Archive for the 'विविध' Category
Tweet अभी पिछले दिनो दिल्ली में बम धमाके हुए थे, (आशा है आप चौंके नहीं होंगे, अब हमे आदत जो हो गयी है।) फिर जैसा की हमेशा होता है, हमारे गृहमंत्री चिदम्बरम साहेब टीवी पर पधारे। टीवी चैनल वालों ने सवालों की झड़ी लगा दी, हमने महसूस किया कि उनके पास जवाबो की कमी थी, […]
सितम्बर 12th, 2011 | Posted in विविध | 7 Comments
Tweet सोशल नैटवर्किंग ने हमारी लाइफ़ को किस तरह से बदल दिया है, इसकी एक बानगी देखिए : मालकिन (नौकरानी से) : कांता बाई! तुम तीन दिन काम पर नही आई,क्या बात है? नौकरानी : मेमसाब! मैने तो फेसबुक पर अपना स्टेटस अपडेट कर दिया था कि तीन दिनो के लिए गाँव जा रही हूँ, […]
जनवरी 24th, 2011 | Posted in विविध | 4 Comments
Tweet आज भारत के मोबाइल क्रांति मे एक और अध्याय जुड़ गया है, अब आप अपना नम्बर बदले बिना अपना सर्विस प्रोवाइडर बदल सकते है। तकनीकी भाषा मे इसको मोबाइल नम्बर पोर्टेबिल्टी कहते है (अब हिन्दी मे इसका क्या अनुवाद होगा, इसके पचड़े मे पड़े बिना आगे पढिए)। From MeraPannaPhoto Photo Courtesy : Blogdefined.com तो […]
जनवरी 20th, 2011 | Posted in विविध | 6 Comments
Tweet Do u know the logic of 111 ? 11 – 1 – 11 ✓ Take ure birth year (last 2 digits) + current age +1 = 111. Its amazing !! क्या आपको १११ का फंडा पता है? नही तो पढिए आप अपने जन्म का साल लीजिए, आखिरी के दो अंक (उदाहरण : 68) उसमे […]
जनवरी 12th, 2011 | Posted in विविध | 4 Comments
Tweet जैसा कि मैने अपनी पिछली पोस्ट मे आपको बताया कि दो दिन पहले ही मैने सैमसंग गैलेक्सी एस (GT 19000M) खरीदा है। यह फोन गूगल के एंड्राइड 2.1 आपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। वादे के मुताबिक पेश है मोबाइल की विस्तृत समीक्षा। स्क्रीन फोन की सबसे बड़ी खासियत है इसकी स्क्रीन। इसकी 4″ […]
दिसम्बर 5th, 2010 | Posted in विविध | 7 Comments
Tweet जैसा कि आप सभी जानते है कि मै भी शेयर मार्केट मे काफी निवेश करता हूँ। शेयर मार्केट के बारे मे काफी जानकारी इकट्ठा करता हूँ। शेयर मार्केट से सम्बंधित मेरे लेख आपने पढे ही होंगे। शेयर मार्केट पर नज़र रखने इसके लिए अपने आपको रोज़ाना अपडेट करना पड़ता है इसके लिए ढेर सारा […]
दिसम्बर 1st, 2010 | Posted in विविध | 6 Comments
Tweet कभी कभी कुछ गीत दिल को छू जाते है, ऐसा ही एक फिल्मी गीत है, आने वाली फिल्म लम्हा से। इस गीत के बोल इतने अच्छे है कि बार बार सुनने को जी करता है। इसे गाया भी उतनी खूबसूरती से गया है। इस गीत को गाया है चिन्मय और क्षितिज ने और संगीतबद्द […]
जुलाई 5th, 2010 | Posted in विविध | 4 Comments
Tweet आज सुबह सुबह एक मैना से मुलाकात हो गयी। पेड़ की ऊँची डाल पर बैठी मैना काफी दु:खी दिख रही थी।हमसे रहा ना गया, हम भी मैना की तरफ़ लपक लिए। हमने पूछा भई क्या हुआ, क्यों मुंह लटकाये हो, कोई भैंस खोल ले गया क्या तुम्हारी? बस फिर क्या था, इत्ते दिनो से […]
अप्रैल 18th, 2010 | Posted in विविध | 4 Comments
Tweet अक्सर हमारे जीवन मे कुछ ऐसी बाते घटती है, कि हम सोचने पर मजबूर हो जाते है कि ऐसा क्यों होता है। लीजिए पेश है कुछ ऐसी घटनाएं। अक्सर ऐसा क्यों होता है जब… आपके हाथ ग्रीस या गुँथे आटे से सने होते है, तभी फोन की घंटी बजती है। अगर पेंच कसते समय, […]
मार्च 18th, 2010 | Posted in विविध | 7 Comments
Tweet क्या आप दिल्ली से है? यदि हाँ तो आइए जरा आपका लिटमस टेस्ट कर लेते है। हमारे पास एक झकास ’जुगाड़’ है जिससे हमे पता चल जाएगा कि आप कितने प्रतिशत दिल्ली के है। पहले एक डिस्क्लेमर : ये एक इमेल मे मुझको मिला था, मेरा इस पर कोई कॉपीराइट नही है। तो आइए […]
मार्च 4th, 2010 | Posted in विविध | 7 Comments