अमन के रखवाले

क्या आपको पता है भारत पाकिस्तान के खराब सम्बंधो पर दोस्ती की नीव किसने डाली थी?
ना तो अटल बिहारी जी ना परवेज मुशर्रफ़ और ना ही किसी और हुक्मरान। भारत पाक की जनता को दोस्ती के बन्धन मे बाँधा था बेबी नूर ने।याद आया कुछ। baby noor
चित्र साभार :रिडिफ़ डाट काम
जी हाँ बेबी नूर।नूर फातिमा.. दो साल की यह मासूम सी कली पाकिस्तान से चलकर बैंगलौर के नारायण ह्र्दयालय मे अपने दिल का आप्रेशन कराने आयी थी। सच पूछो तो सारे देश का मन मोह लिया था इस छोटी से बच्ची ने।हिन्दुस्तान और पाकिस्तान की जनता इस आप्रेशन के बाद और करीब आयी। भारत की चिकित्सा सुविधाए तो विश्व स्तर की है, पाकिस्तान से मरीजों के आने का सिलसिला बरकरार है।

इस बार इस घटनाक्रम को दोहराया गया है इस बार आया है शहरयार। शहरयार के लीवर का प्रत्यारोपण(ट्रान्सप्लान्टेशन) किया गया है।चौदह महीने का यह बच्चा देश मे चिकित्सा सुविधाए पाने वाली सबसे कम उम्र का पाकिस्तानी बच्चा है।दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में डॉक्टरों ने इस बच्चे के खराब लीवर को निकालकर उसकी जगह उसकी नानी के लीवर के २५ प्रतिशत हिस्से को काटकर लगाया है।भारतीय डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक लीवर प्रत्यारोपित करते हुए शेरयार को नई जिंदगी दी है।शेरयार के पिता सैयद अरशद हुसैन ने कहा, भारत में उनका अनुभव काफी अच्छा रहा है। जब वे तनाव के दौर से गुजर रहे थे, तब कई लोग आकर उनसे कहते थे कि हम आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।पूरा समाचार यहाँ देखें।

2 Responses to “अमन के रखवाले”

  1. दोनों देशों के नागरिकों के मन में कोई बैर नहीं है। लेकिन दोस्ती का भावना संगठित नहीं होने देते ये पाकिस्तानी
    हुक्मरान!

  2. अनूप जी ने जो कहा है वही बात महेश भट्ट कह रहे थे. उनका कहना था कि बेहद नफ़रत के इस दौर मे ही मित्रता की बातें की जानी चाहिए. सियासतदानों ने झूठे तर्कजाल फैलाकर हमें मूढ़ताओं में बांध लिया है.