Tweet सबसे पहले तो अपने पाठकों से माफी चाहता हूँ कि काफी दिनो से लिख नही सका। अब हुआ यूं कि दफ़्तर मे काम का बोझ कुछ ज्यादा था, इसलिए ज्यादा पढ नही सका, अब पढूंगा नही तो लिखूंगा कैसे? इसलिए लेखन मे कुछ दिनो का अंतराल आ गया। अब कोशिश करूंगा कि कम से […]
अगस्त 31st, 2008 | Posted in विविध | 6 Comments
Tweet जैसा कि आपको पता ही है, बीसीसीसीआई का सर्कस (हाँ जी, कई लोग इसे इसी नाम से पुकारते है) यानि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) T20 टूर्नामेंट पूरे तामझाम और धूमधाम से शुरु हो चुका है। डीएलएफ़ और ढेर सारे अन्य प्रायोजक द्वारा प्रायोजित इस टूर्नामेंट मे लाखो करोड़ो के दाँव लगे है। व्यापरियों से […]
अप्रैल 22nd, 2008 | Posted in विविध | 7 Comments
Tweet एल्लो जी। लोग कला/पर्यावरण और कुछ अनूठा करने के नाम पर अक्सर कपड़े उतारने को आतुर दिखाई देतेहै । अभी कुछ दिन पहले सुना था कि एक फोटोग्राफ़र ने हजारों लोगों के कपड़े उतरवा दिए थे। लोग तो इतने आतुर थे कि फोटोग्राफ़र के जाने के बाद भी कपड़े उतारे उतारे घूमते रहे, ये […]
फरवरी 1st, 2008 | Posted in Uncategorized | 4 Comments
Tweet आज धोनी के धुरन्धर, २०-२० के विश्वकप से विश्व विजेता बनकर वापस भारत लौट रहे है। इन सभी रणबांकुरो का बहुत बहुत स्वागत। फाइनल मे पाकिस्तान को हराकर इन्होने साबित कर दिया है कि युवा किसी भी तरह से अनुभवी खिलाड़ियों से कमतर नही, बल्कि कई कई जगह पर तो ये पुराने खिलाड़ियों से […]
सितम्बर 26th, 2007 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet हम भारत के राष्ट्रीय खेल को लेकर बहुत ही कन्फ़्यूजिया गया हूँ, हमे आज तक नही समझ मे आया कि हमारा राष्ट्रीय खेल हाँकी है, कबड्डी है, कुश्ती या क्रिकेट। क्योंकि क्रिकेट की संस्थाएं (बीसीसीआई/आईसीएल) आपस मे कबड्ड़ी खेलती है, अखबारों मे बयानो की जमकर कुश्ती लड़ी जाती है और जरुरत पड़ने पर एक […]
अगस्त 26th, 2007 | Posted in Uncategorized | 9 Comments
Tweet ये लेख समर्पित है उन उल्लुओं के लिए जिन्होने टीवी पर टकटकी लगाते हुए अपनी रात काली की। बुरा मत मानिए, उन उल्लुओं मे मै भी शामिल था। इसका मतलब ये हुआ कि हम उल्लू एक डाल के। आइए आगे बढते है। पेय पदार्थ बनाने वाली एक कम्पनी (माफ कीजिएगा, मैने उसका नाम नही […]
मार्च 18th, 2007 | Posted in Uncategorized | 19 Comments
Tweet एक बार एक अंग्रेज मित्र हमारे साथ भारत यात्रा पर आए, उन्होने आश्चर्य जताया कि इतनी भाषाएं , इतने अलग तरह का रहन सहन, खाना पीना और विचारधारा , वो क्या चीज है जो इन सबको जोड़े रखती है? किसी एक चीज का नाम बताओ। जब तक मै राष्ट्रीयता या किसी और चीज का […]
मार्च 14th, 2007 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet अब जब भारत अपना तीसरा टेस्ट पाकिस्तान से हार गया है, और टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबरी पर छूट गयी है, सभी लोग हार का ठीकरा अपने बाबू मोशाय के सर पर फोड़ रहे है. लोगो का कहना है कि कप्तान ने गलत डिसीजन लिया, सही तरह से फील्ड नही सजायी, फिर बैटिंग आर्डर […]
मार्च 29th, 2005 | Posted in Uncategorized | 7 Comments
Tweet और लो भाई, भारतीय क्रिकेट टीम जो दक्षिण अफ्रीकी टीम को हल्का समझ रही थी, सोच रही थी कि नये खिलाड़ियो से बनी टीम को अपने देश मे हराना आसान रहेगा. साथ ही भारत का मीडिया जगत भी इस सीरीज को भारतीय टीम की टेस्ट रेंकिग को ठीक करने का माध्यम बता रहे थे, […]
नवम्बर 21st, 2004 | Posted in Uncategorized | 3 Comments
Tweet चलो भाई,आखिर इतने सालो बाद कानपुर मे टेस्ट मैच हो रहा है, बहुत खुशी की बात है, और मेरी सहानुभूति गेट पर खड़े सुरक्षाकर्मियों से है, बेचारे सुबह सुबह तो बड़े चौकस रहते है, लेकिन धीरे धीरे थकने लगते है, और मुफ्तखोर अन्दर प्रवेश पा लेते है. क्रिकेट के मुत्तालिक कानपुर की कुछ परम्पराये […]
नवम्बर 19th, 2004 | Posted in Uncategorized | 2 Comments