मेरा पन्ना की प्रथम वर्षगांठ

आप सभी पाठकों के प्यार और विश्वास के साथ इसी हफ़्तें “मेरा पन्ना” ने एक वर्ष पूरा किया है. मैने अपना ब्लागिंग का सफ़र यूं तो अगस्त २००४ मे शुरू किया था लेकिन मेरा पन्ना सितम्बर २००४ मे ही अवतरित हुआ था. ये आप लोगों का स्नेह और प्यार है कि मेरा पन्ना के पेज हिट्स की संख्या १४,००० के आंकड़े को भी पार कर गयी है. जो मैने कभी भी नही सोचा था.
मैने अपने ब्लागिंग से सम्बंधित अनुभव आपके साथ शेयर किये थे, इसलिये दोबारा सुनाकर बोर नही करना चाहूँगा.
नये वर्ष मे मेरा पन्ना मे एक और नया स्तम्भ भी शुरु हो रहा है, “इसी हफ़्तें पिछ्ले वर्ष” , इसमे आप पिछ्ले वर्ष की इसी हफ़्ते की प्रविष्ठियों का अवलोकन कर सकेंगे, आशा है आप इसे पसन्द करेंगे. ( ये स्तम्भ आप साइडबार मे या कमेन्ट बाक्स के नीचे देख सकेंगे)
मै आपके प्यार और सहयोग का ह्र्दय से आभारी हूँ, और आशा करता हूँ आप मेरा पन्ना को यूँ ही चाहते और सराहते रहेंगे.आपके प्रोत्साहन,स्नेह और सहयोग का आकांक्षी.
आपका भाई
जीतेन्द्र चौधरी
बधाई हो.साल पूरा करने के लिये.इस सफर के गवाहों ने भी कम ‘सफर’ नहीं किया है.आगे का सफर भी मुबारक ,खुशनुमा हो यह कामना है.
Chapne ki salgirah Mubarak ho guru, jaam ke likhte raho.
दादा अभी आपकी ईमेल देखी तो पता चला कि मेरा पन्ना का जन्मदिन है व पार्टी चल रही है। बहुत बहुत मुबारक। पर भाया कुवैती फेक चम्पगनी यानि शैम्पेन से काम न चलेगा हम तो तभी आवेंगे जब असली वाली बबली लाओगे।
मस्त रहो व्यस्त रहो की बोर्ड पर उंगलियाँ थिरकाते रहो।
पंकज
हार्दिक बधाई जीतू! आप तो हिन्दी ब्लॉग जगत के नियमित और सक्रीय चिट्ठाकारों में शुमार हैं। अपने पाठकों में हिन्दी ब्लॉग लेखन की अलख जगाने का भी श्रेय आपको मिलना चाहिये। आशा है कि आप की लेखनी यूँ ही चलती रहेगी। जैसा कि अनूप ने लिखा, आपके आगे के सफर में भी हम सब हंसते हंसते “सफ़र” करने को सदा तत्पर रहेंगे। कसम से!
अनूप भाई, काली भाई, पंकज मिर्ची सेठ और देबू दादा, आपका बहुत बहुत धन्यवाद.
यूं ही कभी कभी टहलते हुए हमारे ब्लाग पर भी टिप्पणी लिख दिया करिये.
आपको लाख लाख बधाइयाँ। आपका ब्लाग देखकर हमारे जैसे ब्लागरो को भी लिखने का जोश चढता है। हमें मिर्जा,छुट्टन और वानर सेना का बेकरारी से इंतजार रहता है। वैसे जो आपने पिछले साल वाले लिंक देने शुरू किये हैं वे दोधारी तलवार साबित होंगे। एक तो हमें पुराने लेख फिर से पढने को मिलेंगे दूसरी और आपको आपके पेंडिग वादों की याद भी दिला देंगे। मुझे तो लिस्ट याद है
यात्रा वृतांत
डायरी
किसी शादी का किस्सा