Tweet आज यानि 13 फरवरी 2012 को युनेस्को द्वारा पहली बार विश्व रेडियो दिवस मनाया जा रहा है। रेडियो से हमारी भी ढेर सारी पुरानी यादें जुड़ी है, लीजिये पेश है, मेरी कुछ पुरानी यादें, चलिये इसी बहाने हम रेडियो को याद कर लेते हैं। पुराने जमाने मे जिन लोगों के पास रेडियो हुआ करता […]
फरवरी 13th, 2012 | Posted in आपबीती | 8 Comments
Tweet आज 09/09/09 है। यानि कि नौ सितम्बर दो हजार नौ। एक ऐसा दिन जो दोबारा मेरी जिन्दगी मे नही आएगा। वैसे आज का दिन कुछ खास भी है, क्योंकि आज के दिन ही मै पैदा हुआ था। अब कितने साल का हो गया, ये मत पूछना, मै शरमा जाऊंगा। वैसे दिल से तो मै […]
सितम्बर 9th, 2009 | Posted in विविध | 26 Comments
Tweet लगता है ये हफ़्ता, बचपन की यादें सप्ताह होकर रहेगा। बचपन की यादों मे जब भी गोते लगाओ, काफी मजा आता है। इसी बहाने वर्तमान की परेशानियों से कंही दूर हँसता खिलखिलाता बचपन याद करके हम तरोताजा हो उठते है। सच है कितना अच्छा था अपना बचपन। सभी लोगों की बचपन की कुछ खट्टी […]
जून 25th, 2009 | Posted in आपबीती | 16 Comments
Tweet पिछली पोस्ट मे हमने बात की थी बचपन के खुराफाती शौंक डाक टिकटों के संग्रह की। वैसे तो डाक टिकटों के संग्रह मे अच्छे खासे पैसे खर्च हो चुके थे, लेकिन वो बचपन ही क्या जो नयी नयी चीजें ना ट्राई करे। बस जनाब थोड़े ही दिनो मे हमारा डाकटिकटों से जी ऊब गया। […]
जून 24th, 2009 | Posted in आपबीती | 11 Comments
Tweet हम सभी ने बचपन मे ढेर सारी शरारतें की होंगी, अब चिट्ठाकार है तो निसंदेह बचपन(अभी भी कौन से कम है) मे खुराफाती रहे ही होंगे। नयी नयी चीजें ट्राई करना और नए नए शौंक पालना किसे नही पसन्द? तो आइए जनाब आज बात करते है बचपन के कुछ खुराफाती शौंक की। इसी बहाने […]
जून 24th, 2009 | Posted in आपबीती | 5 Comments
Tweet आजकल पूरे उत्तर भारत मे रामलीलाओं का दौर चल रहा है। हमे भी अपने बचपन की याद हो आयी। पिछली यादों मे हमने आपको मोहल्ले के रावण-दहन की बातें बतायी थी, आइए इस बार हम अपने मोहल्ले की रामलीलाओं की बात करते है। वैसे तो बचपन मे हमे सिर्फ़ मई जून की छुट्टियों वाले महीने […]
अक्तुबर 4th, 2008 | Posted in विविध | 11 Comments
Tweet बचपन मे गर्मियों की छुट्टियाँ खत्म होते ही स्कूल जाने के नाम से हम सबको यानि वानर सेना को बुखार आ जाता था. लेकिन मन को समझाना पड़ता था और दिल को दिलासा दिया जाता कि चिन्ता मत करो, जल्द ही अगस्त आने वाला है. अगस्त का महीना, तीज त्योहारों का महीना होता है, […]
अगस्त 23rd, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet सातवीं अनुगूंज – बचपन के मीत अब सबसे पहले तो ठलुवानरेश इन्द्र भाई का धन्यवाद, जो अतीत की यादों के पन्नों को फिर से खोलने का मौका दिया.वैसे तो मै समय समय पर आपको अपने बचपन की मोहल्ला पुराण सुनाता ही रहता हूँ, फिर भी अब जब छेड़ ही दिया गया है तो हम […]
मार्च 7th, 2005 | Posted in Uncategorized | 16 Comments
Tweet अक्षरग्राम अनूगूँजः छठा आयोजन मेरा चमत्कारी अनुभव वैसे तो मै पूरी तरह से नास्तिक की श्रेणी मे आता था. और पूजा पाठ वगैरहा से दूर ही रहता था. लेकिन जीवन मे एक ऐसी घटना घटी जिसके बाद से मै आस्तिक तो नही लेकिन ईश्वर मे कुछ कुछ आस्था रखने लगा था.मै आपको एक सच्चा […]
फरवरी 20th, 2005 | Posted in आपबीती | 10 Comments
Tweet रोशनी के दिल मे बउवा के प्रति प्यार फिर से उमड़ने लगा……लेकिन पहलवान के डर से कुछ लिख नही पा रही थी…….बस सही समय था….तो हम लोगो ने रोशनी की तरफ से बउवा को एक प्रेम पत्र लिखा…..जिसका मसौदा कुछ इस प्रकार था……………… गतांक से आगे. मेरे प्रिय भोलेराम, जब से तुमको देखा है, […]
दिसम्बर 12th, 2004 | Posted in विविध | 5 Comments