अब इस सेन्सरसिप को क्या कहें?

दुनिया भर मे हल्ला मचा है कि गूगल ने चीन के लिये अपनी सर्च मे से काफी चीजे गायब कर दी हैं। लेकिन मिडिल ईस्ट मे वैब की सेन्सरशिप पर कोई कुछ नही बोलता। माना कि मध्य पूर्व की सरकारें पोर्नोग्राफी के खिलाफ बहुत कड़े कदम उठाती है, लेकिन भैया इस साइट ने किसी का क्या बिगाड़ा है। ये साइट तो बहुत सीधी साधी वैब पर नयी नयी साइटों के बारे मे बताती है, साइट है, टाप टेन ब्लॉग्स मे से एक बोइंग बोइंग । अब इसे क्लिक करते ही ये हमको बोलता है कि साइट ब्लॉक कर दी गयी है, अब आप ही बतायें ये कहाँ का इन्साफ है?

उधर शारजाह से पूर्णिमा जी ने बताया कि यूएई मे फोटो शेयरिंग साइट फ़्लिकर को बैन कर दिया गया है। अब का कहे, इस बैन का कुछ ना कुछ तो किया जाना ही चाहिये, तो भैया, खोज शुरु हुई, और जुगाड़ मिला, अपने गूगल के ही द्वारे। अपना गूगलवा जो है ना, साइट को ट्रान्सलेट करने का भी काम करता है, बस गूगल को साइट ट्रान्सलेट करने को दे दीजिये, अंग्रेजी से अंग्रेजी में, उदाहरण नीचे रहा। अब कोई आईएसपी यदि गूगल को बैन करता है तब ये काम नही करेगा। वैसे गूगल को बैन करने वाले अहमक बहुत कम ही मिलेंगे।

उदाहरण के लिये
http://www.google.com/translate?langpair=en|en&u=www.forbiddensite.com

इसमे www.forbiddensite.com साइट का नाम अपनी बैन साइट से बदल दीजिये। जैसे हमने किया
http://www.google.com/translate?langpair=en|en&u=www.boingboing.net

बस बन गया ना काम, आओ गाना गाते है:


छोड़ो कल की बाते, कल की बात पुरानी, नये दौर मे लिखंगे, मिलकर नयी कहानी,
हम जुगाड़ी हिन्दुस्तानी…जुगाड़ी हिन्दुस्तानी

3 Responses to “अब इस सेन्सरसिप को क्या कहें?”

  1. कर दिया ना लोहे कि दिवारों में छेद. आपकि जुगाड जिन्दाबाद, पर हर ‘स्क्रिन के भी आँखे होती हैं’. सेन्सरशिप के ठेकेदारो को आपके जुगाङ कि भनक लग गयी होगी. तो अब उन्हे भी रोकथाम के लिए जुगाङ करने दें, तब तक मजे लुटो.

  2. सम्भल के साहब. ये अरबी लोग बडे सिरफीरे होते है. वैसे जुगाड तो जोरदार निकाला

  3. Guru cha gaye……..ab thora barasne ki teyyari karo 🙂