Archive for अक्तुबर, 2006
Tweet अगर आप भी मेरी तरह जीमेल के बहुत सारे एकाउन्ट प्रयोग करते है तो यह आपके लिए है। मै जीमेल प्रयोग करता हूँ, अपने लिए, व्यक्तिगत रूप से, अपने ब्लॉग अवतार के रुप मे, अपनी प्रोफेशनल कन्सलटेन्सी कम्पनी के लिए भी। जीमेल आपको अलग अलग एकाउन्ट तो प्रयोग करने देता है लेकिन अलग अलग […]
अक्तुबर 31st, 2006 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet आप सभी इन्टरनैट पर यूट्यूब की साइट पर तो जरुर ही गए होंगे। वहाँ पर वीडियो क्लिप्स का बहुत बड़ा भन्डार है, अभी हाल ही मे गूगल बाबा ने इस कम्पनी का अधिग्रहण कर लिया है। इस साइट की लोकप्रियता का आलम यह है कि यह दुनिया मे सबसे ज्यादा देखी जानी वाली १० […]
अक्तुबर 31st, 2006 | Posted in विविध | 3 Comments
Tweet कल दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा दिए गए एक फैसले ने मेरे साथ साथ उन लाखो लोगों की आँखो मे चमक ला दी है, जो भारत की न्याय व्यवस्था मे विश्वास रखते है। इस फैसले ने दिखा दिया है भारतीय न्याय व्यवस्था मे देर है अन्धेर नही। दरअसल प्रियदर्शनी मट्टू केस मे आरोपी संतोष सिंह […]
अक्तुबर 31st, 2006 | Posted in Uncategorized | 5 Comments
Tweet चित्र सौजन्य :अरद पिंक (फ़्लिकर से) कहीं दूर जब दिन ढ़ल जाए, साँझ की दुलहन बदन चुराए, चुपके से आए.. मेरे ख़यालों के आँगन में, कोई सपनों के, दीप जलाए, दीप जलाए.. कहीं दूर जब दिन ढ़ल जाए, साँझ की दुलहन बदन चुराए, चुपके से आए.. कभी यूहीं जब हुईं बोझल साँसें, भर आईं […]
अक्तुबर 28th, 2006 | Posted in विविध | Comments Off on कहीं दूर जब दिन ढ़ल जाए,
Tweet इधर काफी लम्बी छुट्टियाँ थी, आज छुट्टियों का आखिरी दिन है, कल से वापस फिर काम धन्धे पर । इन दिनो मैने बहुत सही उपयोग किया। मस्ती से अपनी छुट्टियाँ इन्जवाय की, अपने मनपसन्द लेखकों की किताबों को पढा, मनपसन्द संगीत को सुना। तकनीकी स्तर पर भी अपने आपको कुछ इम्प्रूव किया। खैर इन […]
अक्तुबर 28th, 2006 | Posted in विविध | 9 Comments
Tweet एल्लो, अब एक नयी स्टडी सामने आ गयी। ये तो आपके हाथ मे आपका मोबाइल है ना, वो ना.. वो ना आपको पापा नही बनने देगा। इसका क्या मतलब हुआ… मतलब ये हुआ कि ये आपके शुक्राणु हर लेगा, मतलब चोरी कर लेगा। मिर्जा पूछते है, ये शुक्राणु हरकर, किस मोबाइलनी के पास जाएगा? […]
अक्तुबर 26th, 2006 | Posted in विविध | 14 Comments
Tweet क्या आपको पता है, दीपावली की पूर्व संध्या पर हजारो उल्लू बलि चढाए जाते है। लक्ष्मी देवी के वाहन उल्लू की बलि लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिये दी जाती है। ये कैसी देवी है जो अपने वाहन की बलि पर प्रसन्न होती है। हर साल हजारो उल्लू जिन्हे हिमालय की तराई, मध्य प्रदेश, […]
अक्तुबर 25th, 2006 | Posted in विविध | 14 Comments
Tweet कहते है जोक्स पर किसी का कापीराइट नही होता। किसी ने कंही से मारे होते है किसी ने कंही से। आइए हम भी इस परम्परा का निर्वाह करते हुए कुछ मारे हुए जोक्स यहाँ परोसें। ( ये जोक्स मुझे अच्छे लगे, इसलिए यहाँ पेश कर रहा हूँ) एक व्यक्ति बॉर मे बैठा रो रहा […]
अक्तुबर 25th, 2006 | Posted in विविध | 33 Comments
Tweet दीपावली के शुभ अवसर पर आपको और आपके परिवार को मेरा पन्ना की तरफ़ से हार्दिक शुभकामनाएं। लक्ष्मी जी सदा आपके घर पर निवास करें और आप पर सुख समृद्दि की वर्षा हो। इस दीपावली विशेष ध्यान दें: * पटाखों का कम से कम प्रयोग करके, पर्यावरण को वायु प्रदुषण से बचाएं। * बच्चों […]
अक्तुबर 21st, 2006 | Posted in Uncategorized | 4 Comments
Tweet साथियों, आपका चहेता हिन्दी ब्लॉग एग्रीगेटर “नारद” आपके समक्ष पुन: प्रस्तुत है। जैसे जैसे हिन्दी चिट्ठों की संख्या बढ रही थी, वैसे वैसे नारद को उसके पुराने होस्ट के पास चलाने मे दिक्कत आ रही थी। हम लोगों को इसके बारे मे पता तो था, लेकिन स्थायी समाधान बहुत महंगा उपाय था। हर बार […]
अक्तुबर 19th, 2006 | Posted in विविध | 7 Comments