Archive for नवम्बर, 2004
Tweet अक्षरग्राम अनुगून्ज दूसरा आयोजन कभी कभी मेरे अंग्रेज और अन्य अभारतीय मित्र मेरे से कई तरह के सवाल पूछते है, जैसे हमारी संस्कृति कैसी है, हमारे इतने सारे देवी देवता क्यों है, अगर हम सभी एक जैसे है तो हमारे यहाँ विभिन्न प्रकार की जातिया प्रजातिया क्यों है? वर्ण सिस्टम का क्या महत्व है? […]
नवम्बर 16th, 2004 | Posted in Uncategorized | 22 Comments
Tweet कभी कभी हम चाहते है, कि कोई छोटा सा प्रोग्राम हमारी मर्जी का काम करे, जैसे शहर के ट्रेफिक का हाल,कैलकुलेटर, कन्वरजन टेबिल,मौसम की खबर,घड़ी, दुनिया भर की खबरे जैसी चीज हमारे डेस्कटाप पर हो. ऐसे बहुत से प्रोग्राम मौजूद है, लेकिन इन सबमे परेशानी यह है कि इनको पूरी तरह से कस्टमाइज या […]
नवम्बर 16th, 2004 | Posted in Uncategorized | No Comments
Tweet पिछले कुछ हफ्तो मे हिन्दुस्तान की राजनीति मे बेहद नाटकीय घटनाक्रम हुए… हमने मिर्जा से प्रतिक्रिया चाही, जो अभी अभी ईद मनाकर लौटे है.. देखो बरखुरदार… अपनी साध्वी के दो ही शौक है, रूठना और गुस्सा करना…उमा भारती जो पहले रूठ कर पहाड़ो पर चली गयी थी… आडवानी के अध्यक्ष बनते ही बुलावा मिलने […]
नवम्बर 16th, 2004 | Posted in Uncategorized | No Comments
Tweet सबसे पहले तो सभी पाठको तो ईद मुबारक. आप सभी खुश रहे, आबाद रहे… और आप और आपके परिवार पर अल्लाह की मेहरबानी बरकरार रहे. दोस्त यार पूछते है कि क्या लिखना बन्द कर दिया है.. मिर्जा साहब कहाँ है? क्या छुट्टन ने कोई नयी फिल्म नही देखी आसपास, या फिर छपास पीड़ा खत्म […]
नवम्बर 16th, 2004 | Posted in आपबीती | No Comments
Tweet क्योंकि आज दिवाली है, मैंने भी एक दिया जलाया है। अपने भूकंप और बाढ़ जैसी प्राकृतिक, और दंगे फसाद जैसी मानवीय आपदाओं को झेल खण्ड़हर हुए उजड़े मकान के उखडे उखडे आंगन में भूख, बेकारी और लाचारी के बावजूद, अपने पडौसी से उधार लेकर, एक दिया जलाया है, क्योंकि आज दिवाली है। रोशनी तो […]
नवम्बर 10th, 2004 | Posted in विविध | 1 Comment
Tweet पुलिस और लाचारी, बात कुछ जमी नही, हाँ भाई, पुलिस भी कभी कभी लाचार और बेबस हो जाती है, यहाँ दो मिसाले है, आप खुद ही पढ लीजिये. ननकू को जेल अब आप पूछेंगे कि ये ननकू कौन है, अरे भाई ननकू 104 साल के बुजुर्ग है, और लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कालेज […]
नवम्बर 7th, 2004 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet अभी कल ही टीवी पर उड़ीसा विधान सभा मे चप्पलबाजी की घटना देखने को मिली, मन प्रसन्न हो गया, दिल बाग बाग हो गया, हमे लगा कि लोकतन्त्र अभी भी जिन्दा है.हमारे कांग्रेसी विधायक महोदय, विधानसभा के अन्दर, सत्तापक्ष की तरफ चप्पल फेंक कर अपने गुस्से का इजहार कर रहे थे. पूरी तरह से […]
नवम्बर 3rd, 2004 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet कभी आपने किसी को दूसरे के फटे मे टांग अड़ाते देखा है, एक थे लखनऊ के साहब… दूसरे है श्रीलंका के जनाब एसएसपी लियानागे… अब इन्होने क्या ऐसा किया…. आप खुद ही पढ लीजिये… जैसा कि आप सबको पता ही है कि अमरीकी चुनाव होने मे अभी कुछ घन्टो की देरी है, और ये […]
नवम्बर 2nd, 2004 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet (अक्षरग्राम अनुगून्ज : पहला आयोजन) अभी कुछ दिन पहले ही मै किसी म्यूजिक चैनल पर गाने देख रहा था… अचानक एक रिमिक्स गाना प्रसारित हुआ, ले के पहला पहला प्यार , ये सुरीला गाना शमशाद बेगम,रफी साहब और आशाजी ने गाया था, वैसे सुनने मे रिमिक्स भी बुरा नही लगा… लेकिन जैसे ही मैने […]
नवम्बर 1st, 2004 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet कल यानि रविवार ३१ अक्टूबर,२००४ के दिन कुवैत मे दिन के १ बजे, पूरे देश की बत्ती गुल हो गयी, मेरे मित्र जो भारत मे रहते है, पूछेंगे, तो इसमे कौन सी बड़ी बात है, ये तो भारत मे हर रोज होता रहता है, भइया इन्डिया मे तो यह बहुत सामान्य बात है, लेकिन […]
नवम्बर 1st, 2004 | Posted in आपबीती | 2 Comments