Archive for the 'आपबीती' Category
Tweet आज यानि 13 फरवरी 2012 को युनेस्को द्वारा पहली बार विश्व रेडियो दिवस मनाया जा रहा है। रेडियो से हमारी भी ढेर सारी पुरानी यादें जुड़ी है, लीजिये पेश है, मेरी कुछ पुरानी यादें, चलिये इसी बहाने हम रेडियो को याद कर लेते हैं। पुराने जमाने मे जिन लोगों के पास रेडियो हुआ करता […]
फरवरी 13th, 2012 | Posted in आपबीती | 8 Comments
Tweet मुझे सूफी संगीत वैसे भी बहुत अच्छा लगता है। चाहे हो फिल्मों से हो या फिर गैर फिल्मी। आजकल एक गीत मेरे जहन में लगातार घूम रहा है, इसके बिना दिन अधूरा अधूरा सा लगता है। गीत है, कुन फाया कुन, फिल्म रॉक-स्टार से। इस गीत की खासियत ये है कि इसको सुनते ही […]
दिसम्बर 8th, 2011 | Posted in आपबीती | 3 Comments
Tweet अभी पिछले दिनो मैंने अपना फोन बदला था, सैमसंग गलक्सी एस से सैमसंग गलक्सी एस2, हिन्दी का सपोर्ट न पिछले एण्ड्रोइड फोन मे था न इसमे। बहुत सारे जतन करके देखे, लेकिन कोई तरीका काम नहीं आया। सारे तरीको में आपको अपने फोन को रूट करना होता था, जिसके कारण आपकी वारंटी खतम होने […]
अक्तुबर 30th, 2011 | Posted in आपबीती | 14 Comments
Tweet आज शुकुल गूगल चैट पर प्रकट हुए और आदेश किया की भई कल दशहरा है, तुमने कुछ लिखा भी है कि नहीं, हम बोले यार नून तेल लकड़ी से फुर्सत मिले तब तो दशहरे का सोचें, फिर विदेश मे ईद दशहरा दिवाली सब एक दिन जैसे ही दिखते हैं। कम से कम कुवैत मे […]
अक्तुबर 5th, 2011 | Posted in आपबीती | 4 Comments
अक्सर हम अपने बच्चों को शिक्षा देते है की वो अपना कैरियर अपनी पसंद से चुने। पता है क्यों? क्योंकि हम नहीं चाहते की जो परेशानी हमे झेलनी पड़ी, वो उनको भी झेलनी पड़े। क्या कभी आपने सोचा है, कि यदि आप, वो ना होते जो आप अभी है, तो क्या होते? चलिए सोचते है इसी बारे में, तो इंतज़ार मत करिए, लिख मारिए अपनी आप बीती।
अक्तुबर 2nd, 2011 | Posted in आपबीती | 8 Comments
मुझसे अक्सर नए ब्लॉगर पूछते हैं, कि मै अपने ब्लॉग को लोकप्रिय बनाने के लिए क्या उपाय करूँ?
सितम्बर 29th, 2011 | Posted in आपबीती | 10 Comments
Tweet शुक्रवार(25th मार्च,2011) को लगभग शाम के चार बजे, सूर्य अभी चमक रहा था, कुवैत मे यकायक अंधेरा छा गया। इसका कारण था, धूल का बवंडर, जिसने पूरे शहर को अपने आगोश मे ले लिया। जो जहाँ था वहीं थम गया। शहर मे जनजीवन लगभग अस्त व्यस्त हो गया। कुवैत एयरपोर्ट भी इससे अछूता नही […]
मार्च 27th, 2011 | Posted in आपबीती | 6 Comments
Tweet कितने हसीन थे वो दिन, जब भाई अपनी खुजली मिटाने के लिए लम्बे लम्बे ब्लॉग लिखा करते, तुरत फुरत उसे पब्लिश करते, फिर चैट पर बैठकर, हर दूसरे बन्दे को लिंक टिकाते। बात यहीं तक सीमित नही रहती, बल्कि लिंक टिकाने के एक घंटे बाद चैट पर तगादा करते, कि पोस्ट समझ मे आई? […]
फरवरी 24th, 2011 | Posted in आपबीती | 16 Comments
Tweet वैसे तो मै नोकिया का बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूँ। लेकिन क्या करूं, जिधर भी देखो गूगल के एंड्राइड आपरेटिंग सिस्टम का ही बोलबाला है। इसी के मद्देनज़र मोबाइल बदलने का फैसला हुआ। अब मसला था कि फोन कौन सा लें, उसके पहले यह देखना था कि कौन सा मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम लिया जाए। […]
दिसम्बर 3rd, 2010 | Posted in आपबीती, वर्डप्रेस | 12 Comments
Tweet अभी पिछले दिनो राहुल गाँधी की एक सभा मे चप्पल पहनने वालो को बाहर रोका गया था, काहे? अरे पता नही क्या? इन दिनो राजनेताओं पर जूते चप्पलों से हमला हो रहा है। सबसे पहले जार्जबुश, फिर जरदारी, ब्लेयर, उमर अब्दुल्ला, चिदम्बरम और ना जाने कौन कौन। आजकल तो अगर अपनी सभा को सुर्खियों […]
सितम्बर 9th, 2010 | Posted in आपबीती | 13 Comments