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रंजिश ही सही…..

Tweet रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ पहले से मरासिम न सही फिर भी कभी तो रस्म-ओ-राहे दुनिया ही निभाने के लिए आ किस किस को बताएंगे जुदाई का सबब हम तू मुझ से ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ कुछ […]

एक पुराना मौसम

Tweet एक पुराना मौसम लौटा याद भरी पुरवाई भी ऐसा तो कम ही होता है वो भी हो तन्हाई भी यादों की बौछारों से जब पलकें भीगने लगतीं हैं कितनी सौंधी लगती है तब मांझी की स्र्स्वाई भी दो दो शक़्लें दिखती हैं इस बहके से आईने में मेरे साथ चला आया है आप का […]

बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी

Tweet बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी लोग बेवजह उदासी का सबब पूछेंगे ये भी पूछेंगे कि तुम इतनी परेशां क्यूं हो उगलियां उठेंगी सुखे हुए बालों की तरफ इक नज़र देखेंगे गुज़रे हुए सालों की तरफ चूड़ियों पर भी कई तन्ज़ किये जायेंगे कांपते हाथों पे भी फिकरे कसे जायेंगे लोग ज़ालिम हैं […]

मिर्जा की फरमाइश

Tweet ‍हमारे मिर्जा साहब की स्पेशल फरमाइशो पर इन्हे भी देखियें….. मै रोया परदेस मे भीगा मां का प्यार दुख ने दुख से बात की बिन चिट्ठी बिन तार छोटा करके देखिये जीवन का विस्तार आंखो भर आकाश है बाहों भर संसार –निदा फाजली पूरा यहाँ पढिये http://www.geocities.com/sumankghai/nida22.html नज्म उलझी हुई है सीने मे मिसरे […]

यादें

Tweet कल रात को कुवैत मे काफी बारिश हुई थी….नींद खुल गयी,तो अचानक मेरे को गुलजार साहब की यह नज्म याद आयी शाम से आंख मे नमी सी है आज फिर आप की कमी सी है दफन कर दो हमे कि सांस मिले नब्ज कुछ देर से थमी सी है वक्त रहता नही कहीं छुपकर […]