.. गलती से मिर्जा के सामने ही बोल […]
अक्तुबर 16th, 2004 | Posted in Uncategorized | Comments Off on महाराष्ट्र चुनाव विश्लेषण
Tweet कभी कभी मोबाइल सेवा देने वालो को ऐसे ग्राहक भी मिल जाते है, जो उनका दिन खराब कर देते है.आप जानना चाहते है कैसे…. नीचे दिये लिंक को क्लिक करे. http://www.mobilinkgsm.uni.cc/ यह पाकिस्तान मे कराची शहर के एक कस्टमर का फोन था, मोबाइल कम्पनी के सपोर्ट मैनेजर को….. जल्दी ही सुने… ना जाने कब […]
अक्तुबर 14th, 2004 | Posted in Uncategorized | Comments Off on ग्राहक सेवा
Tweet पार्टी वाले दिन तो स्वामी को ज्यादा बोलने का मौका नही मिला था, मेरे को घर जाना था.. मिर्जा भी थक कर चूर हो चुका था….सो हमने स्वामी चुप कराकर अगले दिन मिर्जा के घर, दरअसल यही हमारा अड्डा था,.मे फिर से मिलने का वादा किया….. राम जाने स्वामी रात भर कैसे सो सका […]
अक्तुबर 14th, 2004 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet पप्पू भइया को पहला झटका तो कुवैत एयरपोर्ट पर लग ही चुका था….लेकिन उनको क्या पता था कि अभी तो बहुत सारी चीजे उनका इन्तजार कर रही है.आपको तो पता ही है, पप्पू बिहार के प्राणी है, सो सबसे करीबी इन्टरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली है, उनके लिये……सो सुबह सुबह दिल्ली मे उतरे…दो सवारी,ऊपर से इतना […]
अक्तुबर 13th, 2004 | Posted in Uncategorized | 3 Comments