अंग्रेजी के बारे मे कुछ अजीबोगरीब बातें

अंग्रेजी के बारे मे कुछ अजीबोगरीब बातें (यूं ही नैट पर मटरगश्ती करते करते एक जगह दिख गयी, अनुवाद करके लिख रहा हूँ।) यहाँ लिखने का मतलब ये नही कि मै अंग्रेजी के खिलाफ हूँ, इसलिये इस पोस्ट को हल्के से लिया जाए। इसमे कोपड़ा साहब कैमेस्टी वाले और चुपके चुपके वाले डायलाग हटा दिए गये है।

  • एगप्लान्ट मे एग नही होते और ना ही हैमबर्गर मे हैम होता है।
  • पाइनएप्पल मे ना तो पाइन होता है और ना ही एप्पल
  • इन्गलिश मफ़िन्स इंग्लैन्ड मे नही खोजे गये थे, और ना ही फ़्रेन्च फ़्राइस फ्रान्स में।
  • बाक्सिंग रिंग गोल नही आयताकार होते हैं।
  • अगर राइटर राइट करता है तो फिन्गर फ़िंग(fing) क्यों नही करती?
  • टूथ का बहुवचन टीथ होता है तो फोन बूथ का बहुवचन बीथ क्यों नही होता?
  • एक्स्ट्राआर्डीनरी ना तो एक्स्ट्रा होता है और ना ही आर्डीनरी
  • अगर वेजीटेरियन उसे बोलते है जो वेजीटेबल खाते है तो फिर ह्यूमनिटेरियन क्या खाते है?
  • मौसम कभी हाट एस हैल होता है और कभी कोल्ड एस हैल (अमां डिसाइड तो करो पहले)
  • जब स्टार आउट होते है तो वो विजीबिल होते है, लेकिन जब लाइट आउट होती है तो इनविजिबिल
  • जब वाच को वाइन्ड अप किया जाता है तो वो स्टार्ट होती है, लेकिन जब इस पोस्ट को वाइन्ड अप करते है तो एन्ड हो जाती है। (ये क्या माजरा है भई)

3 Responses to “अंग्रेजी के बारे मे कुछ अजीबोगरीब बातें”

  1. मेरी तरफ से कुछ और

    १.डी ऒ डू होता है लेकिन जी ऒ गू नही होता
    २. आर इ ए डी को आप कभी रीड या कभी रेड उच्चारीत करते है.
    ३.सी यू टी कट होता है लेकिन पी यू टी पट नही होता
    ४.आई एस इज होता है, लेकिन आई एस एल ए एन डी आईलैण्ड होता है.

  2. थोड़ा आगे की बात करने लगे। पहले ‘अल्फाबेट’ से शुरू करते।

  3. http://www.dakhalandazi.com/2011/04/blog-post_27.html
    आपके आर्टिकल को साभार प्रकाशित किया गया है.