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Tweet एल्लो, अब एक नयी स्टडी सामने आ गयी। ये तो आपके हाथ मे आपका मोबाइल है ना, वो ना.. वो ना आपको पापा नही बनने देगा। इसका क्या मतलब हुआ… मतलब ये हुआ कि ये आपके शुक्राणु हर लेगा, मतलब चोरी कर लेगा। मिर्जा पूछते है, ये शुक्राणु हरकर, किस मोबाइलनी के पास जाएगा? […]
अक्तुबर 26th, 2006 | Posted in विविध | 14 Comments
Tweet क्या आपको पता है, दीपावली की पूर्व संध्या पर हजारो उल्लू बलि चढाए जाते है। लक्ष्मी देवी के वाहन उल्लू की बलि लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिये दी जाती है। ये कैसी देवी है जो अपने वाहन की बलि पर प्रसन्न होती है। हर साल हजारो उल्लू जिन्हे हिमालय की तराई, मध्य प्रदेश, […]
अक्तुबर 25th, 2006 | Posted in विविध | 14 Comments
Tweet कहते है जोक्स पर किसी का कापीराइट नही होता। किसी ने कंही से मारे होते है किसी ने कंही से। आइए हम भी इस परम्परा का निर्वाह करते हुए कुछ मारे हुए जोक्स यहाँ परोसें। ( ये जोक्स मुझे अच्छे लगे, इसलिए यहाँ पेश कर रहा हूँ) एक व्यक्ति बॉर मे बैठा रो रहा […]
अक्तुबर 25th, 2006 | Posted in विविध | 33 Comments
Tweet साथियों, आपका चहेता हिन्दी ब्लॉग एग्रीगेटर “नारद” आपके समक्ष पुन: प्रस्तुत है। जैसे जैसे हिन्दी चिट्ठों की संख्या बढ रही थी, वैसे वैसे नारद को उसके पुराने होस्ट के पास चलाने मे दिक्कत आ रही थी। हम लोगों को इसके बारे मे पता तो था, लेकिन स्थायी समाधान बहुत महंगा उपाय था। हर बार […]
अक्तुबर 19th, 2006 | Posted in विविध | 7 Comments
Tweet I’ll delete it after some time This post should show my another image, other than regular I used author_image as custom field in this post
अक्तुबर 18th, 2006 | Posted in विविध | Comments Off on test post for narad2
Tweet हमारे पुरखे बताते थे कि पुराने जमाने मे हिन्दुस्तान मे घी दूध की नदिया बहती थी। अब भले ही ये सांकेतिक रुप से कहा गया हो, लेकिन जनाब रूस मे तो देसी शराब वोदका की नदियाँ सॉरी पाइपलाइन चालू है। जी हाँ, आपको विश्वास नही होता ना, उन पुलिसवालों को भी नही हुआ था। […]
अक्तुबर 15th, 2006 | Posted in विविध | 2 Comments
Tweet अभी पिछले दिनो हमारे कांशी राम गुजर गए। कांशी राम ने पिछड़ों के उत्थान के लिए काफी काम किया था। अपनी पार्टी बहुजन समाज पार्टी से पिछड़ों को सत्ता सुख का स्वाद चखाने वाले, कांशीराम काफी समय से बीमार चल रहे थे और पार्टी का काम काम “बहनजी” मायावती देख रही थी। इस पोस्ट […]
अक्तुबर 13th, 2006 | Posted in विविध | 5 Comments
Tweet भई, हमें रविवार का चिट्ठा चर्चा लिखने का आदेश किया गया है। अब क्या है ना इत्ते दिनो से चिट्ठा चर्चा लिखा नही, सो हमने सोचा पहले थोड़ी नैट प्रैक्टिस कर ली जाए। अब इस नैट प्रैक्टिस को हम कहाँ संजोते और प्रकाशित करते, घन्टा भर सोचा (हम ऐसे ही सोचते है, कौनो परेशानी?) […]
अक्तुबर 12th, 2006 | Posted in विविध | 8 Comments
Tweet अमां यार! आजकल तो हिन्दुस्तान मे जीना मुहाल है, बाल बाँधो तो परेशानी, खोलो तो परेशानी। अपने भज्जी को ही लो, भज्जी कौन? अरे अपना हरभजन सिंह, वही जो चैम्पियन ट्राफी मे श्रीशान्स से पिल गया था, अब ससुरा गुस्से पर काबू नही ना होता। अब उसी गुस्से पर काबू पाने के लिए भज्जी […]
अक्तुबर 7th, 2006 | Posted in विविध | 12 Comments
Tweet ए ल्लो, कर लो गल, सुन लो बात। पाकिस्तान क्रिकेट टीम पर संकट के बादल है जो कम ही नही हो रहे है। पहले आलू ओ सॉरी अपने इन्जमाम भाई पर क्रिकेट को नीचा दिखाने के लिये चार एकदिवसीय मैचों पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया। तो पाकिस्तान के क्रिकेट बोर्ड ने टीम के उपकप्तान […]
अक्तुबर 6th, 2006 | Posted in विविध | 4 Comments