Archive for नवम्बर, 2004
Tweet अब जब मित्रो ने इतना इसरार किया है तो हमने सोचा कि चलो वर्मा जी की फैमिली की दास्तान लिख दी जाय. अब यहाँ पर ऐसे कई अनकहे किस्से बयां होंगे और ऐसे कई खुलासे होंगे जिससे वर्मा जी नाराज हो सकते है, अब वर्माजी नाराज होते है तो होते रहें, लेकिन हम अपने […]
नवम्बर 30th, 2004 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet अब लीजिये जनाब फिर से तू तू मै मै चालू हो गयी, इस बार अपने रामबिलास पासवान और लालू यादव है आमने सामने. लालू यादव जो पहले से ही पासवान से चिढे बैठे थे , और उनकी पार्टी को गुन्डो की पार्टी बताते थे, ने अब नया शगूफा छोड़ा है, कि पासवान ने क्रेन […]
नवम्बर 30th, 2004 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet क्या कभी आपने टीवी चैनल्स पर दिखाये जाने वाले प्रोग्राम्स के बीच मे दिखाये जाने वाले विज्ञापनो (TV Commercials) पर गौर किया है? यहाँ पर मै यह बात स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि हमारे यहाँ कुवैत मे सारे चैनल नही दिखाये जाते, सो मेरी जानकारी मे जितने विज्ञापन है, उन्ही मे से अपनी […]
नवम्बर 30th, 2004 | Posted in विविध | 6 Comments
Tweet सभी पाठको को मै अपने फोटो ब्लाग के बारे मे बताना चाहता हूँ. इस पर जाने के लिये यहाँ पर क्लिक करें. मेरा फोटो ब्लाग अतुल अरोरा जी और पंकज नरूला जी के सहयोग से ही सामने आ पाया. आप दोनो साथियों का हार्दिक धन्यवाद. अभी यह फोटो ब्लाग अपने बाल्यकाल मे है, आप […]
नवम्बर 27th, 2004 | Posted in Uncategorized | 7 Comments
Tweet अब भइया जब बात ब्लाग से सम्बंधित टिप्पणी की हो रही है, तो हमने भी हमऊ भी कुछ लिखे वैसे तो हमारे हिन्दी ब्लाग जगत मे टिप्पणी करने वालो ने इस सब्जेक्ट पर पीएचडी कर रखी है, एक से एक धाकड़ टिप्पणी विशेषज्ञ है हमारे यहाँ. कईयो को तो लोगो ने सलाह दे रखी […]
नवम्बर 25th, 2004 | Posted in आपबीती | 19 Comments
Tweet क्या आपको काम की ज्यादा टेन्शन है? क्या आपको आपका बास बहुत परेशान करता है ? क्या आप किसी और घरेलू समस्या से परेशान है? ऐसे कई सवाल हो सकते है, लेकिन इनका नया और निराला जवाब है डैमेज थैरेपी यानि तोड़फोड़ कीजिये और अपने तनाव से मुक्ति पाइये. मै कोई मजाक नही कर […]
नवम्बर 24th, 2004 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet पाकिस्तान के मशहूर शायर, अहमद फराज साहब, जिन्होने एक से बढकर एक गजले लिखी है, को सरकारी मकान से बेदखल कर दिया गया है, और उनके घर का सामान सड़क पर फेंक दिया गया है. अहमद फराज साहब जो इस समय लन्दन के दौरे पर है, ने बीबीसी को बताया कि “यह भौंडे तरीके […]
नवम्बर 24th, 2004 | Posted in विविध | No Comments
Tweet अपने दिल के हाल सुनाने से पहले मेरे को कैफी आजमी साहब का एक शेर याद आ रहा हैः बस इक झिझक है यही,हाल ए दिल सुनाने मे, कि तेरा भी जिक्र आयेगा इस फसाने मे अब का बताया जाय… बहुत दिनो से लिखने की सोच रहे थे, लेकिन क्या करे की लिखने का […]
नवम्बर 23rd, 2004 | Posted in आपबीती | 1 Comment
Tweet और लो भाई, भारतीय क्रिकेट टीम जो दक्षिण अफ्रीकी टीम को हल्का समझ रही थी, सोच रही थी कि नये खिलाड़ियो से बनी टीम को अपने देश मे हराना आसान रहेगा. साथ ही भारत का मीडिया जगत भी इस सीरीज को भारतीय टीम की टेस्ट रेंकिग को ठीक करने का माध्यम बता रहे थे, […]
नवम्बर 21st, 2004 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet चलो भाई,आखिर इतने सालो बाद कानपुर मे टेस्ट मैच हो रहा है, बहुत खुशी की बात है, और मेरी सहानुभूति गेट पर खड़े सुरक्षाकर्मियों से है, बेचारे सुबह सुबह तो बड़े चौकस रहते है, लेकिन धीरे धीरे थकने लगते है, और मुफ्तखोर अन्दर प्रवेश पा लेते है. क्रिकेट के मुत्तालिक कानपुर की कुछ परम्पराये […]
नवम्बर 19th, 2004 | Posted in Uncategorized | 2 Comments