बाराहा मे कठिन शब्द कैसे लिखें

हिन्दी चिट्ठाजगत की सबसे अच्छी बात यह लगती है कि हम सभी पुराने चिट्ठाकारों ने अलग अलग तरह के टूल्स पर काम किया हुआ है और अपने अनुभवों को हम एक दूसरों के साथ शेयर करते रहे। उदाहरण के लिए मैने तख्ती से शुरुवात की, फिर बाराहा IME पर शिफ़्ट किया। उसके सारे अनुभव लोगों के साथ शेयर किए, कुछ और लोगो ने माइक्रोसाफ़्ट IME पर काम किया और कुछ ने दूसरे अन्य टूल्स अपनाए। आप टूल्स कोई भी प्रयोग करें, मकसद सभी का एक ही है, अच्छी और सही हिन्दी लिखना। आज एक ब्लॉगर मित्र को बाराहा प्रयोग करते हुए हिन्दी के कुछ कठिन शब्द लिखने मे दिक्कत आयी, मैने उनके ब्लॉग पर टिप्पणी मे उनकी सहायता करने की कोशिश की है। लेकिन ये परेशानी अक्सर आती है, तो सोचा क्यों ना एक पोस्ट लिखकर उसमे सारे कठिन शब्दों को समाहित किया जाए। ध्यान रखिएगा मै यहाँ सिर्फ़ बाराहा IME के प्रयोग से हिन्दी के कठिन शब्द लिखने की बात करूंगा (यदि कोई मित्र माइक्रोसाफ़्ट IME ) से इन शब्दों को लिखकर बता सके तो उसको भी इस पोस्ट मे समाहित करना चाहूंगा।)

आइए पहले बात करते है कुछ कठिन अक्षरों की :

ऋ = Ru,
ॠ = RU,
ऌ = ~Lu,
ॡ = ~LU,

ँ = ~M ( शब्द उदाहरण : चाँद cha~Md)
ं = M ( उदाहरण : अंत aMt)
ः = H ( उदाहरण : अतः वैसे कोलन भी लगा सकते है)

व्यंजन
क = k, ख = K,kh, ग = g, घ = G,gh, ङ = ~g
च = c,ch, छ = C,Ch, ज = j, झ = J,jh, ञ = ~j
ट = T, ठ = Th, ड = D, ढ = Dh, ण = N
त = t, थ = th, द = d, ध = dh, न = n, ऩ = nx
प = p, फ = P,ph, ब = b, भ = B,bh, म = m
य = y, र = r, ऱ = rx, ल = l, ळ = L, ऴ = Lx,
व = v,w, श = S,sh, ष = Sh, स = s, ह = h,~h
क्ष = kSha ( उदाहरण : rakShaNa – रक्षण )
त्र = tr ( उदाहरण त्रिमूर्ति : trimUrti
ज्ञ = j~j ( उदाहरण : ज्ञानी : j~jyani

विशेष अक्षर
ॐ = oum (उदाहर्ण : ॐ शांति ॐ )
~g = ङ
~j = ञ
~o = ऑ ( उदाहरण : ब्लॉग bl~og )

~~ = ~
~@ = @ ( वैसे आप चाहें तो भाषा बदलकर (F11) करके इनको टाइप कर सकते है।
~# = #
~$ = $
~& = &
~^ = ^

़ = x (nukta) (उदाहरण हक़ीक़त = hakxIkxat

नुक्ते के कई प्रयोग होते है, उर्दू के कई शब्दों मे नुक्ते लगते है। उदाहरण के लिए

क़ = kx —-> हक़ीक़त = hakxIkxat
ख़ = Kx —-> ख़ुश = Kxush
ग़ = gx —-> पैग़ाम = paigxAm
ज़ = z,jx —->
बाज़ार = bazAr(bajxAr)
ड़ = Dx —-> खिलाड़ी = KilADxI
ढ़ = Dhx —-> सीढ़ी = sIDhxI
फ़ = f,Px —> काफ़ी = kAfi(kAPxI)
य़ = Y,yx

अक्सर प्रयोग किए जाने वाले कठिन शब्द

संस्कृत = sNskRuit
प्राकृतिक = praakRutik
ज्ञानी = j~jyani
कहाँ = kahA~M
टर्मिनल = Tarminal
अंतर्राष्ट्रीय = aMtarrAShTrIya
प्रैस कॉन्फ्रेन्स = pres k~onPrens
सामर्थ्य = sAmarthya

इसके अतिरिक्त भी यदि आपको कुछ शब्दों मे दिक्कत आती है तो आप टिप्पणी के माध्यम से यहाँ लिख दीजिए, मै उनको भी इस पोस्ट मे समाहित करने की कोशिश करूंगा।

11 Responses to “बाराहा मे कठिन शब्द कैसे लिखें”

  1. जीतू जी,
    बहुत बहुत धन्यवाद!!!

