Archive for अक्तुबर, 2005

कैसी कैसी शायरी?

Tweet अब इसे ही ले, निशा जी ने दिल्ली से कुछ गड़बड़झाला शायरी भेजी है। अब मै अकेले क्यों झेलूँ, आप भी झेलिये: तुमको देखा तो ये ख्याल आया पागलों के स्टाक में नया माल आया अब इसे भी मुलाहिजा फ़रमाइये इधर खुदा है, उधर खुदा है जिधर देखो, उधर खुदा है इधर उधर बस […]

आज का कार्टून

Tweet ये कार्टून मुस्लिम समाज की सारी तस्वीर बयां कर रहा है।

आओ पीएचपी सीखें

Tweet अक्सर लोग मुझसे पूछते है कि आपने पीएचपी कहाँ से सीखी, अरे भई, इन्टरनैट से सीखी और कहाँ से। अब इस उमर मे तो किसी इन्स्टीट्यूट मे तो जाने से रहे। तो जनाब आप भी पीएचपी सीख सकते है। बहुत आसान है।इस बारे मे मैं एक विस्तृत लेख लिखूंगा, पहले पहल तो आप ये […]

लोगों को ब्लाग तक कैसे खीच कर लायें

Tweet आपने ब्लाग तो लिख लिया, उसे कोई पढ नही रहा…इसी चिन्ता मे आपका लिखने का मूड नही बन रहा। तो जनाब हैरान परेशान ना होइये, कुछ ये वाली युक्तियाँ अपनाइये, फ़िर देखिये आपके ब्लाग द्वारे….भीड़ ही भीड़. युक्तियाँ यहाँ पढिये।

ईसा मसीह की तस्वीर

Tweet ये एक संयोग है या फ़िर सचमुच ईसा मसीह की तस्वीर है। गूगल मैप्स की एक और कलाकारी, आप खुद ही देखिये।

पाकिस्तान की अपील

Tweet पाकिस्तान साफ़्टवेयर हाउस एसोसियेशन (P@SHA) ने भूकम्प पीडितों के सहायतार्थ कम्पयूटर प्रोफ़ेशनल से सहयोग की अपील की है, जरुर देखें और यथासम्भव मदद करें।

रंगदारी व्यवस्था का समाधान

Tweet जैसा कि आप सभी को पता ही है बिहार मे रंगदारी का कितना जोर है, क्या कहा? रंगदारी नही पता? अरे भैया! आपको कैसे पता होगा, आप तो बिहार मे रहे ही नही हो ना, रंगदारी एक तरह का गुण्डा टैक्स होता है जो मोहल्ले का सो काल्ड दादा, मोहल्ले के दुकानदारो और अमीर […]

मौत का मंजर हर तरफ़

Tweet बीते दिनो पाकिस्तान के नियन्त्रण वाले कश्मीर और भारतीय नियन्त्रण वाले जम्मू कश्मीर मे भयानक भूकम्प आया, जिसमे लगभग ४०,००० लोग मारे गये और लाखों लोग बेघर हो गये। क्या आपने कभी ध्यान दिया है, स्थान बदल जाते है, त्रासदी बदल जाती है, लोग बदल जाते है, लेकिन लोगों के चेहरे पर दिखता दर्द […]

याहू के सस्ते डोमेन फ़िर से

Tweet याहू फ़िर से सस्ते डोमेन लेकर आया है। US $ 2.99/year. (सामान्य तौर पर $9.95 होता है) है ना मजेदार डील, तो फ़िर देर मत करिये अपने अपने डोमेन बुक करवा दीजिये, फ़िर मत कहना बताया नही। डील यहाँ पर ली जा सकती है। तो फ़िर देबू दा, करवाया जाय बुक, आपके नाम पर?

सदाबहार कामेडी फ़िल्में

Tweet मै हिन्दी फ़िल्मों मे कामेडी फ़िल्मे देखना ज्यादा पसन्द करता हूँ। एक दिन बैठे बैठे ख्याल आया कि क्यों ना हिन्दी की अच्छी कामेडी फ़िल्मो को फ़िर से देखा जाय। अब देखने की बारी तो बाद मे आती, जब पहले उन सभी की लिस्ट बनाते तो जनाब, आजकल कागज पेन का जमाना तो रहा […]