गजब भयो रामा जुलम भयो रे

अरे यहाँ कोई दो हंसो का जोड़ा नही बिछड़ा। यहाँ तो बहुत बड़ा फ़ड्डा हो गया है। हुआ यूं कि आज हमारे इन्टरनैट सर्विस प्रोवाइडर के दिमाग मे पता नही क्या फितूर सवार हुआ कि उसने गूगल डाट काम और उसके नैटवर्क को ही ब्लॉक कर दिया।इन्टरनैट पर गूगल डाट काम और उसके नैटवर्क को छोड़कर बाकी के सारे पेज खुल रहे थे।याहू वगैरहा सभी कुछ, जुगाड़ वाली साइट भी, लेकिन गूगल से इसे पता नही क्या चिढ हो गयी।बस यहीं काम लग गया।मेरी तो ठीक तरीके से बज गयी, चिट्ठाकार फोरम से लेकर,गूगल मेल और गूगल चैट सब कुछ बन्द।एक दिन बिना गूगल के गुजारना कितना मुशकिल है, ये समझ मे आ गया।दिन भर भाई लोगों से पूछते रहे, तुम्हारे यहाँ ये चल रहा है क्या? बिन गूगल सब सून।अब तो लगता है किसी दिन गूगल बाबा शुल्क लेने लगेंगे तो उस दिन झक मारकर देना ही पड़ेगा।

ये हालांकि एक तकनीकी भूल थी, आईएसपी को खबर कर दी गयी है,हमने तो बिना गरियाए हुए,शराफ़त से ही की, मिडिल ईस्ट मे शराफ़त का दामन नही छोड़ा जाता, नही तो ये आपके इन्डिया तक छोड़ आएंगे। अब देखो क्या होता है।तब तक? अरे अपना डायल अप है ना, प्रोवाइडर बदल कर अपनी मेल वगैरहा चैक कर लिए है, कल की कल देखेंगे।

नोट: और हाँ ,ब्लॉगस्पाट भी नही चल रहा, टिप्पणी देने के लिये बाध्य ना करें।

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5 Responses to “गजब भयो रामा जुलम भयो रे”

  1. मै आपके इस कठिन समय मे सिर्फ़ ईश्वर से प्रार्थना ही कर सकता हूँ..बिन गुगल सब सून…बहुत गहरी व्यथा है..झेलने वाला ही समझ सकता है.
    जल्द आप भी आम आदमी हो जायें (With Google Access) इसी कामना के साथ…

    समीर लाल

  2. पर आपको अब अपनी सारी दुकानो मे से कुछ गूगल पर से हटा लेनी चाहिये। अगर ये नाटक ज्यादा दिन तक चला होता तो क्या होता? आपके देश के शाशको का कोइ ठिकाना नही। कुछ याहू , एमएसएन या अपने रीडीफ पर ट्रांसफर करदो। शायद अमरिका के विरोध मे अमरिका की साइटे बंद हो लेकिन भारतीय तो ओन रहेगी।

  3. भई रवि जी की बात में दम तो है!! 🙂
    वैसे जीतू भईया, गूगल पर काहे इतना आश्रित होते हो, भई एक व्यक्ति, वस्तु आदि पर इतना आश्रित होना सेहत के लिए हानिकारक है। किसी दिन उस आश्रय को धड़का लग गया तो का होगा? और वैसे भी मिडल ईस्ट में तो इंटरनेट का चलना भी by chance है, पता नहीं कब प्रशासन का दिमाग फ़िर जाए और वे इस्लामिक साईटों को छोड़ सब को बन्द कर दें!! 😉

  4. सही बात तो यही है कि आपको गुगल पर आश्रित नहीं होना चाहिये। हालांकि मैं भी हूँ पर जल्द आजाद हो जाउंगा।

  5. Sir
    Aapki vyatha samazh aa gai vastvik hai
    meri mazboori ki hindi typing nahi aatee
    par ek baat aapki akhrii
    ki ham Bharat waloon kay liye Middle East ki disha too china kay aaspaas honi chahiye
    waisay aap hamaray liye madhya asia maein hain