भाई के भाई का चुनाव को Bye Bye
आज का दिन काफी अच्छा है, जो सुबह सुबह यह खबर पढी, कि दाउद भाई के छोटे भाई इकबाल कास्कर जो मुंबई जेल मे है, और उमरखाड़ी से महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव लड़ रहे थे, ने अपना पर्चा वापस ले लिया. अब क्यो लिया ये तो वो ही जाने, लेकिन सही समय पर उन्होने अपनी आत्मा की आवाज सुनी शायद.
मै उनके निर्णय का तहे दिल से स्वागत करता हूँ.अच्छा ही हुआ, कही वो चुनाव जीत जाते, मन्त्री बन जाते तो.. सरकार जो जवाब देना मुश्किल होता.
काश हमारे कुछ राजनेता भी ऐसा कर पाते, तो हमे उनको झेलना ना पड़ता.