Archive for सितम्बर, 2005
Tweet फोटो गैलरी के कुछ नये जुगाड़ दिखे हैं पहला है प्लोगर (जाने कैसे कैसे नाम रखते है, मानो जुगाली कर रहे हों) और दूसरा है जेनफ़ोटो दोनो अच्छे दिख रहे हैं, और अभी वर्डप्रेस के जोड़ने के साफ़्ट्वेयर पर काम कर रहे हैं सुनील भाई, आप सुन रहे हैं ना?
सितम्बर 29th, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet अरे हुजूर! एक नजर इधर भी तो डालिये। आपने अब तक सफ़ेद संगमरमर से बना ताजमहल देखा होगा, अब काली रेत से बना ताजमहल देखिये, वो भी असली ताजमहल के ठीक सामने। ये बनाया है उड़ीसा के कलाकारों ने। पूरी खबर यहाँ देखिये
सितम्बर 29th, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet लगता है, आने वाला कुछ समय मनमोहन सिंह सरकार के लिये कुछ भारी है। इस सरकार ने कई कई गलतियां एक साथ की हैं।बीते हफ़्ते भारत सरकार ने ईरान और आईएईए के बीच विवाद मे ईरान के विरोध मे मतदान किया, उससे काफ़ी लोग आहत हैं। वामपन्थी तो वैसे ही डन्डा लेकर तैयार बैठे […]
सितम्बर 28th, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet अपने ये गूगल भैया भी बहुत नटखट है, सारी बाते दुनिया के सामने खोल देते है। अब इसे ही लीजिये,जरा ये प्रक्रिया कीजिये तो, बहुत मजा आयेगा: सबसे पहले गूगल इमेज सर्च मे जाइये। फ़िर सर्च वाले बाक्स मे ये लिखिये : site:akshargram.com बस फ़िर देखिये, सारी तस्वीरें जो पंकज भाई ने छिपा रखी […]
सितम्बर 27th, 2005 | Posted in Uncategorized | 5 Comments
Tweet ये कहानी है एक मन्दिर की जो दिल्ली से सटे फ़रीदाबाद हरियाणा में है नाम है “श्रीकृष्ण परमधाम मन्दिर“। इस मन्दिर के महन्त पर आरोप है कि उन्होने छ: बच्चों (जिसमे दो या तीन लड़कियाँ भी हैं) को सन्यास लेने के लिये प्रेरित किया और बच्चे अपना घर छोड़ कर पिछले एक साल से […]
सितम्बर 23rd, 2005 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet आइये नयी तरह का टेबिल कैलेन्डर बनायें, सारी जानकारी यहाँ दी गयी है. एक और मटरगश्ती लिंक , पुरानी बालीवुड फ़िल्मों के पोस्टर वाली टी-शर्ट यहाँ आर्डर करें.
सितम्बर 21st, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet अनुगूँज 14: हिन्दी जाल जगत: आगे क्या? सबसे पहले तो आलोक भाई को धन्यवाद, कि वे अनूगूँज के आयोजन के लिये आगे आये. आलोक भाई ने विषय भी बहुत शानदार चुना है. मै अपने विचारो को आसान तरीके से प्रकट करने की कोशिश करूंगा. अब जब हिन्दी की बात आती है तो मुझे एक […]
सितम्बर 21st, 2005 | Posted in Uncategorized | 1 Comment
Tweet हीन लोगों की संगति से अपनी भी बुद्धि हीन हो जाती है , समान लोगों के साथ रहने से समान बनी रहती है और विशिष्ट लोगों की संगति से विशिष्ट हो जाती है । — महाभारत अनुगूँज आयोजन अनुगूँज १३ :संगति की गति महाभारत मे कहा गया उपरोक्त वाक्य सौ प्रतिशत सही है, कैसे? […]
सितम्बर 18th, 2005 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet अरे वाह! क्या जबरदस्त मटैरियल है. सबसे पहले तो वर्डप्रेस के सारे जुगाड़ों का एकत्रीकरण यहाँ देखिये. फ़िर यदि आपको किसी सब्जेक्ट पर कोई कोड ढूंढना हो तो यहाँ देखिये. हालांकि अभी तक ये सिर्फ़ जावा, C और C++ पर है, लेकिन बाकी चीजे जुड़ने मे समय नही लगेगा.
सितम्बर 15th, 2005 | Posted in Uncategorized | 2 Comments
Tweet मैने हाल ही मे तख्ती से बाराहा पर शिफ़्ट किया है.. आइये मै आपको इसके बारे मे कुछ बाते बताऊँ. बाराहा हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषाओ मे लिखने का अत्यन्त ही सरल और सुगम टूल है. यह प्रयोग मे बहुत आसान है और सबसे बड़ी बात, यह ट्रान्स्लिटरेशन समझता है, मतलब की आपको किसी […]
सितम्बर 14th, 2005 | Posted in Uncategorized | 18 Comments