ब्लैक फ़्राइडे : देखना मत भूलना

आज ही रवि रतलामी जी के सौजन्य से हिन्दी याहू के दर्शन हुए, याहू अब हिन्दी ही नही, अन्य कई भाषाओं मे भी उपलब्ध है। प्रथमावलोकन मे तो यह हिन्दी एमएसएन से बेहतर ही दिखता है। बाकी तो सामग्री पर बहुत कुछ निर्भर करता है। लड़ाई तो अभी शुरु हुई है। एक बात तो कहनी ही होगी कि कम से कम हिन्दी पोर्टल के क्षेत्र मे याहू ने गूगल बाबा को पीछे छोड़ दिया है जिनका हिन्दी न्यूज बना पड़ा है लेकिन किसी तकनीकी वजह से उसे रिलीज नही किया जा रहा है। अब आप मेरे से इस समाचार के सूत्र के बारे मे मत पूछिएगा, ये अन्दर की बात है।

पहले पन्ने पर पता चला कि ब्लैक फ़ाइडे भारत मे रिलीज हो रही है, यह फिल्म मै लगभग डेढ साल पहले देख चुका हूँ, इसकी विस्तृत समीक्षा यहाँ पर उपलब्ध है। मै सिर्फ़ इतना ही कहूंगा कि एक बेहतरीन फिल्म है इसे देखना मत भूलिएगा।

5 Responses to “ब्लैक फ़्राइडे : देखना मत भूलना”

  1. संजय बेंगाणी on फरवरी 2nd, 2007 at 4:04 pm

    फिल्म फिर से देख लेंगे जी. अच्छी फिल्म है. बस प्रतिबन्धित को देखने का जो रोमांच था, वह नहीं मिलेगा.

  2. एक बात तो है, हम तो याहू ही पढने वाले हैं क्योंकि इसमें विज्ञापनों के बीच में न्यूज जो ढूँढनी नही पडेगी।

  3. हां यह फ़िल्म अच्छी है.. स्क्रिप्ट लिखते वक्त आपकी समीक्षा काम आई. गूगलाने के बाद मिली थी.

  4. मैने अभी यह फिल्म नहीं देखी है पर अगले शुक्रवार को देखुँगा…धन्यवाद समीक्षा के लिए स्वीकारें!

  5. क्या बात कर रहे हो गुरु, सच्ची में ईतनी बढ़िया है क्या … जब तो देखनी पडेगी ईसको तो ..किले