Archive for अप्रैल, 2010

एक डाल पर मैना बोले

Tweet आज सुबह सुबह एक मैना से मुलाकात हो गयी। पेड़ की ऊँची डाल पर बैठी मैना काफी दु:खी दिख रही थी।हमसे रहा ना गया, हम भी मैना की तरफ़ लपक लिए।  हमने पूछा भई क्या हुआ,  क्यों मुंह लटकाये हो, कोई भैंस खोल ले गया क्या तुम्हारी? बस फिर क्या था, इत्ते दिनो से […]