शाबास कैराली टीवी

KairaliTV इलेक्ट्रानिक(टीवी) मीडिया को हमेशा गरिआया जाए, ये कोई जरुरी नही। आज कैराली टीवी ने एक मिसाल कायम की है, जो हर तरह के काबिल-ए-तारीफ़ है। खबर दुबई से है, जैसा कि आपको पता ही है कि हिन्दुस्तान से लाखो, करोड़ो लोग गल्फ़ मे पैसा कमाने आते है, अक्सर कई लोग एजेन्टो के द्वारा धोखा देकर लाए जाते है और कई कई बार तो उनके प्रायोजक (स्पान्सर) ही उनके साथ दगा कर देते है। ऐसे लोगो के पास दो ही रास्ते होते है, या तो किसी भी तरह से टिकट का जुगाड़ करके भारत वापस लौट जाए या अवैध तरीके से इसी देश मे रहे। यदि आप अपने वीजा के समय से कुछ दिन भी ज्यादा रहे तो आप पर ढेर सारा जुर्माना लगा दिया जाता है। आजकल यूएई की सरकार ने अवैध रुप से रह रहे लोगों के खिलाफ़ अभियान छेड़ा हुआ है, उन्हे बिना जुर्माना दिए यूएई छोड़ने का अवसर दिया जा रहा है। लेकिन कई लोगों के पास टिकट खरीदने के पैसे भी नही होते, जुर्माना देना तो बहुत दूर की बात है। ऐसे भी भारत सरकार कभी भी आगे नही आती, आएगी भी क्यों? उनके लिए तो NRI का मतलब ही अमीर लोग होता है। गल्फ़ मे अगर किसी NRI पर मुसीबत आती है तो भारत सरकार अक्सर चुप्पी साध लेती है। पहले भी कई कई बार लोगो ने चन्दा देकर, ऐसे मुसीबत के मारों की घर वापसी करायी थी, लेकिन भारत सरकार के कान पर जूं तक नही रेंगी।

इस बार केरल के एक टीवी चैनल कैराली टीवी ने एक अभूतपूर्व काम किया है, उसने एयर इन्डिया से हवाई जहाज किराए पर लिया है और अवैध रुप से रह रहे, केरल के गरीब लोगों को मुफ़्त में स्वदेश पहुँचाने के लिए इन्तजाम किए है। कैराली टीवी के मिडिल ईस्ट के संपादक का कहना है :

हमने गल्फ़ मे अवैध रुप से रह रहे भारतीयों पर बहुत कार्यक्रम बनाए है, इन्ही कार्यक्रमों को बनाते समय हमने देखा कि कई लोग यहाँ मजबूरी मे रह रहे है, क्योंकि उनके पास घर-वापसी का किराया भी नही है। इसलिए इस बार जुर्माना-माफी (Amnesty) स्कीम आने पर हम ऐसे जरुरतमन्दो के लिए सम्मानजनक घरवापसी का इन्तजाम कर रहे है। इस फ़्लाइट मे महिलाओ, बच्चों और विकलांग लोगो को प्राथमिकता दी जाएगी। अभी हमने सिर्फ़ एक फ़्लाइट किराए पर ली है, जरुरत पड़ी तो और भी हवाई जहाज किराए पर लिए जाएंगे। इस कार्य मे हमे सभी वर्गों के लोगो का सहयोग मिल रहा है। यह कार्य करके हम कोई पब्लिसिटी नही पाना चाहते, बल्कि हमारी यह पहल, हमारी सामाजिक जिम्मेदारी का एक नमूना भर है।

पूरा समाचार यहाँ पर पढिए । शाबास कैराली टीवी, उम्मीद है बाकी मीडिया भी इस खबर को कवर करेगा और इस नेक काम मे आगे बढकर हिस्सा लेगा। रही बात भारत सरकार की, वो तो तान कर सो रहे है, ये लोग सिर्फ़ प्रवासियों के लिए सिर्फ़ बाते करते है, कभी भी कुछ ठोस काम नही किया।

14 Responses to “शाबास कैराली टीवी”

  1. जीतू भाइ बहुत अच्छी खबर सुनाई,कभी भारत के जॊ राजदूत विदेश मे फ़से भारतीयो की सहायता करते है,जिनका व्यवहार सर्व विदित है पर कलम चलाओ..?

  2. वाकई अच्छी खबर पहुंचाई हम तक. ज़िम्मेदारी तो असल में सरकार बनती है. ये तो बगल का देश था तो चल गया,पर वाकई बहुत दूर देशो मे आदमी अगर इस तरह फंस जाय तब तो कौन ज़िम्मेदारी लेगा?

  3. कैराली टी नें जो मानवता दिखाई है वैसी मानवता सब के मन में जागे । ऐसे समाचार जन जन तक पहुचनी चाहिए । आपने बहुत अच्‍छा किया इसे यहां उपलब्‍ध करा कर ।

  4. बढिया काम कर रहा है कैराली टीवी, बढिया खबर, रही बात भारत सरकार की, तो वह तो विश्व हिन्दी सम्मेलन कराने में जुटी है और इस मुगालते में है कि लोग उसे खामख्वाह क्षेत्रीय महाशक्ति मान लेंगे जबकि उसके नागरिक विदेशों में लतियाये जा रहे हैं और बांग्लादेशी यहीं आकर इन्हीं को जुतियाये जा रहे हैं…

  5. शाबास कैराली टीवी और

    शाबास जीतू भाई, खबर देने के लिये.

  6. अच्छी खबर सुनाई… यह जागरुकता हर तरफ उठे ऐसी कामना है।

  7. कैराली टीवी बधाई के पात्र हैं।

  8. साधुवाद कैराली टीवी!

  9. वाह!! गज़ब!!
    बहुत खूब कैराली टी वी, साधु-साधु!
    शुक्रिया जीतू भाई

  10. बहुत बढिया खबर है।

  11. कैराली टी वी वाकई मे बधाई की हकदार है ।

    शायद आपको हमारा ये लिखना खराब लगे पर क्या जो लोग नौकरी के लिए विदेश जाते है वो सरकार से पूछ कर जाते है।

  12. Kairali Channel is the first public limited channel in India. Channel is known for its support over a major political party in Communist Party of India – Marxist). Mammootty, Mega Star in Malayalam holds post of Managing Director at this channel.
    News and associated programmes are biased towards its political patronhood oftenly..otherwise its good when it comes to NRIs’ issues. 🙂

  13. दिलचस्प बात यह है कि यह चैनल मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी का भोपूं माना जाता है. दक्षिण की राजनीति में इस तरह के चैनल देखे ही जाते हैं. यह भारत का पहला पब्लिक लिमिटेड चैनल है और मलयालम सुपर स्टार ममूटी इसके प्रबंधक हैं. एन आर आई से जुड़े मुद्दों पर इसका काम सराहनीय रहा है. लेकिन मेरे देखे में राजनीतिक मुद्दों पर चैनल सीधी नीति अपनाए हुए हैं कि मार्क्सवादी हितों का ही पोषक बना रहे.

  14. वैसे यकीन तो नही आता है पर मान लेते है।