  2. आजकल आप बहुत पुण्य कमा रहे हैं काम की बातें बता कर। धन्यवाद।

  3. जीतू भाई आपने बहुत अच्‍छी पोस्‍ट लिखी है, बधाई,

    मै तो इण्डिक का प्रयोग करता हूँ किन्‍तु अधिकतर मित्रों को बाराहा के प्रयोग के लिये कहता हूँ, और कभी कभी कोई समस्‍या आ जाती है तो मै भी ठप्प पड़ जाता हूँ। आशा है यह पोस्‍ट मेरे लिये सहायक होगी। और भी जानकारी दीजिऐगा

  4. अगर आप आईएमई के रेमिग्‍टन की बात करेगें तो मै यह कर सकता हूं, जहॉं तक मेरा मनना है इण्डिक आईएमई का रेमिग्‍टन के लिये ही होता है।

  5. संजय बेंगाणी on फरवरी 16th, 2008 at 8:15 am

    ये हुई ना सही चिट्ठाकारी….

  6. धन्यवाद जीतू भाई
    मैं दो साल से काम कर रहा हूँ पर ” ङ ” लिखना मुझे मालूम नहीं था, आज आपने बता दिया।
    🙂

  7. दादा, निम्न त्रुटियों पर ध्यान दें, आलोक भाई के इश्टाइल में लिखा है त्रुटि और समाधान 🙂

    correct / बज़ार / to / बाज़ार
    correct / काफ़ि / to / काफ़ी
    correct / प्रेस् कॉन्फ्रेन्स / to / प्रैस कॉन्फ्रेन्स

  8. धन्यवाद,
    कुछ शब्द कापी पेस्ट किए गए थे, शायद इसलिए गलती रह गयी। अब शब्द सही कर दिए गए है।

  9. भइया बाकी तो सब ठीक है लेकिन तुम ‘बरहा’ को ‘बारहा’ कहना कब बन्द करोगे। सही उच्चारण और वर्तनी ‘बरहा’ है।

  10. प्रिय मित्र,
    हिन्दी टाइपिन्ग कुन्जी पटल की फ़िलास्फ़ी बदलने के लिये सार्थक बहस छेड़ना चाहता हूं।
    मैनें हिन्दी के कई साफ़्ट्वेयर विभिन्न हिन्दी ब्लागों में उपलब्ध जानकारी से लाभ उठा कर इस्तेमाल किये ।
    उन सब आफ़ लाइन वर्शनों मे मुझे हिन्दी राइटर और बारहा सब से अच्छे लगे।
    हिन्दी राइटर की लगता है अब सप्पोर्ट नहीं रही क्योंकि इस की अधिकृत वैबसाईट पर अब इस साफ़्ट्वेयर के आलावा बाकी दुनिया की सब जानकारी मिलती है ।
    बारहा मुझे लगता है सबसे बाजी मार रहा है क्योंकि इसकी अधिकृत वैबसाईट पर सब जानकारियां मौजूद हैं
    परन्तु मुझे समझ नहीं आती कि यह सब लब्धप्रतिष्ठित साफ़्टवेयर वाले एन्गलो नागरी की बोर्ड की फ़िलासफ़ी पर अपना कीबोर्ड क्यों नहीं आधारित करते।
    ऎसा करने से यह बार बार पूरा वर्ण लिखने के लिये a key नहीं दबानी पड़ेगी
    मेरा कहने का तात्पर्य यह है कि, की दबाने पर पूरा वर्ण आ जाये, जब इसे आधा लिखना हो तो दो की दबानी पड़ें एक की वर्ण के लिये और दूसरी हलन्त के लिये ।
    इस तरह से टाइपिंग का काम आधा और सपीड दुगनी हो जायेगी ।
    यदि आप मुझ से सहमत हैं तो मेरी आवाज सही लोगों तक पहुंचाने के लिये मदद करे।
    यदि नहीं तो कृपया मुझे समझायें कि उपलब्ध कुंजीपटल से चाही गयी सुविधा कैसे प्राप्त की जा सकती है।
    सादर,
    सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा

  11. जीतूजी,
    बाराहा वाक़ई कमाल का सॉफ़्टवेअर है । हिंदी लिखने वालों के लिये।
    अंतिम वर्ण में हलन्त लगाने में भी ^ का उपयोग होता है।
    पहले टाइप करें समर्पणम फिर म के बाद ^ दबायें और बैकस्पेस दबायें म के नीचे हलन्त लग जायेगा। इस प्रकार- म्