Archive for the 'आपबीती' Category
Tweet साथियों, मेरे विचार से आप सभी भी उन लोगों में शामिल है जो समाचारपत्र के पोर्टल से खबरें देखते हैं। शुरू शुरू में तो वहां पर खबरें दिखती थी, थोड़े दिनों बाद विज्ञापन भी आने शुरू हो गए, तब भी ठीक था, लेकिन फिर विज्ञापन और ख़बरों का अनुपात ऐसा बिगड़ा कि अब […]
जून 9th, 2017 | Posted in आपबीती, विविध | 1 Comment
Tweet नमस्कार! आइये आज कुछ नयी तरह की बीमारी की बात करते हैं। ये कुछ अजीब किस्म की बीमारी होती है, इसके लक्षण और उपचार भी अलग तरीके के हैं. लक्षण क्या आपका भी दिन मोबाइल पर व्हाट्सएप्प के ग्रुप की गुड मॉर्निंग से ही शरू होता है ? क्या आप की तब तक […]
जून 7th, 2017 | Posted in आपबीती | 1 Comment
Tweet आइये आज कुछ बात करते है, ब्लॉगजगत के कुछ यादगार लम्हों की। बात कुछ २००६ की है, जब हम हिंदी ब्लॉगजगत में स्थापित होने की कगार पर थे। हर रोज कुछ ना कुछ नयी खुराफात करने की कोशिश करते थे, इसी कोशिश का नतीजा था , श्री रामचरित मानस को इंटरनेट पर देखने का, वैसे […]
मई 21st, 2017 | Posted in आपबीती | 2 Comments
Tweet क्यों ये शीर्षक कुछ जाना पहचाना सा लगा ना? आज कई सालों के बाद ब्लॉग़ को देखने की सुध ली है, कुछ बाते भी साझा करनी थी, इसलिए सोचा क्यों ना कोई ऐसे शीर्षक से शुरुवात की जाए ताकि ज्यादा लोगों का ध्यान आकर्षित हो सके. सबसे पहले तो सभी पाठकों से माफ़ी चाहता […]
अप्रैल 21st, 2017 | Posted in आपबीती | Comments Off on मेरे प्यारे भाइयों
Tweet आज बहुत दिनो बाद ब्लॉग लिखने बैठा हूँ, समझ मे नही आता कि क्या लिखू, हमेशा की तरह अपने व्यस्त होने का बहाना बनाऊ या फिर फेसबुक/ट्विट्टर पर अतिव्यस्त होने का रोना रोऊँ. ब्लॉग लेखन एक अलग तरह का लेखन है, जिसमे आपको टाइम देना पड़ता है. फेसबुक और ट्विट्टर फास्ट फ़ूड कि तरह […]
सितम्बर 27th, 2013 | Posted in आपबीती | 3 Comments
Tweet आज होली है, इंटरनेट और फ़ेसबूक पर सभी दोस्त यार एक दूसरे को होली की शुभकामनाएँ दे रहे है। लेकिन हमारी स्थिति अजीब है, हम ऑफिस में बैठे हुए अभी भी उन ऊलजुलूल सॉफ्टवेयर और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में व्यस्त है, हमारे यहाँ कुवैत में सारे त्योहार वीकेंड यानि शुक्रवार/शनिवार को शिफ्ट कर दिये जाते […]
मार्च 26th, 2013 | Posted in आपबीती | 6 Comments
Tweet आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। आप सभी लोगों से बहुत दिनों बाद मुखातिब हुआ हूँ, क्या करूँ, रोजी रोटी से टाइम मिले तो ही कुछ लिखा जाए। खैर ये सब गिले शिकवे तो चलते ही रहेंगे। चलिये कुछ बात की जाए हमारे आपके बारे में। मै अक्सर दो अपने साथ रखता हूँ, […]
मार्च 14th, 2013 | Posted in आपबीती | 9 Comments
Tweet आप सभी के पास स्मार्टफोन तो जरूर होगा. जिनके पास नहीं होगा तो वे अवश्य ही खरीदने की सोच रहे होंगे. अक्सर देखा जाता है कि हम लोग कोई बड़ी चीज़ खरीदने से पहले कोई विशेष रिसर्च नहीं करते, या तो हम किसी पडोसी की सलाह पर लेते है, या फिर अपने ऑफिस के […]
दिसम्बर 29th, 2012 | Posted in आपबीती | 3 Comments
Tweet चलिये आज कुछ बात करते है, आपके अपने प्रॉफ़ेशन की। यदि आप अपने इस कैरियर में न होते तो क्या होते? वैसे तो मैंने पहले भी इस बारे में बात लिखी है, पिछली बाते ताज़ा करने के लिए ये वाला लेख देखिये। तो जनाब शुरू करते है। यदि मैं अपने इस कम्प्युटर सॉफ्टवेर वाले […]
दिसम्बर 9th, 2012 | Posted in आपबीती | 3 Comments
Tweet आप हर दूसरे वाक्य में चू*या शब्द का प्रयोग करते हैं। आप शॉपिंग माल में चुपचाप पैसे देकर आ जाते हैं, लेकिन रिक्शे वाले से अठन्नी के लिए झगड़ा करते हैं। आप बिना मांगे और बेवजह अपनी राय देते हैं। खासकर, जब कभी आप ट्रेन में सफर कर रहे हों। आपके शब्दकोश में गालियों […]
अप्रैल 18th, 2012 | Posted in आपबीती | 8 Comments