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Tweet साफ़्ट्वेयर डेवलपमेन्ट का जीवनचक्र ये किसी भी साफ़्ट्वेयर डेवलपमेन्ट कम्पनी मे जीवन्त रुप मे देखी जा सकती है प्रोग्रामर ने कोड को बनाया जो उसकी नजर मे बग फ़्री है. कोड टेस्टिंग करने वालो ने उसमे २० बग ढूंढे. प्रोग्रामर ने १० बग को फ़िक्स किया और टेस्टिंग करने वालो को समझाया कि बाकी […]
सितम्बर 11th, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet बेचारे मणिशंकर अय्यर बहुत परेशान है, क्यो? अरे भई एक तो उनको ऐसा मन्त्रालय टिका दिया गया जो देखने मे तो बहुत ल्यूकरेटिव लगता है लेकिन देखा जाये तो मन्त्रालय क्या है, गालियो की खदान है, हर ऐरा गैरा नत्थू खैरा मणिशंकर अय्यर के खिलाफ़ गालिया निकालता है. अब इस हफ़्ते को ही लो, […]
सितम्बर 8th, 2005 | Posted in Uncategorized | Comments Off on हफ़्ते की रपट
Tweet पुराने जमाने मे जिन लोगों के पास रेडियो हुआ करता था, वो अपने घर के बाहर एक जाली वाला तार टाँगा करते थे, अब ये बैटर रिसेप्शन के लिये था या फिर दिखावा, मेरे को नही पता. लेकिन जिनके घर की बालकनी या आंगन मे जाली वाला तार टंगा रहता था, उनको लोग बड़ा […]
अगस्त 21st, 2005 | Posted in Uncategorized | 8 Comments
Tweet ये गीता का उपदेश मेरे को भेजा है बैल्जियम मे रहने वाली मेरी एक पाठक, अमिता श्रीवास्तव ने, आप भी इसका लुत्फ उठाइये. इस गीता के उपदेश का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाना नही है, ये तो बस मनोरंजन के लिये है, इसलिये इसे सीरियसली मत लीजियेगा हे पार्थ! इन्क्रीमेन्ट नही मिला, […]
जून 28th, 2005 | Posted in Uncategorized | 5 Comments
Tweet आप सभी ने गुरुदत्त साहब की फिल्म प्यासा तो जरूर देखी होगी, उसी के एक गाने पर प्रस्तुत है एक कम्पयूटर पैरोडी.इसका अंग्रेजी वर्जन मेरे दोस्त एसवी के ब्लाग पर देखें ये डाक्यूमेन्ट,ये मीटिंग ये फीचर्स की दुनिया ये इन्सान के दुश्मन कर्सर की दुनिया ये डैडलाइन के भूखे मैनेजमेन्ट की दुनिया, ये प्रोडक्ट […]
मार्च 26th, 2005 | Posted in Uncategorized | Comments Off on कम्पयूटर पैरोडी,
Tweet बहुत दिनो से भाई लोग बोल रहे है, लिखते क्यों नही, क्या कलम बेच खायी है या ज्यादा भाव खाकर लिखोगे? अब किसी से क्या बताया जाय,कि हमारा क्या हाल है, सो हमने सोचा कि चलो, जब सारी बातें पब्लिक से शेयर करते है तो अपनी परेशानी भी, सो भई आप भी सुनिये हमारी […]
मार्च 17th, 2005 | Posted in Uncategorized | 8 Comments
Tweet गतांक से आगे अब जनाब हमने कालबैल पुश तो कर दी,लेकिन हमे पक्का पता था कि मिर्जा ढेर सारी गालियाँ जरूर देंगे, भले बाद मे हमे देखकर माफी मांग ले. वही हुआ, मिर्जा ने अपने लखनवी अन्दाज मे पहले तो छुट्टन को गरियाया और दरवाजा खोलने को बोला, अब छुटटन जगा हुआ होता तो […]
फरवरी 14th, 2005 | Posted in आपबीती | 3 Comments
Tweet अब कहते है कि मुसीबत कभी अकेली नही आती संगी सम्बंधी भी साथ लाती है.ऐसे ही एक छुट्टी वाले दिन शुक्रवार को सवेरे सवेरे किसी ने कालबैल दबायी,हमने अलसाये हुए, यूपी स्टाइल मे हड़काते हुए पूछा “कौन है बे? छुट्टी वाले दिन सुबह सुबह पंगा ले रहा है.”. जवाब मे बाहर से सिर्फ हंसी […]
फरवरी 12th, 2005 | Posted in आपबीती | 4 Comments
Tweet अभी होली तो दूर है लेकिन गूगल भइया ने अभी से छेड़खानी शुरु कर दी है, जरा नजारा देखिये. इसके लिये निम्नलिखत क्रिया करे, और परिणाम खुद देखें. सबसे पहले तो गूगल की अनुवाद साइट पर जाये. फिर इस वाक्य “Aishwarya’s mom is nice and cool” को अंग्रेजी से स्पेनिश मे अनुवाद करे. जो […]
फरवरी 5th, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet अब जब गजलों की बात चल ही रही है, तो हम भी अपनी बात रख दे तो हुआ जनाब यों कि आज इन्टरनेट पर ब्लाग पढते पढते हमने भी एक गजल की पैरोडी पढी, एक भाई के अंग्रेजी ब्लाग पर. आपने जगजीत सिंह की यह गजल तो सुनी ही होगी… ये दौलत भी ले […]
जनवरी 29th, 2005 | Posted in Uncategorized | 7 Comments